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Join us each week as celebrity guests pitch an idea for a film based on one of the SUPER niche sub-genres on Netflix. From ‘Steamy Crime Movies from the 1970s’ to ‘Australian Dysfunctional Family Comedies Starring A Strong Female Lead’, our celebrity guests will pitch their wacky plot, their dream cast, the marketing stunts, and everything in between. By the end of every episode, Jimmy Carr, Comedian by night / “Netflix Executive” by day, will decide whether the pitch is greenlit or condemned to development hell! New episodes on Wednesdays starting May 28th! Listen on all podcast platforms and watch on the Netflix is a Joke YouTube Channel . The Big Pitch is a co-production by Netflix and BBC Studios Audio.…
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फ़िल्मी दुनिया की दिलचस्प कहानियां, वो किस्से जो आपने अब तक नहीं सुने होंगे। तो देखिए सिनेमा, सुनिए किस्से। YouTube - @thebollywoodradio Facebook - The Bollywood Radio THE BOLLYWOOD RADIO सुनता है सारा इंडिया
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सोनिया गांधी जब पहली बार भारत आईं तो वो राजीव गांधी की पत्नी बनने से पहले अमिताभ बच्चन के पिता हरिवंश राय बच्चन और तेजी बच्चन के घर पर उनकी बेटी बनकर रुकीं. यहीं पर उन्होंने हिन्दुस्तानी सभ्यता सीखी. हरिवंश राय बच्चन और तेजी बच्चन ने ही सोनिया गांधी का कन्यादान किया था. सोनिया तब अमिताभ को अपना भाई मानती थीं. ये दोस्ती बहुत गहरी थी. लेकिन फिर सोनिया गांधी के अचानक से राजनीति में आने पर ये दोस्ती टूट गई. सुनिए पूरा किस्सा #amitabhbachchan #soniagandhi #podcast #thebollywoodradio #podcasting…
राजेश खन्ना पर साल 1973 में BBC ने एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म बनाई Bombay Superstar जिसने राजेश खन्ना के सुनहरे दौर का आंखों देखा हाल बताया। सुनिए पूरा किस्सा। #rajeshkhanna #superstar #podcast #thebollywoodradio #podcasting
महज 24 साल की उम्र में लीना ने सिद्धार्थ बंडोडकर से अरेंज मैरिज की थी। सिद्धार्थ गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री नामी दयानंद बंडोडकर के बेटे थे । उनसे शादी करने के लिए लीना ने कई फिल्में छोड़ दीं साथ ही कई अधूरी फिल्में छोड़ दीं। शादी के महज 11 दिन ही बीते थे कि चिराग को एक हादसे में गोली लग गई। दरअसल वो घर पर ही अपनी बंदूक साफ कर रहे थे, लेकिन गलती से उन्हें ही गोली लग गई। उन्हें हालत गंभीर होने पर अस्पताल में भर्ती करवाया गया। कई कोशिशों और इलाज के बावजूद 11 महीने बाद सिद्धार्थ की मौत हो गई। उस समय लीना सिर्फ 25 साल की थीं।…
राजेश खन्ना जवानी में जिस आरके फिल्म्स के साथ साथ राज कपूर के साथ काम नहीं कर पाए। उस बैनर के साथ उम्र की ढलान में जुड़े। फिल्म आ अब लौट चलें की शूटिंग का किस्सा सुनिए।
राजेश खन्ना और मुमताज़ की हर फिल्म सुपरहिट रही थी। इस बात को मुमताज़ कभी भी बताने से नहीं चूकतीं। हाल ही में मुमताज़ ने एक इंटरव्यू में राजेश खन्ना के साथ बीते पलों को याद किया। काका पर खुलकर बात की। सुनिए पूरा किस्सा।
जब राजेश खन्ना फिल्मों में आए तब दिलीप कुमार बहुत बड़े स्टार थे। एक स्थापित कलाकार जिन्हें देखकर एक पीढ़ी बड़ी हो चुकी थी। सालों पहले दिलीप कुमार ने एक इंटरव्यू दिया जिसमें तमाम बातों के साथ ही राजेश खन्ना पर भी बात की। सुनिए पूरा किस्सा
Rajesh Khanna का निधन 18 जुलाई साल 2012 को 69 साल की उम्र में हुआ था। राजेश खन्ना कैंसर से पीड़ित थे। काका के अंतिम दर्शन करने पहुंचे अमिताभ बच्चन ने बाद में एक पोस्ट के जरिए अपना दुख साझा किया था। सुनिए पूरा किस्सा #amitabhbachchan #rajeshkhanna #podcast #thebollywoodradio #podcasting
राजेश खन्ना जब अपने सुपरस्टारडम के दौर में थे तब ज़ीनत अमान फिल्म इंडस्ट्री में आईं. फिल्म इंडस्ट्री में तब राजेश खन्ना के नाम का शोर था. तभी काका के साथ ज़ीनत की फिल्म अजनबी आई. इसके बाद भी कई फिल्में राजेश खन्ना के साथ ज़ीनत अमान ने की. सालों बाद राजेश खन्ना के साथ अपने काम करने के अनुभवों का साझा करते हुए ज़ीनत ने कहा कि मैं पहली बार तो काका के साथ काम करने में काफी नर्वस हो गई थी. ज़ीनत ने कहा - मुझे काका के साथ काम करने में बहुत डर लगता था. सुनिए पूरा किस्सा #rajeshkhanna #zeenataman #podcast #thebollywoodradio #podcasting…
18 जुलाई 2012 को राजेश खन्ना ने 69 साल की उम्र में इस दुनिया को अलविदा कहा था। आज के इस पॉडकास्ट में सुनिए राजेश खन्ना के आखिरी सफर में आए लोगों का किस्सा। Rajesh Khanna #rajeshkhanna #dimplekapadia #podcast #thebollywoodradio #podcasting
राजेश खन्ना की आराधना तब रिलीज़ हो चुकी थी। वो सुपरस्टार बन चुके थे। उन्हीं दिनों शक्ति सामंत ने फिल्म अमर प्रेम की घोषणा की। शक्ति सामंत पहले इस फिल्म में राज कुमार को लेना चाहते थे लेकिन फीस पर बात नहीं बनी और फिल्म राजेश खन्ना को मिल गई। इसी फिल्म के प्रीमियर पर राज कुमार ने राजेश खन्ना पर ऐसा तंज कसा कि सब दंग रह गए। सुनिए पूरा किस्सा #rajeshkhanna #rajkumar #podcast #jitendra #thebollywoodradio #bollywood #podcasting…
राजेश खन्ना और डिंपल कपाड़िया ने साल 1973 में शादी कर ली थी। तब डिंपल कपाड़िया की उम्र बहुत कम थी। काका के निधन के सालों बाद एक इंटरव्यू में डिंपल कपाड़िया ने अपनी निजी जिंदगी पर खुलकर बात की थी। सुनिए पूरा किस्सा #rajeshkhanna #dimplekapadia #podcast #thebollywoodradio #podcasting
उन दिनों राजेश खन्ना के सितारे बुलंदी पर थे। किसी फिल्म में काका का होना ही उस फिल्म की गारंटी था। डायरेक्टर मोहन कुमार ने खूब कोशिश की लेकिन वो अपनी फिल्म में हेमा मालिनी के अपोजिट राजेश खन्ना को कास्ट नहीं कर पाए। फिर अचानक फलक पर आए देवानंद ने बाजी मार ली। सुनिए पूरा किस्सा #rajeshkhanna #devanand #hemamalini #podcast #thebollywoodradio #podcasting…
राजेश खन्ना ने सुपर स्टारडम का जो दौर देखा वो दोबारा किसी को नसीब नहीं हुआ और ये बात किसी भावना में बह कर नहीं लिखी और कही जाती. इसके पीछे एक डेटा है जो अभी तक कितने सितारों का पीछा करते हुए 21वीं सदी के दो दशक पार कर गया मगर कोई भी ऐसा सितारा नहीं हुआ जिसने राजेश खन्ना की बैक टू बैक 15 सुपर-डुपर हिट फिल्म का रिकॉर्ड तोड़ा हो. राजेश खन्ना की बेटे सलमान खान से तुलना पर पिता सलीम खान ने चुप्पी तोड़ी है. सुनिए पूरा किस्सा Rajesh Khanna Salman Khan Salim Khan #rajeshkhanna #salmankhan #salimkhan #podcast #thebollywoodradio #podcasting…
राजेश खन्ना ने साल 1972 में बनी फिल्म सवेरा में पैसा लगाया था। ये फिल्म काका के सचिव प्रोड्यूस कर रहे थे। इस फिल्म में किरण कुमार मुख्य भूमिका में थे। सालों बाद एक इंटरव्यू में किरण कुमार ने काका के साथ बिताए पलों को याद किया है। सुनिए पूरा किस्सा #rajeshkhanna #thebollywoodradio
राजेश खन्ना का निधन कैंसर के चलते साल 2012 में हुआ था। काका के निधन के सालों बाद मौसमी चटर्जी और मुमताज़ राजेश खन्ना को लेकर एक-दूसरे से भिड़ गईं। मौसमी चटर्जी ने कुछ ऐसा कहा कि मुमताज़ उन्हें जवाब दिए बिना नहीं रह पाईं। सुनिए पूरा किस्सा
राजेश खन्ना ने अपने से 16 साल छोटी एक्ट्रेस डिंपल कपाड़िया संग शादी रचाई थी. उनकी शादी 1973 में हुई थी. इस शादी से राजेश-डिंपल को दो बेटियां ट्विंकल और रिंकी खन्ना हुईं. हालांकि बेटियों के जन्म के बाद साल डिंपल ने राजेश खन्ना से अलग हो गई थीं. वह शादी के नौ साल बाद साल 1982 में पति का घर छोड़ अलग रहने लगीं और खुद बेटियों का पालन पोषण करने लगी थी. कई बार अटकलें लगाई गई कि डिंपल को राजेश खन्ना ने तलाक दे दिया था लेकिन ऐसा नहीं था. डिंपल भले ही राजेश खन्ना से अलग रही लेकिन उन्होंने कभी उन्हें तलाक नहीं दिया. सुनिए पूरा किस्सा।…
एक इंटरव्यू में फरीदा जलाल कहती हैं कि आराधना के बाद राजेश खन्ना 'द राजेश खन्ना' बन गए थे। शूटिंग के दौरान मैंने उनके ऊपर उतना ध्यान नहीं दिया, इसलिए वो मुझसे नाराज हो गए थे। मैं अपनी ही दुनिया में रहती थी। लेकिन वो वास्तव में बहुत अच्छे एक्टर थे। फरीदा जलाल ने राजेश खन्ना के स्टारडम पर भी बात की। उन्होंने कहा- मैं देखती थी कि लोग कैसे उनके लिए पागल हैं। लड़कियां उनके पैरों में गिर रही हैं। वो सब उनसे अपनी बाहों और चेहरे पर ऑटोग्राफ ले रही हैं। मुझे ये सब देखकर अच्छा नहीं लगता था। वो घमंड से मेरी तरफ देखते और कहते 'देखा'? उनके जैसा स्टारडम मैंने कभी नहीं देखा।…
Rajesh Khanna and Anju Mahendru दोनों करीब सात साल तक लिव इन रिलेशनशिप में रहने के बाद अलग हो गए थे। सालों बाद एक इंटरव्यू में अंजू ने राजेश खन्ना डिंपल कपाड़िया और अपने अलग होने पर खुलकर बात की। सुनिए पूरा किस्सा
महाभारत के अनुशासन पर्व में शरशैय्या पर लेटे भीष्म पितामह से युधिष्ठिर ने पूछा - संभोग के दौरान किसे ज्यादा सुख मिलता है स्त्री या पुरुष? सुनिए पूरी कथा। The Mythology Radio
राजेश खन्ना की सुपरहिट फिल्म दाग़ समय के साथ-साथ और भी जवां होती जा रही है। इसकी कहानी ऐसा लगता है कि जैसे आज के दौर की बोल्डनेस लिए हुए है। इसके गाने सुपरहिट रहे। इस फिल्म की सबसे ख़ास बात ये है कि यश चोपड़ा ने इस फिल्म के लिए जो हिम्मत दिखाई वो काबिले तारीफ़ है। सुनिए किस्सा।
राजेश खन्ना पार्टी में पूरी बोतल पी जाया करते थे लेकिन अगले दिन समय पर काम पर पहुंचते थे. राजेश खन्ना पार्टी के जितने शौकीन थे काम को लेकर भी उतने ही पैशनेट थे. रातभर पार्टी करने के बाद भी वो अगले दिन कई-कई फिल्मों की शूटिंग करने पहुंच जाते थे और यही बात उनको सबसे अलग बनाती थी. रंजीत ने राजेश खन्न के बारे में बताया कि आमतौर पर जब हम लोग पार्टी करते थे तो अगले दिन 2 बजे तक नींद नहीं खुलती थी लेकिन वो 10 बजे की शिफ्ट में पहुंच जाते थे. उनका ब्रेकफास्ट, लंचटाइम और डिनर सभी का एक टाइम था जिसे वो समय-समय पर पूरा किया करते थे. सुनिए पूरा किस्सा।…
राजेश खन्ना हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के पहले सुपरस्टार थे। इसके बाद और पहले सितारे तो बहुत आए और गए लेकिन सुपरस्टार कोई नहीं बना। ये बात उस दौर के लोग अच्छी तरह समझ सकते हैं। आज के इस Podcast में हम आपको राजेश खन्ना की ज़िंदगी की पचास अनसुनी कहानियां सुनाएंगे। सुनिए पूरा Podcast
राजेश खन्ना और अमिताभ बच्चन की साथ में पहली फिल्म आनंद 12 मार्च साल 1971 को रिलीज़ हुई थी। इस फिल्म के लिए ऋषिकेश मुखर्जी ने पहले राज कपूर और फिर किशोर कुमार को लेने का ख्याल रखा था लेकिन राजेश खन्ना ने ये फिल्म झटक ली। सुनिए फिल्म आनंद की मेकिंग का किस्सा।
साल 1972 में एक फिल्म आई शाहजादा। इस फिल्म का निर्माण बोनी कपूर और अनिल कपूर के पिता सुरिंदर कपूर ने किया था। ये फिल्म तब बननी शुरू हुई जब राजेश खन्ना अपने सुपर स्टारडम के शिखर पर थे। सुरिंदर कपूर के पास राजेश खन्ना की फीस चुकाने के पैसे नहीं थे मगर काका ने ये फिल्म की। कैसे और क्यों? । ये किस्सा आपका दिन बना देगा।…
Sanjay Leela Bhansali की वेब सीरीज हीरामंडी रिलीज़ हो चुकी है। ये लाहौर में तवायफों की कहानी है। जो आज़ादी से पहले बड़ी शान से रहा करती थीं। लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि इन्हीं गलियों से रहा है Pran साहब का रिश्ता, सुनिए पूरा किस्सा।
पंजाबी सिंगर अमर सिंह चमकीला की ज़िंदगी पर बनी फिल्म ने एक बार फिर चमकीला की ज़िंदगी में झांकने के लिए लोगों को बेताब कर दिया है। चमकीला के गाने सुपरहिट हुए थे। लोग दीवाने थे। आज के इस Podcast में सुनिए अमर सिंह चमकीला की पूरी कहानी।
Rajesh Khanna ने जब अचानक से खुद से 15 साल छोटी Dimple Kapadia से शादी की तो इसका सबसे बड़ा असर Rishi Kapoor पर पड़ा। डिंपल कपाड़िया ने सिर्फ ऋषि कपूर की पहली हीरोइन थीं बल्कि वो उनका पहला प्यार भी थीं। सालों बाद ऋषि कपूर ने जब अपनी आत्मकथा खुल्लम खुल्ला लिखी तो उसमें दिल खोलकर सारी बातें कह दीं। सुनिए पूरा किस्सा।…
हेमा मालिनी ने बताया कि जहां एक तरफ सब लड़कियां उन पर जान छिड़कती थीं तो वहीं दूसरी तरफ मैं सेट पर उनके लेट आने की आदत से बहुत ज्यादा परेशान थी और मैं उन्हें बिलकुल भाव नहीं देती थी। शायद यही वजह थी कि राजेश खन्ना मुझे घमंडी समझते थे। लेकिन सच कहूं तो वो खुद में ही खोए रहते थे। सुनिए पूरा किस्सा।
आशा पारेख को जब दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया तो पूरी फिल्म इंडस्ट्री खुशी से झूम उठी। इस मौके पर आशा पारेख ने बहुत से इंटरव्यू दिए। उन तमाम इंटरव्यू का निचोड़ इस Podcast में सुनिए।
हम बात कर रहे हैं हिंदी सिनेमा की खूबसूरत अदाकारा वहीदा रहमान की. जिन्होंने राजेश खन्ना के साथ ‘धर्म कांटा’, ‘नसीब’ और ‘मकसद’ जैसी कई फिल्मों में काम किया है. ऐसे में एक शो में वहीदा रहमान ने राजेश खन्ना से जुड़ा एक दिलचस्प किस्सा शेयर किया था और राजेश खन्ना को बुरा एक्टर कहा था.दरअसल जब शो में एक्ट्रेस से पूछा गया कि उनके दौर का सबसे अच्छा और सबसे बुरा एक्टर कौन था तो उन्होंने कहा था कि, “राजेश खन्ना उस दौर में सबसे दुखी कर वाले एक्टर थे. वो बहुत कंजूस भी थे, अगर कोई उनसे पैसे की बात करता था, तो वो बात टालकर गायब हो जाते थे.” सुनिए पूरा किस्सा।…
बॉलीवुड इंडस्ट्री में फिरोज खान (Feroz Khan) और राजेश खन्ना (Rajesh Khanna) दो ऐसे एक्टर थे जो एक्टिंग के साथ ही अपनी बेबाकी और स्टारडम के लिए काफी मशहूर थे. हालांकि दोनों अपनी लाइफस्टाइल और एटीट्यूड के लिए भी काफी फेमस थे. कहा जाता है कि राजेश खन्ना अपने आगे किसी को कुछ नहीं समझते थे. सुपरस्टार रहे फिरोज खान को तो बिल्कुल भी नहीं. वह फिरोज खान को अपना कॉम्टिटर भी नहीं मानते थे लेकिन जब साल 1970 में आई एक फिल्म में फिरोज खान ने उन्हें पटखनी दो तो वह अपना मन मसोसकर रह गए थे.…
प्यार अंधा होता है लेकिन क्या यह गूंगा-बहरा होकर भी जीवित रह सकता है? ये सवाल भले ही पेचीदा है लेकिन इसका जवाब मुश्किल नहीं है. अक्सर सकारात्मक दृष्टिकोण रखने वाले लोग, इस मुश्किल सवाल का जवाब देते हुए एक ऐसी मिसाल पेश कर देते हैं जिसे देख हर कोई अवाक रह जाता है. ऐसा ही एक मिसाल गुलजार साहब ने साल 1972 में फिल्म 'कोशिश' के जरिए पेश किया था. बता दें कि इस बेहतरीन फिल्म के पास दो नेशनल अवार्ड हैं. लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि इस फिल्म को फाइनल तक पहुंचाने में गुलजार साबह के पसीने छूट गए थे. एक तरफ जहां वह आर्थिक तंगी का सामना कर रहे थे.वहीं दूसरी ओर फिल्म की हीरोइन बनने वाली एक खूबसूरत एक्ट्रेस अपनी एक अजीब डिमांड के चलते गुलजार को परेशान कर रखी थीं.…
अब तक आपने ऐसी फिल्म भी देखी होगी जिसमें एक नहीं दो इंटरवल हुए थे. लेकिन क्या आपने कभी ऐसी कोई फिल्म देखी है जिसमें इंटरवल ही न हो. आज हम आपको ऐसी एक फिल्म के बारे में बता रहे हैं जिसमें इंटरवल ही नहीं था, इस फिल्म का नाम था ‘इत्तेफाक़’. महज 28 दिन में शूट की गई ये फिल्म इंडस्ट्री के पहले सुपर स्टार राजेश खन्ना की तीसरी बड़ी हिट साबित हुई थी. सुनिए पूरा किस्सा।…
1960 के दशक में राजेश खन्ना ने खूब सक्सेस हासिल की. पॉपुलर इस कदर हुए कि इन्हें हिंदी सिनेमा का पहला सुपरस्टार तक कहा जाने लगा था. पर एक समय एक्टर के जीवन में ऐसा भी आया, जब इनका स्टारडम नीचे गिरता चला गया. और फिर कभी राजेश खन्ना फिल्म इंडस्ट्री में अपनी धाक नहीं जमा पाए. हाल ही में एक इंटरव्यू में प्रेम चोपड़ा ने राजेश खन्ना के इसी डाउनफॉल पर खुलकर बात की. सुनिए पूरा किस्सा…
जून 2011 में राजेश खन्ना (Rajesh Khanna) की तबीयत अचानक बिगड़ गई। डॉक्टरों ने बताया कि उन्हें कैंसर है। काका को जैसे भरोसा ही नहीं हो रहा था। इन्हीं दिनों का एक किस्सा लेखक सलीम खान बताते हैं। बकौल सलीम खान, उन दिनों वे अपने पनवेल के फार्म हाउस पर शिफ्ट हो गए थे और मुंबई कम ही जाते थे। एक दिन वे मुंबई किसी पार्टी में आए। वहां राजेश खन्ना भी थे। सलीम खान कहते हैं कि ‘एक बारगी तो मैं उनको देखकर पहचान ही नहीं पाया। उनकी हालत ऐसी हो गई थी कि राजेश खन्ना जैसे लग ही नहीं रहे थे…’। सुनिए पूरा किस्सा।…
80 और 90 के दशक में अपने दमदार अभिनय से दर्शकों के दिलों पर राज करने वालीं दिग्गज अभिनेत्री शबाना आजमी बीते पांच दशक से फिल्मों में राज कर रही हैं. उन्हें आखिरी बार फिल्म रॉकी और रानी की प्रेम कहानी (2023) में देखा गया था. इस फिल्म में उनका धर्मेंद्र के साथ किस सीन काफी वायरल हो हुआ था. बता दें कि लंबे समय बाद शबाना ने अपने पांच दशक की जर्नी को लेकर बातें की. अपने हालिया इंटरव्यू में उन्होंने डायरेक्टर महेश भट्ट संग काम करने का अपना अनुभव शेयर किया।…
एक से कद-काठी और लगभग एक सा अंदाज. दोनों ने मेहनत की और आगे चलकर महान कलाकार भी कहलाए. एक हीरो बना, लेकिन फ्लॉप होता गया और दूसरे ने विलेन बन दूसरे सितारों के पसीने छुड़ा दिए. 70 के दशक में अमिताभ बच्चन के साथ पर्दे पर भी नजर आए. दोनों के साथ देख ये कह पाना मुश्किल होता था कि दोनों में से बेहतर कौन? लेकिन, सुपरस्टार बनते-बनते इस स्टार ने वो गलतियां की, जिसका उन्हें अफसोस तो था, लेकिन फिर कह बैठे कि 'सब विधि का विधान, लेकिन आज भी...' कौन था। ये दिग्गज स्टार थे विनोद खन्ना। सुनिए पूरा किस्सा।…
राजेश खन्ना आज भले इस दुनिया में नहीं हैं मगर उनकी यादें उनकी फिल्मों के ज़रिए हमेशा जिन्दा रहेंगी। सालों बाद आशा पारेख और सायरा बानो ने राजेश खन्ना के साथ अपने अनुभव और उस दौर का आंखों देखा हाल सुनाया है। सुनिए पूरा किस्सा।
राजेश खन्ना ने साल 1973 में अचानक डिंपल कपाड़िया से शादी कर ली थी। दोनों की दो बेटियां हुईं और इसके कुछ साल बाद ही काका और डिंपल अलग हो गए। अब सालों बाद ट्विंकल खन्ना ने अपने माता-पिता के अलग होने के बाद के हालातों को बयां किया है। सुनिए पूरा किस्सा।
राजेश खन्ना और राखी ने साथ में शहजादा, दाग और आंचल जैसी फिल्मों में साथ में काम किया था। आज बेशक राखी फिल्म इंडस्ट्री से दूर हैं लेकिन बीते दिनों को याद करती हैं। एक इंटरव्यू में राजेश खन्ना पर सालों बाद खुलकर बोलीं हैं। सुनिए पूरा किस्सा।
राजेश खन्ना ने हृषिकेश मुखर्जी की फिल्मों में बहुत काम किया था और गुलजार इन फिल्मों के गीत लिखा करते थे। राजेश और गुलजार की साथ काम करते हुए अच्छी दोस्ती हो गई थी। राजेश खन्ना के साथ बेहतर बॉन्डिंग होने के कारण गुलजार उनके साथ एक फिल्म ‘किनारा’ बनाना चाहते थे। उन्होंने जब राजेश को फिल्म की कहानी सुनानी चाही तो राजेश ने गुलजार को रात के समय अपने घर पर बुला लिया। राजेश खन्ना के घर में उन दिनों रोज शाम को महफिल लगा करती थी। गुलजार शाम के सात बजे ही राजेश के घर पहुंच गए थे। गुलजार शराब नहीं पीते थे इसलिए वह महफिल में न बैठकर बाहर ही राजेश का इंतजार करने लगे, लेकिन महफिल रात एक बजे तक चलती रहीं। जब महफिल खत्म हुई तो राजेश खन्ना ने गुलजार को घर जाने व दूसरे दिन आने के लिए कह दिया। काका के इस रवैये से गुलजार को इतना बुरा लगा कि राजेश के साथ फिल्म न करने की कसम खा ली। इतना ही नहीं इसके बाद से उन्होंने राजेश की फिल्मों के लिए गाना भी लिखना बंद कर दिया था। बाद में गुलज़ार ने जितेंद्र को लेकर ‘किनारा’बनाई थी और ये जितेंद्र के करियर के लिए मील का पत्थर साबित हुई थी, क्योंकि जितेंद्र इंस्डट्री में अपना पैर जमा रहे थे और फिल्म किनारा उन दिनों सुपरहिट हुई थी।…
Rajesh Khanna ने जो स्टारडम हासिल किया उसे पाना सभी कलाकार का सपना ही रह गया। आजतक कोई भी काका का रिकॉर्ड नहीं तोड़ पाया। सुनिए काका की ज़िंदगी से जुड़े कुछ दिलचस्प किस्से।
साल 1975 में आई यश चोपड़ा की फिल्म दीवार सलीम-जावेद की जोड़ी का एक और कामयाब नमूना थी। इस जोड़ी ने कमाल कर दिया था। दीवार दो विपरीत विचारधाराओं में बंटे भाइयों की कहानी थी जिसे पर्दे पर अमिताभ बच्चन और शशि कपूर ने सुपरहिट बना दिया था। सुनिए पूरा किस्सा।
राजेश खन्ना और शत्रुघ्न सिन्हा किसी ज़माने में गहरे दोस्त हुआ करते थे। शत्रुघ्न सिन्हा की पहली सुपरहिट फिल्म कालीचरण पहले राजेश खन्ना को ऑफर हुई थी बाद में उन्होंने मना कर दिया जिसके बाद ये फिल्म शत्रुघ्न सिन्हा की झोली में आ गई। इस फिल्म से रीना रॉय और शत्रुघ्न सिन्हा की जोड़ी भी हिट हुई जिसे बाद में कई फिल्में मिलीं। लेकिन जब ये दोनों दिग्गज कलाकार राजेश खन्ना और शत्रुघ्न सिन्हा सियासत में आए तो दोनों के बीच ऐसी दूरियां बढ़ गईं कि काका के मरते दम तक नहीं मिटीं। सुनिए पूरा किस्सा…
मोहम्मद रफी का जन्म 24 दिसम्बर 1924 को कोटला सुल्तान सिंह, अमृतसर में हुआ था। 6 भाई-बहनों के परिवार में रफी दूसरे सबसे बड़े भाई थे। इन्हें घर में सब प्यार से फिक्को बुलाया करते थे। रफी एक रूढ़ीवादी परिवार का हिस्सा थे, जहां नाच-गाने पर पाबंदी थी, लेकिन रफी अलग थे। गांव की गलियों में गाना गाते हुए एक फकीर को देखकर रफी ऐसे प्रभावित हुए कि रोजाना उसे सुनने का इंतजार करते थे। उस फकीर की नकल उतारते हुए रफी साहब खुद भी रियाज किया करते थे। 9 साल की उम्र में रफी का परिवार लाहौर शिफ्ट हो गया था। रफी को कभी पढ़ाई में दिलचस्पी नहीं थी, तो उनके पिता ने उन्हें बड़े भाई के साथ खानदानी नाई की दुकान में लगा दिया। 9 साल के रफी नूर मोहल्ले के भाटी गेट की दुकान पर नाई बन गए। सुनिए पूरा किस्सा।…
राजेश खन्ना और प्राण साहब दोनों अपने अपने स्तर पर बहुत बड़े कलाकार थे। जहां नायक के तौर पर राजेश खन्ना ने लड़कियों को दीवाना बना रखा था तो वहीं विलेन के तौर पर प्राण साहब का जलवा था। फिर भी दोनों को एक साथ कास्ट करने से पहले निर्माता निर्देशक सौ बार सोचते थे। सुनिए पूरा किस्सा।
बॉलीवुड के पहले सुपरस्टार राजेश खन्ना की लाइफ से जुड़ा एक बेहद दिलचस्प वाकया एक्टर दिलीप कुमार ने शेयर किया था. दिलीप कुमार साहब की मानें तो यह बात काका की डेथ से महज एक साल पहले की थी. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, दिलीप कुमार और राजेश खन्ना में बहुत पटती थी. दोनों ना सिर्फ अच्छे दोस्त थे और बल्कि कांग्रेस पार्टी के लिए कई बार साथ प्रचार भी कर चुके थे. ख़बरों की मानें तो दिलीप साहब और राजेश खन्ना कई बार तो कांग्रेस पार्टी के प्रचार के दौरान एक ही होटल में रुका करते थे, जहां इनके बीच देर रात तक फिल्मों और पॉलिटिक्स को लेकर बातचीत होती रहती थी. राजेश खन्ना से जुड़ा जो वाकया हम आपको सुनाने जा रहे हैं वो साल 2011 का है, यानी काका की मौत से ठीक एक साल पहले की बात है. दिलीप साहब की मानें तो राजेश खन्ना और डिंपल 2011 में उनके बर्थडे के मौके पर घर आए थे. इस दौरान राजेश खन्ना ने काफी देर रात तक डिंपल को लेकर दिलीप साहब से बात की थी. दिलीप कुमार की मानें तो राजेश खन्ना खुश थे कि डिंपल वापस आ गई हैं और उनके साथ रहने लगी हैं. आपको बता दें कि राजेश खन्ना और डिंपल शादी के 10 साल बाद बिना तलाक लिए अलग-अलग रहने लगे थे. सुनिए पूरा किस्सा।…
संजीव कुमार को अच्छा एक्टर ना मानने वाले वो सुपरस्टार राजेश खन्ना था. राजेश खन्ना पर बहुचर्चित किताब ‘द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ इंडियाज फर्स्ट सुपरस्टार’ लिखने वाले यासिर उस्मान ने अपनी किताब में इस बात का जिक्र किया है कि सलीम खान ने ये बात उन्हें बताई थी कि एक बार फिल्म मैगजीन ने संजीव कुमार पर कवर स्टोरी की थी जिसमें सलीम खान ने संजीव कुमार को शानदार अभिनेता बताया था और उनकी खूब तारीफ की थी. वो मैगजीन जब राजेश खन्ना ने पढ़ी तो तुरन्त सलीम खान को अपने घर बुला लिया था. सुनिए पूरा किस्सा।…
वहीदा रहमान की सहजता में ही उनकी खूबसूरती झलकती है, जिसकी वजह से करोड़ों भारतीय उनके दीवाने हैं, लेकिन दिग्गज एक्ट्रेस अपने दौर में एक युवा एक्ट्रेस की खूबसूरती की बड़ी प्रशंसक रही हैं, जिन्हें अपनी डेब्यू फिल्म में शम्मी कपूर के साथ स्क्रीन साझा करने का मौका मिला था. जब नई-नवेली एक्ट्रेस की पहली फिल्म रिलीज हुई, तो वहीदा रहमान उनके पास पहुंचीं और बोलीं, 'आप वाकई में एक ब्यूटी क्वीन हैं.' उस सदाबहार एक्ट्रेस ने वहीदा रहमान के जन्मदिन के मौके पर एक प्यारा सा किस्सा सुनाया.सायरा बानो ने अपनी आपा वहीदा रहमान के जन्मदिन पर प्यारा सा नोट साझा किया, जो 3 फरवरी को 83 साल की हो गई हैं. उन्होंने कुछ यादगार तस्वीरें भी शेयर कीं, जो गुजरे वक्त की खूबसूरत यादें बयां कर रही हैं. एक तस्वीर में सायरा बानो, पति दिलीप कुमार और वहीदा रहमान के साथ नजर आ रही हैं. सायरा बानो ने फोटोज के साथ दिए कैप्शन में लिखा है, 'जन्मदिन की बधाई वहीदा आपा. सुनिए पूरा किस्सा।…
वक्त के साथ-साथ फिल्म इंडस्ट्री के तौर-तरीके बदले, अंदाज बदला और एक्ट्रेसेस को इंडस्ट्री में देखने का रवैया भी खूब बदला है। पहले न तो एक्ट्रेसेस के लिए फिल्मों में सही रोल दिए जाते थे और न ही उनकी सैलरी ठीक थी। फिल्म सेट पर भी एक्ट्रेसेस को उन दिनों काफी आफतों का सामना करना पड़ता था। ऐसा ही एक किस्सा शर्मिला टैगोर नें करण जौहर के चैट शो पर सुनाया। शर्मिला टैगोर और उनके साथ उस जमाने में काम करने वाली एक्ट्रेसेस के लिए सेट पर किसी तरह की सुविधा मौजूद नहीं रहा करती थी। शर्मिला ने बताया कि उन दिनों में बिना वैनिटी वैन, बिना साफ साफ बाथरूम और बिना एयर कंडिशन स्टूडियो के उन्होंने फिल्मों की शूटिंग की हैं। उन दिनों इन एक्ट्रेसेस के लिए सेट पर ऐसी किसी तरह की सुविधा नहीं होती थी, जो आज छोटे-छोटे एक्टर्स को भी मिला करती है। सुनिए पूरा किस्सा।…
वेटरन एक्ट्रेस शर्मिला टैगोर ने एक इंटरव्यू में अपनी सक्सेफुल फिल्म आराधना और सुपरस्टार राजेश खन्ना पर बात की। शर्मिला ने कहा कि इस फिल्म की शूटिंग के दौरान राजेश खन्ना की डेट्स मिलना असंभव था, क्योंकि वे 12 प्रोड्यूसर्स के साथ शूट कर रहे थे। वहीं फिल्म के गाने 'सपनों की रानी' का जिक्र करते हुए शर्मिला ने कहा कि इस गाने की शूटिंग काका और सुजित कुमार ने दार्जीलिंग में अकेले की थी और वहीं मैंने अपने हिस्से के सीन स्टूडियो में दिए थे। मेरे लिए यह एक बहुत बड़ा समझौता था जिसके लिए मैं आज के दौर में उन पर 'मुकदमा' कर सकती थी। एक इंटरव्यू में इस बारे में बात करते हुए शर्मिला ने कहा, ‘मैंने सत्यजीत रे की फिल्म ‘अरण्येर दिनरात्रि’ साइन की थी। हालांकि, इससे पहले मैं अपने मेंटॉर शक्ति सामंत की ‘आराधना’ साइन कर चुकी थी। सुनिए पूरा किस्सा।…
वहीदा रहमान ने सालों पहले एक खत राजेश खन्ना के नाम लिखा था जो बाद के दिनों में अख़बार में छपा। वहीदा लिखती हैं कि मेरी राजेश खन्ना से पहली मुलाकात फ़िल्म 'ख़ामोशी' के सेट पर हुई. उस वक़्त वो नए नए फ़िल्मों में आए थे.बहुत ही ख़ामोश और शर्मीले किस्म के इंसान थे. ज़्यादा बातें नहीं करते थे.फिर फ़िल्म की शूटिंग के लिए हम कोलकाता गए. वहां सारी यूनिट एक ही होटल में रुकी. तब थोड़ा थोड़ा उनसे मुलाकात होने लगी और वो थोड़ा खुलने लगे.वो उन दिनों बड़े सरल तरीके से रहा करते थे. किसी को इल्म भी नहीं था कि ये लड़का इतना बड़ा सितारा बनने वाला है। सुनिए पूरा किस्सा…
कई बार ऐसा भी हुआ कि महिला एक्टरों ने कहानी की डिमांड के मुताबिक पर्दे पर मूंछें-दाढ़ी लगाकर पुरुषों का भेस धरा. लेकिन एक वाकया ऐसा भी हुआ है, जब एक अभिनेत्री ने फिल्म में सचमुच ही पुरुष का किरदार निभाया. जी हां, 1956 में आई फिल्म रंगीन रातें में कुछ ऐसा ही हुआ था. फिल्म में शम्मी कपूर (Shammi Kapoor) और माला सिन्हा (Mala Sinha) लीड रोल में थे. निर्देशक थे, केदार शर्मा. फिल्म में प्रसिद्ध एक्ट्रेस गीता बाली भी थीं. लेकिन उन्होंने रंगीन रातें में किसी महिला का किरदार नहीं बल्कि नकली मूंछें लगाकर एक हीरोइन के भाई का रोल निभाया था. सुनिए पूरा किस्सा।…
डिंपल कपाड़िया ने अपने एक पुराने इंटरव्यू में राजेश खन्ना से शादी के फैसले को अपनी जिंदगी का सबसे गलत फैसला बताया था. उन्होंने कहा था कि अपने इस फैसले पर उन्हें हमेशा अफसोस रहा. एक्ट्रेस ने एक इंटरव्यू में कहा था कि उन्हें अपनी इस गलती का तभी एहसास हो गया था जब उन्होंने बहू के रूप में सुपरस्टार के घर में कदम रखा था. सुनिए पूरा किस्सा…
साल 1977 में आई राजेश खन्ना और ज़ीनत अमान की फिल्म छैला बाबू ने तब 4 करोड़ रुपए का कलेक्शन किया था। फिल्म की कहानी एक सस्पेंस थ्रिलर थी। फिल्म में रंजीत ने विलेन का किरदार निभाया था। लेकिन इसकी शूटिंग के दौरान कुछ ऐसा हुआ कि राजेश खन्ना और डायरेक्टर के सामने रंजीत शर्मिंदा हो गए।
1960 के दशक में जब मुमताज ने हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में प्रवेश किया, तो वहीदा रहमान और वैजंतीमाला जैसे कलाकार इंडस्ट्री पर राज कर रहे थे। मुमताज ने बताया कि उनमें से केवल कुछ ही नए लोगों के साथ घुलमिल पाते थे। उन्होंने कहा- वो लोग तो बहुत बड़े थे और हम तो छोटे थे, उन्हें हमारे साथ घुलना-मिलना पसंद नहीं था। वहीं एक्ट्रेस ने वेटरन एक्ट्रेस वहीदा रहमान के बारे में बताया कि वो बहुत ही डाउन टू अर्थ हुआ करती थीं। वैजंतीमाला भी उसी समय की थीं, लेकिन उन्होंने मुझसे बात नहीं की। सुनिए पूरा किस्सा।…
राजेश खन्ना और आशा पारेख की सुपरहिट फिल्म 'कटी पतंग' में एक गाना है, जिस गली में तेरा घर न हो बालमा... इस गाने को डायरेक्टर शक्ति सामंत ने नैनीताल में फिल्माया था। झील में फिल्माए इस गाने की शूटिंग करना आसान नहीं था। तमाम तमाशबीन वहां नाव लेकर पहुंच गए थे। तभी शक्ति सामंत ने ऐसी तरकीब निकाली कि एक सुपरहिट गाना तैयार हो गया। सुनिए पूरा किस्सा।…
इंटरव्यू में प्रेम चोपड़ा कहते हैं, 'राजेश खन्ना की इमेज धीरे-धीरे सुस्त होने लगी थी। इंडस्ट्री में हर कोई यह समझ रहा था, लेकिन उनके कद को देखते हुए कोई भी निर्माता उनसे इस बारे में बात नहीं कर सकता था। राजेश खन्ना अपने पुराने अंदाज को बरकरार रखने में जुटे रहे, लेकिन दर्शकों ने इसे स्वीकार नहीं किया। उनकी वो फिल्में नहीं चलीं। वह इस सच का सामना नहीं कर सके कि वह पहले जैसे सुपरस्टार नहीं रहे। लेकिन अमिताभ अलग थे। वह इतने साल सुपरस्टार रहे, लेकिन सही समय पर उन्होंने कैरेक्टर रोल्स करना शुरू कर दिया। मुझे कभी-कभी आश्चर्य होता है कि वह इस उम्र में भी पहले से कहीं अधिक बिजी हैं।'प्रेम चोपड़ा कहत हैं कि राजेश खन्ना को देर से आने की आदत हो गई थी। बॉलीवुड में कई लोग उनसे तंग आ गए थे। लेकिन राजेश खन्ना तो राजेश खन्ना थे। निर्माता उन पर बहुत अधिक निर्भर थे। जब वह सेट पर कुछ घंटे देरी से पहुंचते थे, तो वो उनसे पूछते थे कि क्या वह पहले दोपहर का भोजन करना चाहते हैं, लेकिन अच्छी बात यह थी कि राजेश खन्ना हमेशा पहले काम खत्म करते थे।…
मुश्ताक खान ने राजेश खन्ना संग काम करने का एक्सपीरियंस शेयर किया और हाल बताया है। मुश्ताक ने बताया कि आखिरी वक्त में राजेश खन्ना के साथ फिल्म इंडस्ट्री से कोई नहीं था।मुश्ताक खान ने राजेश खन्ना के साथ उनके करियर के पीक पर भी काम किया था। राजेश खन्ना 2012 में चल बसे थे। सुनिए पूरा किस्सा।
बॉलीवुड में ऐसे कई स्टार हैं जिन्होंने 1 से ज्यादा शादियां की हैं. इनमें सलीम खान का नाम भी शामिल है. सलीम खान ने 1981 में हेलेन से दूसरी शादी की थी, जबकि वह इससे पहले 1964 में सलमा खान (सुशीला चरक) से शादी कर चुके थे. शादीशुदा और चार बच्चों के पिता होते हुए भी आखिर सलीम खान ने दूसरी शादी क्यों की और इस पर उनकी पहली पत्नी का रिएक्शन क्या था, इस पर सलीम खान ने खुद खुलासा किया था. सुनिए पूरा किस्सा।…
गुरुदत्त के अलावा भी वहीदा रहमान ने कई फिल्म मेकर्स के साथ काम किया. वहीदा रहमान की हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के सुनहरे दौर की बहुत-सी यादें हैं, जिनको वो शायद ही कभी भूल पाएंगी. आज जो किस्सा हम आपको बताने जा रहे हैं, वो साल 1958 का है. यानी ये किस्सा करीब 66 साल पुराना है. फिल्म के डायरेक्टर थे राज खोसला और फिल्म में लीड हीरे थे देव आनंद. इस फिल्म की शूटिंग के दौरान डायरेक्टर थे राज खोसला एक्ट्रेस पर आग बबूला हो गए थे. क्या हुआ था, सुनिए पूरा किस्सा।…
शो-मैन के नाम से दुनियाभर में अपनी खास पहचान बनाने वाले राज कपूर के लिए कहा जाता है कि उन्होंने नरगिस के लिए खुद को सिगरेट से जला लिया था, लेकिन इससे पहले उन्होंने एक सिंगर से किए अपने एक वादे के खातिर ऐसा किया था। सुनिए पूरा किस्सा।
जितेंद्र ना सिर्फ अपनी एक्टिंग बल्कि अपने डांसिंग और ड्रेसिंग स्टाइल को लेकर भी इंडस्ट्री में छाए रहे हैं. साथ ही ये इंडस्ट्री के इकलौते ऐसे अभिनेता हैं, जिन्होंने अपने पूरे करियर में 80 रीमेक फिल्मों में काम किया. जितेंद्र के नाम एक ऐसा रिकॉर्ड है, जिसके न उस दौर का कोई स्टार तोड़ पाया और न शाहरुख खान से लेकर सलमान खान. क्या आप जानते हैं कि कौन सा रिकॉर्ड 'जंपिंग जैक' के नाम दर्ज है। सुनिए पूरा किस्सा।…
हिंदी सिनेमा को वो सुपरस्टार जिसने अपने करियर में टीवी और फिल्में दोनों ही जगह काम किया. जहां अपने किरदारों के जरिए उन्होंने खूब वाहवाही लूटी, वही अपने अफेयर को लेकर भी वह खूब चर्चा में रहे. इस सुपरस्टार को देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ती थी. एक टीवी शो के सेट पर तो इस एक्टर की जान जाते-जाते बची थी. सुनिए पूरा किस्सा…
ऊंचा कद और डायलॉग बोलने का जबरदस्त अंदाज, साथ ही स्मार्ट और जबरदस्त पर्सनालिटी वाले 60 के दशक के बेहतरीन अभिनेता रहे संजय खान की उस दौर में अलग ही फैन फॉलोइंग होती थी. उन्हें देखते ही उनके चारों तरफ फैंस की भीड़ लग जाती थी. लेकिन पहले अपनी लवलाइफ को लेकर सुर्खियों में बने और फिर अचानक एक हादसे ने संजय खान की पूरी जिंदगी उलट-पलट कर रख दी। होटल के बंद कमरे में ज़ीनत अमान के साथ मारपीट का खुलासा अब सालों बाद हुआ है। सुनिए पूरा किस्सा।…
बॉलीवुड में कई सितारे हैं, जो अपनी आपसी मतभेद की वजह से फिल्म इंडस्ट्री में काफी फेमस हैं. कुछ ऐसा किस्सा 70-80 के दशक के सुपरस्टार्स के बीच भी देखा गया था. ये किस्सा साल 1982 में आई फिल्म 'धरम कांटा' से जुड़ा है. सुनिए पूरा किस्सा।
Guide Unknown Facts: ये फिल्म भारत के प्रसिद्ध अंग्रेजी लेखक आर के नारायण के उपन्यास पर बनी है. फिल्म में वहीदा रहमान और देव आनंद साथ नजर आए थे. ये फिल्म थी साल 1968 में आई फिल्म 'गाइड', जिसने इतिहास रच दिया था. अपने दौर से बहुत आगे की इस फिल्म में शादीशुदा महिला का गैर मर्द से प्रेम दिखाने के साथ बिना किसी खलनायक के रिश्तों और हालात पर कहानी रची गई थी। सुनिए पूरा किस्सा…
अरुणा ईरानी और महमूद साहब का रिश्ता कैसा था, इस पर सालों बाद अरुणा ईरानी ने अपनी चुप्पी तोड़ी है। तब फिल्म इंडस्ट्री में ये अफवाह थी कि महमूद साहब और अरुणा ईरानी ने गुपचुप शादी कर ली है। इसका असर अरुणा ईरानी के करियर पर भी पड़ा। इसी मसले पर सालों बाद अरुणा ईरानी ने खुलकर बात की है। सुनिए पूरा किस्सा।…
राजेश खन्ना और आशा पारेख ने साथ में कई सुपरहिट फिल्मों में काम किया। राजेश खन्ना ने अपनी दूसरी फिल्म बहारों के सपने में आशा पारेख के अपोजिट काम किया था। इस फिल्म की शूटिंग से जुड़ा किस्सा साझा करते हुए आशा पारेख ने सालों बाद काका के बारे में खुलकर बात की। सुनिए पूरा किस्सा।
Rajesh Khanna and Sharmila Tagore Shooting Incident: मुंबई. एक वक्त ऐसा था जब राजेश खन्ना जिस भी फिल्म में काम करते थे, उसका सफल होना निश्चित मान लिया जाता था. राजेश खन्ना की फिल्मों का लोग इंतजार किया करते थे. राजेश खन्ना की फिल्मों की शूटिंग को लेकर भी निर्देशकों को काफी ध्यान रखना होता था. एक दफा राजेश खन्ना की शूटिंग को रोक दिया गया था और शर्मिला टैगोर संग उनका सीन शूट नहीं हो सका था. सुनिए पूरा किस्सा।…
'डॉन को पकड़ना मुश्किल ही नहीं नामुकिन है' इस डायलॉग को आज भी घर-घर में साधारण बोलचाल की भाषा में इस्तेमाल किया जाता है. 1978 में रिलीज हुई फिल्म 'डॉन' के इस डायलॉग ने अमिताभ बच्चन को हिट किया. 'डॉन' हिंदी सिनेमा की क्लासिक और कल्ट फिल्मों में से एक है, जो शुरुआत में तो दर्शकों को बिल्कुल भी पसंद नहीं आई, लेकिन जब चली तो ऐसी चली की छप्पर फाड़ कमाई के साथ-साथ कई रिकॉर्ड्स तोड़ दिए. लेकिन बदकिस्मती से इस फिल्म की रिलीज़ से पहले ही इसके प्रोड्यूसर नरीमन ईरानी की मौत हो गई। सुनिए पूरा किस्सा…
राजेश खन्ना ने अपनी ज़िंदगी के आखिरी दिनों में जो विज्ञापन किया उसके लिए भी उनका जोश वैसा ही था जैसा पहले फिल्म के दौरान था। टखने में सूजन थी लेकिन फिर भी बीमारी की हालत में राजेश खन्ना ने पूरे जोश के साथ बैंगलोर में शूटिंग की। सुनिए शूटिंग के उस आखिरी दिन का किस्सा।
राजेश खन्ना की फिल्म कुदरत जिसमें मोहम्मद रफी ने गाना नहीं गाकर महफ़िल लूट ली। पुरानी फिल्मों के गीत संगीत की बात हो और मोहम्मद रफी का नाम ना आए, ऐसा हो नहीं सकता. फिल्मी दुनिया में वे दो बातों के लिए मशहूर थे एक तो दिलकश गायिकी और दूसरा स्वभाव. रफी जितने अच्छे सिंगर थे, उतना ही उनका स्वभाव भी अच्छा था. एक बार कोई उनसे मिल लेता था तो हमेशा उन्हें याद करता था. रफी साहब के स्वभाव के कई किस्से बॉलीवुड में मशहूर हैं लेकिन एक दफा उन्हें आरडी बर्मन पर गुस्सा आ गया था. वे इतने नाराज थे कि रिकॉर्डिंग को बीच में ही छोड़कर चले गए थे. सुनिए पूरा किस्सा।…
राजेश खन्ना अपनी जिंदगी के आखिरी दिनों में एक अदद ऐसे किरदार की तलाश में रहे जो उन्हें एक बेहतरीन रिटायरमेंट दे सके। इसी बीच राजेश खन्ना ने फिल्म रियासत साइन कर ली जो एक बड़ी भूल साबित हुई। लेकिन परिवार से नज़दीकी और कैंसर की बीमारी ने अब काका को स्थिर कर दिया था।
दिलीप कुमार बॉलीवुड के सदाबहार एक्टर रहे हैं. माना जाता था कि वह जिस फिल्म में हैं, वो तो जरूर हिट होगी. ऐसे में जब उन्होंने एक ही फिल्म में डायरेक्शन और एक्टिंग की कमान संभाली, तो चर्चा तो होनी ही थी. साल 1961 में आई फिल्म 'गंगा जमुना' को उन्होंने डायरेक्ट किया और इसमें लीड रोल भी निभाया.बतौर डायरेक्टर यह दिलीप कुमार की पहली फिल्म थी. इसका खुलासा उन्होंने खुद एक इंटरव्यू में बाद में किया था. इससे पहले फिल्म के डायरेक्टर का नाम पर नितिन बॉस को क्रेडिट दिया गया. उन्होंने दो भाइयों की कहानी पर आधारित फिल्म बनाने में अपनी पूरी ताकत झोंक दी. लेकिन उन्हें तब झटका लगा जब सेंसर बोर्ड ने 'गंगा जमुना' को रिलीज करने से मना कर दिया। सुनिए पूरा किस्सा।…
राजेश खन्ना उन दिनों कैंसर से पीड़ित थे। बहुत बीमार थे जब आर. बाल्की ने हैवेल्स पंखे के विज्ञापन के लिए काका को साइन किया। ये कहानी बहुत दिलचस्प है। एक जमाने में विज्ञापन करना सही नहीं माना जाता था।
लता मंगेशकर और म्यूजिक कंपोजर सी. रामचन्द्र की जोड़ी ने बहुत से सुपरहिट गाने दिए लेकिन फिर अचानक रामचन्द्र का करियर खत्म हो गया। साल था 1962 का और भारत अपने दुश्मन चीन से युद्ध हार चुका था. युद्ध में मिली हार की मायूसी हर भारतवासी के चेहरे पर झलकती थी. फोन की घंटी बजती है, एक म्यूजिक डायरेक्टर फोन का रिसीवर उठाकर हैलो बोलता है. सामने से आवाज आती है कि, 'मैं प्रधानमंत्री कार्यालय से बोल रहा हूं. सेना के वीरों को श्रद्धांजलि देने के लिए 1 गाना बनाना है, इसके लिए आपको 1 हफ्ते का समय दिया गया है. ये प्रस्ताव प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने भेजा है.' ये बात सुनकर म्यूजिक कंपोजर के होश फाख्ता हो गए. कंपोजर और सिंगर ने अपने सुरों का साधा और एक धुन बनाई. धुन तैयार हुई और कवि प्रदीप को बोल लिखने का आदेश दिया गया. बोल भी लिख चुके थे और गाना गाने के लिए तला मंगेशकर का नाम तय किया गया. फिर गाना रिकॉर्ड हुआ. प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू खुद इस गाने को सुनने के लिए स्टेज पर पहुंचे और लता ने गाना गया... 'ये मेरे वतन के लोगो, जरा आंख में भर लो पानी, जो शहीद हुए हैं, उनकी जरा याद करो कुर्बानी'. ये गाना सुनकर प्रधानमंत्री नेहरू की भी आंखों से आंसू छलक पड़े. इस गाने को तैयार किया था दिग्गज म्यूजिक डायरेक्टर सी रामचंद्र ने. सी रामचंद्र एक बेहद जहीन संगीतकार थे और सुरों के जादूगर ने बॉलीवुड को कई सुपरहिट गाने दिए हैं. लेकिन सी रामचंद्र का पूरा करियर लता मंगेशकर के गुस्से और गुरूर का शिकार हो गया.…
बॉक्स ऑफिस पर फिल्मों का क्लैश होना कोई नई बात नहीं है. ये किस्सा लंबे वक्त से चली आ रही है. कुछ ऐसा ही दौर साल 1972 के दौरान भी देखा गया था. जब एक साथ एक ही समय पर दो सुपरस्टार की बड़ी फिल्में बॉक्स ऑफिस पर टकराते-टकराते बची थीं. हालांकि फिल्मों के क्लैश से बचाने के लिए उन फिल्मों के डायरेक्टर ने अपनी आपसी सहमती से रिलीज डेट में बदलाव कर उन्हें रिलीज किया था. लेकिन राजेश खन्ना की फिल्म सुपरहिट निकली थी और मनोज कुमार की फिल्म बुरी तरह से फ्लॉप साबित हुई थी। सुनिए पूरा किस्सा…
जिंदगी के आखिरी दिनों से पहले राजेश खन्ना करियर के बुरे दौर के अलावा आर्थिक परेशानी में भी घिर गए थे। ऐसा नहीं है कि काका के पास प्रॉपर्टी नहीं थी, बेशुमार संपत्ति काका ने बनाई थी। लेकिन नगद नहीं रह गया था, आय कम हो गई थी। काम खत्म था तो नया पैसा भी नहीं आ रहा था। इसी बीच काका को इनकम टैक्स का नोटिस आया. आशीर्वाद पर भी सरकारी ताला लग गया तब काका ने चेन्नई की अपनी प्रॉपर्टी बेच कर हिसाब किताब ठीक किया।…
21वीं सदी में आकर भी राजेश खन्ना को एक ऐसी फिल्म का इंतजार था जो उन्हें कामयाब रिटायरमेंट दे सके। इसी बीच राजेश खन्ना की एक फिल्म आई वफ़ा: ए डेडली लव स्टोरी। इस फिल्म ने राजेश खन्ना को सिर्फ शर्मिंदा करने का काम किया था। ये फिल्म एक फूहड़ फिल्म साबित हुई थी।
राजेश खन्ना का फिल्मी और सियासी दोनों करियर खत्म हो चुका था लेकिन काका ये मानने को तैयार नहीं थे। इस बीच आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं होने की वजह से आशीर्वाद बंगला भी बिकने की कगार पर आ गया था। तभी सलीम खान के बेटे सलमान खान और सोहेल खान ने काका का बंगला खरीदने की पेशकश की जिसपर राजेश खन्ना भड़क गए।
साल 2000 आते आते राजेश खन्ना का सियासत से मोह भंग हो गया था। फिल्मों में कुछ बड़ा करने की चाहत खत्म नहीं हुई थी मगर अब जवानी बीत चुकी थी। वैसे मौके राजेश खन्ना को नहीं मिल रहे थे जैसे अमिताभ बच्चन के पास थे। इसी बीच राजेश खन्ना को लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड के लिए चुना गया जो सम्मान से ज्यादा अपमान महसूस हुआ। वजह थी इस सम्मान का बहुत देर से मिलना।…
जब राज कपूर फिल्म सत्यम शिवम सुंदरम बना रहे थे तब उनके मन में हीरो के लिए राजेश खन्ना का ही नाम था। लेकिन अपने परिवार के विरोध के चलते काका को फिल्म का हिस्सा नहीं बना पाए। इसके करीब बीस साल बाद आरके बैनर की फिल्म आ अब लौट चलें में राजेश खन्ना को लिया गया। ये आरके बैनर तले बनने वाली राजेश खन्ना की पहली फिल्म थी।…
आरके फिल्म के साथ राजेश खन्ना ने आ अब लौट चलें फिल्म की और लंबे इंतजार के बाद आरके फिल्म के साथ जुड़े थे और एक तरीके से आर फिल्म के साथ आ अब लौट चलें आरके फिल्म की भी और राजेश खन्ना की भी आखरी बड़ी हिट फिल्म तो नहीं कह सकते लेकिन आखिरी फिल्म जरूर से कह सकते हैं। इसी फिल्म की शूटिंग के दौरान का एक किस्सा है जब एक सीन शूट हो रहा था और ऋषि कपूर राजेश खन्ना पर बुरी तरीके से चिल्लाई लगभग राजेश खन्ना कुरेशी कपूर ने उत्तर और काका भी 90s के उसे दूर तक आते-आते थक चुके थे और अपनी हैसियत भी समझ चुके थे और चुपचाप उन्होंने ऋषि कपूर की डांट सही।…
सिनेमा को इतनी हिट फिल्में देने के बाद एक वक्त ऐसा आया, जब शशि कपूर के करियर को भी ग्रहण लग गया। 60 के दशक में उन्हें काम मिलना बंद हो गया था। फिल्मों में काम न मिलने की वजह से वह पूरी तरह से निराश हो गए था, लेकिन उन्हें अपना घर तो चलाना ही था और इसके लिए पैसों की जरूरत थी। ऐसे में शशि कपूर को अपनी पसंदीदा स्पोर्ट्स कार बेचनी पड़ गई थी। इसके अलावा उनकी पत्नी जेनिफर को भी पैसों की तंगी के चलते अपना सामान बेचना पड़ा था।…
राजेश खन्ना का फिल्मी सफर लद चुका था। राजीव गांधी की हत्या से कांग्रेस में काका की चमक फीकी पड़ने लगी थी। हालांकि आडवाणी से हारने के बाद उपचुनाव में मिली जीत ने राजेश खन्ना में जोश भरा मगर आखिर में कांग्रेस ने छल लिया।
तब तक फिल्म इंडस्ट्री में अमिताभ बच्चन और राजेश खन्ना दोनों के दिन लद चुके थे। नए चेहरों ने अपनी जगह बनानी शुरू कर दी थी। लेकिन इसी बीच साल 1984 के आम चुनाव में अमिताभ बच्चन ने इलाहाबाद सीट जीत कर सियासत में एंट्री मारी थी और एक बड़ी लकीर खींची। उसी साल सुनील दत्त भी चुनाव जीते थे। लेकिन सियासत से जल्दी ही अमिताभ बच्चन का मोह भंग हो गया और उन्होंने राजनीति से तौबा कर ली। बोफोर्स तोप घोटाले में नाम आने से भी अमिताभ निराश थे। तभी राजेश खन्ना को राजीव गांधी ने सियासत का न्योता दिया।…
साल 1986 के बाद राजेश खन्ना और अमिताभ बच्चन सरीखे अभिनेता ढलान पर आ चुके थे। तेज़ाब के साथ अनिल कपूर, क़यामत से क़यामत तक के साथ आमिर खान और मैंने प्यार किया के साथ सलमान खान जैसे जवानी से लबरेज़ सितारों ने एंट्री मारी। राजेश खन्ना और अमिताभ बच्चन ने एक इंटरव्यू दिया जिसमें ये माना कि वो अमिताभ की ग़लतियों पर खुश होते थे। लेकिन बाद के दिनों में अमिताभ के प्रति काका की नफरत कम होती गई और फिर राजेश खन्ना ने भी उसी दुनिया में कदम रखा जिसे बीच मंझदार में छोड़कर अमिताभ बच्चन बाहर आ गए थे। सियासत।…
साल 1985 तक राजेश खन्ना का करियर ढल चुका था। हालांकि उससे पहले आई सौतन, अवतार से काका की मार्केट वैल्यू कम नहीं हुई थी मगर अब मुकाबला उन नए सितारों से था जो काका के करियर की शुरुआत में बच्चे थे। अनिल कपूर, सनी दियोल, जैकी श्रॉफ, संजय दत्त आदि। लेकिन अभी भी राजेश खन्ना बैक टू बैक फिल्में किए जा रहे थे। इस बीच रमेश सिप्पी की फिल्म सागर में डिंपल कपाड़िया को बड़ा मौका मिला और उनकी करीब 10-12 साल बाद फिल्मों में वापसी हुई।…
राजेश खन्ना के लिए साल 1985 बहुत ही व्यस्त साल रहा। इस साल राजेश खन्ना की 10 से ज्यादा फिल्में रिलीज़ हुईं। लेकिन इन फिल्मों में कुछ तो तभी भुला दी गईं और कुछ थोड़े समय तक याद रहीं। लेकिन फिर भी राजेश खन्ना अभी तक ये नहीं समझ पाए कि वो ओवर एक्सपोज़ का शिकार होते जा रहे हैं।
राजेश खन्ना और अमिताभ बच्चन साल 1984 में एक बार फिर आमने-सामने आकर खड़े हो गए। सियासत से संबंधित दो फिल्में इस साल रिलीज़ हुई . अमिताभ बच्चन की इंकलाब और राजेश खन्ना की आज का एम एल ए रामावतार। लेकिन एक बार फिर काका अमिताभ के आगे फीके पड़ गए।
साल 1983 राजेश खन्ना के लिए एक कम बैक के लिहाज़ से शानदार रहा। पहले सौतन फिर अवतार और उसके बाद अगर तुम न होते सुपरहिट रही। लेकिन सारी फिल्म इंडस्ट्री में इस बात की चर्चा थी कि आखिर अमिताभ बच्चन को रिप्लेस कर राजेश खन्ना ने कैसे हासिल कर ली अवतार?
राजेश खन्ना के साथ फिल्म बनाने के लिए सावन कुमार टाक ने करीब पांच साल से ज्यादा समय तक इंतजार किया। फिल्म सौतन टाक सिर्फ राजेश खन्ना के साथ ही फिल्म बनाना चाहते थे। एक रोज़ जब राजेश खन्ना के सितारे गर्दिश में आए तो उन्होंने खुद सावन कुमार को फोन किया और कहा कि डायरी खाली पड़ी है कोई भी तारीख ले लो। मगर ये कहानी जितनी आसान लगती है, उतनी है नहीं।…
राजेश खन्ना साल 1982 में एक्शन और रोमांस दोनों को साथ में लाते दिखे इसके अलावा मल्टी स्टारर फिल्मों के दौर से काका भी नहीं बच पाए। धर्म कांटा ऐसी ही एक फिल्म है
साल 1981-82 में राजेश खन्ना एक बार फिर संघर्ष के मुहाने पर थे। काका लगातार ऐसी फिल्में कर रहे थे जो उनके करियर के लिए ठीक नहीं थी। कहानी को लेकर राजेश खन्ना अभी भी संजीदा नहीं थे। इस बीच काका की धनवान, दर्द और फिफ्टी फिफ्टी आईं मगर काका को इन फिल्मों से कोई खास फायदा नहीं हुआ। हां, निजी जिंदगी में काका को टीना मुनीम के रूप में एक नई गर्लफ्रेंड जरूर मिल गई थी।…
राजेश खन्ना की फिल्म कुदरत पुनर्जन्म पर आधारित थी। फिल्म में राजेश खन्ना और हेमा मालिनी मुख्य भूमिका में थे। फिल्म में राजकुमार और प्रिया राजवंश भी थे। बहुत सी नाकामयाब और बेकार फिल्मों के बाद राजेश खन्ना ने बड़ी हिट फिल्म दी। लेकिन ये मामला कोर्ट भी पहुंचा।
साल 1980 राजेश खन्ना के लिए वैसा ही रहा। अमिताभ बच्चन अब तक राजेश खन्ना से बहुत आगे निकल चुके थे। इस बीच राजेश खन्ना ने हॉरर फिल्म में हाथ आज़माया। लेकिन पिछली फिल्मों की तरह ही फिल्म फिर वही रात भी फ्लॉप हो गई। इसके बाद आई फिल्म थोड़ी सी बेवफाई ने थोड़ी राहत दी। लेकिन फिर आई रेड रोज़ में राजेश खन्ना ने जो किरदार निभाया उसे शायद वो अपने करियर के सुनहरे दौर में कभी नहीं करते। अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) भी ऐसा रोल नहीं करते जो राजेश खन्ना (Rajesh Khanna) ने किया।…
फिल्म सत्यम शिवम सुंदरम के लिए राज कपूर पहले राजेश खन्ना को ही लेने वाले थे। लेकिन कपूर फैमिली खासकर शम्मी कपूर और ऋषि कपूर इस बात के लिए तैयार नहीं थे कि काका आरके बैनर तले काम करें। इसका मलाल राजेश खन्ना और राज कपूर दोनों को रहा। इसके बाद कमाल अमरोही ने राजेश खन्ना को अपनी फिल्म मजनूं के लिए चुना। लेकिन ये फिल्म कभी बन ही नहीं पाई।…
साल 1977 में भी राजेश खन्ना उसी तरह की फिल्में करते रहे जो शायद उन्हें नहीं करना चाहिए था। काका ने फिल्म का चयन सही से नहीं किया। जिसका नतीजा ये हुआ कि उनकी फिल्मों ने दर्शकों पर असर दिखाना बंद कर दिया। फिल्म आशिक हूं बहारों का, आईना, जनता हवलदार और पलकों की छांव में.. ये कुछ ऐसी फिल्में थीं जो राजेश खन्ना को नहीं करनी चाहिए थीं।…
राजेश खन्ना की निजी जिंदगी और करियर दोनों जगह उन दिनों कुछ अच्छा नहीं चल रहा था। डिंपल कपाड़िया (Dimple Kapadia) से गृह क्लेश और करियर में एक के बाद एक फ्लॉप फिल्में। इस बीच साल 1977 में आई फिल्म त्याग, कर्म फ्लॉप रहीं। छैला बाबू को कामयाबी मिली लेकिन बावजूद इसके काका बेकार फिल्में साइन कर रहे थे। तभी अपनी साली सिंपल कपाड़िया (Simple Kapadia) को लेकर राजेश खन्ना (Rajesh Khanna) ने फिल्म अनुरोध की।…
राजेश खन्ना और अमिताभ बच्चन दोनों में सुपरस्टारडम को लेकर लगभग जंग चल रही थी। अमिताभ अब राजेश खन्ना से बहुत आगे निकल चुके थे। अमिताभ की हर फिल्म हिट हो रही थी वहीं राजेश खन्ना की फिल्मों का प्रदर्शन लगातार खराब होता जा रहा था। इसी बीच यश चोपड़ा ने फिल्म कभी कभी बनाने का ऐलान किया लेकिन जो भूमिका राजेश खन्ना को मिलनी चाहिए थी वो अमिताभ बच्चन को दे दी।…
साल 1971 में राजेश खन्ना की दो बड़ी लेकिन अलग किस्म की फिल्में आईं। दुश्मन में जहां राजेश खन्ना एक शहरी ट्रक ड्राइवर के ग्रामीण किरदार में थे तो वहीं दूसरी ओर फिल्म अमर प्रेम में काका का एक अलग ही रंग देखने को मिला। अमर प्रेम एक ऐसी कल्ट फिल्म बन गई जिसके लिए उन्हें हमेशा याद किया जाएगा।
राजेश खन्ना ने जब सुपरस्टारडम की दहलीज़ पर कदम रखा तो शौक भी बड़े हुए। राजेन्द्र कुमार का बंगला खरीदा और बंगले में रोज़ खन्ना दरबार लगने लगा। लेकिन जिस फिल्म हाथी मेरे साथी को लेकर राजेश खन्ना ने मुंह मांगी रकम वसूली थी उसकी कहानी ने उन्हें परेशान कर दिया था। इसके बाद राजेश खन्ना ने सलीम खान और जावेद अख्तर को बड़ा मौका दिया।…
फिल्म आनंद के लिए राजेश खन्ना को हमेशा याद किया जाएगा। ये फिल्म अपने बेहतरीन गानों और कहानी के लिए याद की जाएगी। इस फिल्म में ही अमिताभ बच्चन को ज़माने ने नोटिस किया था। लेकिन इसके बाद आई फिल्म अंदाज़ में राजेश खन्ना अपनी गेस्ट अपीयरेंस से तहलका मचा गए।
BR Chopra wanted to sign contract with Mohammed Rafi: बीआर चोपड़ा ने कई यादगार फिल्में बनाई हैं. बीआर चोपड़ा को एक बार अपनी जिद बहुत महंगी पड़ी थी. उन्होंने घमंड में चूर होकर देश की आवाज को दबाने की कोशिश की थी लेकिन वक्त के आगे वे हार गए. सिर्फ एक गाने ने उन्हें करारा जवाब दिया था.
साल 1969 के बाद राजेश खन्ना का सितारा चमक उठा। आराधना और दो रास्ते के बाद काका के सितारे बुलंदी पर पहुंचने को तैयार थे। इस बीच आई सफ़र, कटी पतंग, आन मिलो सजना ने राजेश खन्ना को सुपर स्टार बना दिया। सुनिए उस दौर का पूरा किस्सा।
आराधना और दो रास्ते के बाद सिनेमाघरों में राजेश खन्ना की The Train लगी। सस्पेंस थ्रिलर फिल्म द ट्रेन साउथ की फिल्म नीलगिरी एक्सप्रेस का हिंदी रीमेक थी। ये फिल्म अपनी कहानी से ज्यादा अपने गाने के लिए जानी पहचानी गई। सुनिए पूरा किस्सा
गुरुदत्त की फिल्म साहिब, बीवी और गुलाम एक ऐसी फिल्म है जिसे जितना मीना कुमारी की बेजोड़ अदाकारी के लिए याद किया जाता है उतना ही गुरुदत्त के बेमिसाल निर्देशन के लिए भी याद किया जाता है। लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि ये फिल्म गुरुदत्त ने अपने जीवन के सबसे बुरे दौर में बनाई थी। जब उनकी निजी जिंदगी में भूचाल आ गया था। पत्नी गीता दत्त वहीदा रहमान को लेकर गुरुदत्त पर शक किया करती थीं। सुनिए पूरा किस्सा…
राजेश खन्ना की पहली फिल्म आखिरी ख़त, राज़ और औरत के बाद आई शक्ति सामंत की आराधना ने तहलका मचा दिया। राजेश खन्ना को भी अचानक मिली ये कामयाबी समझ नहीं आई, इसी बीच आई फिल्म इत्तेफाक में राजेश खन्ना का बिल्कुल अलग अभिनय देखने को मिला। फिर आई सुपरहिट फिल्म दो रास्ते। राजेश खन्ना के सुपरस्टारडम की शुरुआत हो चुकी थी। सुनिए पूरा किस्सा…
राजेश खन्ना और शर्मिला टैगोर को लेकर निर्देशक शक्ति सामंत ने आराधना की शुरुआत एक कामचलाऊ फिल्म के तौर पर की थी। जाने अनजाने की शूटिंग रुक गई थी और समय काटने के लिए शक्ति सामंत ने आराधना बना दी। लेकिन जब फिल्म सिनेमाघरों में लगी तो धूम मच गई। सुनिए फिल्म आराधना के बनने का किस्सा।
राजेश खन्ना के लिए साल 1973 एक ऐसा साल था जिसने काका की किस्मत बदल कर रख दी थी। तमाम फ्लॉप फिल्में करने के बाद काका के हाथ Shakti Samant की आराधना लगी। जिसने राजेश खन्ना के सुपरस्टार बनने के दरवाज़े खोले।
राजेश खन्ना और आशा पारेख को लेकर नासिर हुसैन ने फिल्म बहारों के सपने बनाई। इस फिल्म को इसके बेहतरीन गानों के लिए याद किया जाता है। ये राजेश खन्ना की तीसरी फिल्म थी जिसमें आशा पारेख उनकी हीरोइन थीं मगर फिल्म नहीं चली। जानिए क्या थी वजह?
साल 1967 में आई राजेश खन्ना की फिल्म राज़ एक कमजोर कहानी की वजह से औंधे मुंह गिर गई थी। फिल्म में राजेश खन्ना के साथ बबिता कपूर भी थीं। फिल्म की कहानी को सस्पेंस थ्रिलर और कॉमेडी के साथ बुना गया था मगर फिल्म को दर्शकों ने नकार दिया। सुनिए पूरी कहानी।
राजेश खन्ना ने जब टैलेंट हंट शो जीत लिया फिर भी उनकी मुश्किलें कम नहीं हुईं थीं। तभी काका को चेतन आनंद की फिल्म आख़िरी ख़त मिली जिसमें उनका मुकाबला एक 15 महीने के बच्चे से था। इस फिल्म के क्लाइमेक्स ने दिल लूट लिया।
राजेश खन्ना ने थियेटर के बाद जब फिल्म इंडस्ट्री में पैर जमाने की तैयारी की तो उनके हाथ लगा एक ऐसा टेलेंट हंट शो जिसने रातोंरात काका की किस्मत बदल दी। सुनिए पूरा किस्सा
राजेश खन्ना के बचपन के दिनों का किस्सा बहुत से सवाल लिए हुए है। काका ने किसी भी इंटरव्यू में अपने माता-पिता भाई-बहनों के बारे में कभी भी खुलकर कुछ नहीं कहा। लेकिन ये बात भी सच है कि राजेश खन्ना अपने माता-पिता लीलावती और चुन्नी लाल की सौतेली संतान थे। सुनिए पूरा किस्सा
मुफलिसी के दिनों में राजेश खन्ना से एक ग़लती बार-बार हो रही थी और वो ये कि वो लगातार ऐसी फिल्में साइन कर रहे थे जो बेकार थीं। जिनकी न कहानी थी न ही अच्छे गाने। लेकिन इस बीच काका ने अपनी पुरानी टीम को इकट्ठा किया। शक्ति सामंत के निर्देशन में फिल्म महबूबा आई। लेकिन तब तक काका अपना आपा खो बैठे।
साल 1975 अमिताभ बच्चन के लिहाज़ से जितना कामयाबी भरा रहा राजेश खन्ना के लिहाज़ से उतना ही निराशाजनक। इससे पहले साल 1974 में आई प्रेम कहानी भी कुछ खास छाप नहीं छोड़ पाई थी। फिल्म को औसत दर्जे की फिल्म माना गया। कहानी के स्तर पर कमजोर फिल्म प्रेम कहानी के बाद आई साल 1975 की महाचोर भी बॉक्स ऑफिस पर कुछ नहीं कर पाई। एक फिल्म मैग्ज़ीन ने तो यहां तक लिखा कि महाचोर महाबोर है। आखिर राजेश खन्ना की फिल्में अचानक से क्यों फ्लॉप होने लगी थीं?…
24 जनवरी साल 1975 में आई फिल्म दीवार ( Deewar) ने अमिताभ बच्चन को उनकी एंग्री यंगमैन की छवि के साथ शिखर पर बैठा दिया था। लेकिन अमिताभ बच्चन की इस कामयाबी के पीछे सलीम-जावेद (Salim Javed) की जोड़ी का बहुत बड़ा हाथ था। उस दौर की फिल्म पत्रिकाओं में छपी ख़बरों की मानें तो सलीम खान (Salim Khan) और जावेद अख्तर (Javed Akhtar) इस बात पर अड़ गए थे कि फिल्म की स्क्रिप्ट तभी देंगे जब फिल्म में विजय का किरदार अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) निभाएंगे। जबकि इस रोल के लिए पहले राजेश खन्ना पर विचार किया गया था।…
फिल्म साहिब बीवी और गुलाम की स्क्रीनिंग बर्लिन में रखी गई थी। गुरुदत्त के साथ वहीदा रहमान (Waheeda Rehman) और अबरार अल्वी (Abrar Alvi) भी थे। तब वहीदा रहमान ने गुरुदत्त से कह दिया था कि हमारा रिश्ता यहीं तक है, आगे चल नहीं पाएगा। उधर बंबई में पत्नी गीता दत्त (Geeta Dutt) लगातार घर को बदलने का दबाव बना रही थीं। हालत ये हो गई थी कि बर्लिन से लौटने के बाद गुरुदत्त (Guru Dutt) को नींद की गोलियां खाने के बाद भी नींद नहीं आती थी।…
राजेश खन्ना और अमिताभ बच्चन के बीच कुछ भी एक जैसा नहीं था। राजेश खन्ना रोमांटिक फिल्मों के किंग थे तो अमिताभ बच्चन एंग्री यंगमैन। लेकिन राजेश खन्ना (Rajesh Khanna) के सामने अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) को क्या वाकई सलीम जावेद (Salim Khan Javed Akhtar) की जोड़ी ने खड़ा किया था। सालों बाद एक इंटरव्यू में सलीम ख़ान और जावेद अख्तर ने इस पर सफाई दी है।…
राज कपूर उन चंद लोगों में से थे जिनकी राजेश खन्ना पूजा करते थे। लेकिन फिर भी दोनों ने कभी साथ में काम नहीं किया। हालांकि एक बार राज कपूर ने राजेश खन्ना को एक फिल्म ऑफर की थी मगर बात नहीं बनी और कपूर फैमिली के भारी विरोध के चलते राज कपूर को झुकना पड़ा।
साल 1974 में बासु चटर्जी की एक फिल्म आई अविष्कार। इसमें राजेश खन्ना और शर्मिला टैगोर मुख्य भूमिका में थे। ये फिल्म पति-पत्नी के संबंधों पर आधारित है। लेकिन इस फिल्म के लिए काका ने बहुत कम फीस ली थी। जानिए क्या थी वजह?
उन दिनों राजेश खन्ना की फिल्में पहले की तरह नहीं चल रही थीं। निजी जिंदगी में भी सबकुछ ठीक नहीं था। डिंपल कपाड़िया से शादी के बाद भी काका तन्हा थे। जो लोग काका को हमेशा घेरे रहते थे अब वो भी साथ छोड़ने लगे थे। तभी काका को जे. ओमप्रकाश की आपकी कसम फिल्म मिली।
राजेश खन्ना के सितारे थोड़ा डगमगाने लगे थे जब अचानक से काका ने अपनी शादी का ऐलान करके सारे मीडिया का ध्यान अपनी ओर खींच लिया था। खुद से 15 साल छोटी डिंपल कपाड़िया से शादी के फैसले ने काका की दीवानी फैंस ने ग़म में सफेद साड़ी पहन ली।
साल 1973 में अमिताभ बच्चन की ज़ंजीर के सुपरहिट होने के साथ ही राजेश खन्ना का सुपरस्टारडम लड़खड़ाने लगा था। नमक हराम में भी दोनों के बीच की तकरार हद से ज्यादा बढ़ गई थी। कहते हैं कि राजेश खन्ना सरेआम अमिताभ बच्चन का माखौल उड़ाने लगे थे।
साल 1973 में BBC London ने राजेश खन्ना पर एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म बनाई जिसका नाम है बॉम्बे सुपरस्टार। इस डाक्यूमेंट्री फिल्म में राजेश खन्ना के उस दौर के दौड़ते भागते जीवन को हू-ब-हू दिखाया गया है। इसमें उस दौर के चेहरे भी आपको नजर आएंगे जो काका के बेहद करीबी कहे जाते थे। इसी डाक्यूमेंट्री फिल्म के बाद राजेश खन्ना की यश चोपड़ा के साथ सुपरहिट फिल्म दाग़ रिलीज़ हुई। सुनिए पूरा किस्सा।…
Mumtaz की कहानी बहुत दिलचस्प है। शुरुआत में बी ग्रेड की फिल्में कीं और जब A ग्रेड की फिल्में करने का मौका मिला तो शशि कपूर, जितेन्द्र जैसे हीरो ने साथ में काम करने से मना कर दिया। बाद में वही सितारे साथ में काम करने को तरसने लगे। मुमताज़ की शादी का किस्सा भी बहुत दिलचस्प है। सुनिए पूरा किस्सा।
Rajesh Khanna की सुपरहिट फिल्म आराधना में एक गाना है 'मेरे सपनों की रानी कब आएगी तू..' इस गाने की शूटिंग शर्मिला टैगोर ने अकेले की थी लेकिन जब आप फिल्म देखेंगे तो आपको ज़रा भी अहसास नहीं होगा। इसके अलावा एक और बात है जो इस गाने में सिर पकड़ने पर मजबूर करती है। सुनिए पूरा किस्सा
राजेश खन्ना ने आराधना के बाद एक के बाद एक 15 सुपरहिट फिल्में देकर एक ऐसी लकीर खींच दी जिसके आगे आजतक कोई नहीं गया। मगर इसी के बाद राजेश खन्ना की 6 फिल्में फ्लॉप हो गई जिसने काका को बेचैन कर दिया। जिसका सीधा फायदा अमिताभ बच्चन को मिलने वाला था।
मुमताज़ फिल्मों में काम बहुत छोटी उम्र से ही करना शुरू कर चुकी थीं लेकिन मुमताज़ की जोड़ी राजेश खन्ना के साथ मशहूर हो गई। सुनिए मुमताज़ को वो इंटरव्यू जिसमें खोले ज़िंदगी के सारे राज़।
राजेश खन्ना ने इस फिल्म इंडस्ट्री पर राज़ किया था, वो इंडियन फिल्म इंडस्ट्री के पहले सुपरस्टार कहलाए। काका के साथ ढेरों फिल्में कर चुकीं शर्मिला टैगोर की मुलाकात जब सालों बाद कोलकाता में हुई तो वो राजेश खन्ना को पहचान नहीं पाईं और फफककर रो पड़ीं। सुनिए पूरा किस्सा
26 सितंबर 1974 को रिलीज हुई फिल्म ‘आविष्कार’ उन सभी दंपतियों को जरूर देखनी चाहिए जिनके जीवन के नमक से आयोडीन उड़ चुका है, मतलब जिनके जीवन में रस नहीं बचा है। सिनेमा और सिनेमावालों को कोसने का इन दिनों फैशन सा है। लेकिन, ये सिनेमा ही है जो कई बार इसके दर्शकों को जीने का दर्शन सिखा जाता है। ये उन दिनों की बात है जब मिथुन चक्रवर्ती और पद्मिनी कोल्हापुरे की फिल्म ‘प्यार झुकता नहीं’ रिलीज हुई थी। फिल्म ने शादीशुदा जोड़ों पर बड़ा असर डाला। सुनिए पूरी कहानी का Podcast.…
सुपरस्टार रहे राजेश खन्ना, शर्मिला टैगोर और राखी अभिनीत फिल्म ‘दाग’ को आज पूरे 50 साल हो गए हैं. ये फिल्म 27 अप्रैल, 1973 में रिलीज हुई थी. ये फिल्म कई मायनों में खास है. इसी फिल्म से यश चोपड़ा पहली बार प्रोड्यूसर बने और यश राज फिल्म्स की नींव पड़ी. अपनी इस फिल्म के 50 साल पूरे होने और इसके मनाए जा रहे जश्न पर यश चोपड़ा के साथ अपने सहयोग, इस फिल्म के अनुभव और राजेश खन्ना के साथ अपनी सुपरहिट जोड़ी जैसे कई मुद्दों पर बात की है. उपन्यासकार गुलशन नंदा की कहानी पर बनी फिल्म ‘दाग’ असल में टॉमस हार्डी के उपन्यास ‘मेयर ऑफ कैस्टरब्रिज’ से इंस्पायर कहानी है. इस फिल्म के दमदार डायलॉग और नए अंदाज में उस दौर में दर्शकों को खूब लुभाया था. सुनिए फिल्म दाग़ के अनसुने किस्से…
Rajesh Khanna Dilip Kumar Saira Banu: राजेश खन्ना और दिलीप कुमार दोनों ही बॉलीवुड के बहुत बड़े नाम हैं। देश के पहले सुपरस्टार राजेश खन्ना हमेशा दिलीप कुमार को फॉलो किया करते थे। राजेश खन्ना दिलीप कुमार को एक्टिंग की स्कूल कहा करते थे। दोनों एक दूसरे के काफी करीब भी थे। दिलीप कुमार की पत्नी सायरा बानो राजेश खन्ना के साथ कभी काम नहीं किया। उन्होंने खुद इसके पीछे की वजह बताई थी।…
Amitabh Bachchan Shatrughan Sinha Film Dostana: एक समय था, जब अमिताभ बच्चन और शत्रुघ्न सिन्हा की दोस्ती की इंडस्ट्री में मिसालें दी जाती थीं. दोनों के बीच गजब की दोस्ती थी, लेकिन धीरे-धीरे दोनों की दोस्ती में दरार आने लगी और फिर इशारों ही इशारों में इस अनबन का ठीकरा शत्रुघ्न सिन्हा ने अमिताभ बच्चन के सिर पर फोड़ दिया. लेकिन, इतनी अनबन के बाद भी दोनों ने साथ काम करना नहीं छोड़ा.…
अगर दिग्गज फिल्म मेकर गुरु दत्त (Guru Dutt) की कार से एक भैंस न टकराई होती, तो हिंदी सिनेमा को शायद वहीदा रहमान जैसी एक्ट्रेस नहीं मिलती. वहीदा को गुरु दत्त की खोज माना जाता है. उन्होंने गुरु दत्त के प्रोडक्शन हाउस से अपना करियर शुरू किया था. गुरु दत्त ने उन्हें फिल्म सीआईडी (Film CID) में देव आनंद के अपोजिट (Dev Anand) मौका देते हुए उनके साथ तीन साल का अनुबंध किया था. इस दौर में वहीदा रहमान ने गुरु दत्त के कैंप के लिए कई शानदार फिल्में कीं. लेकिन उनकी और गुरु दत्त की पहली मुलाकात संयोग से हुई क्योंकि वहीदा रहमान हैदराबाद (Hyderabad) में थीं. वह डांसर थीं और साउथ की फिल्मों (South Films) में अपने लिए काम तलाश रही थीं.…
शशि कपूर अपने ज़माने के चॉकलेटी हीरो थे। एक बहुत खूबसूरत एक्टर के तौर पर शशि कपूर की पहचान रही। साल 1975 में शशि कपूर ने एक इंटरव्यू दिया जिसमें उन्होंने खुलकर बात की।
Story of Prem Chopra : पिता डॉक्टर बनाना चाहते थे प्रेम चोपड़ा IAS बनना चाहते थे, बन गए एक्टर । TBR ये Podcast प्रेम चोपड़ा का है। भारत पाकिस्तान बंटवारे में पाकिस्तान से आए प्रेम चोपड़ा पहले पंजाब और फिर शिमला में रहे। जिस कॉलेज से पढ़ाई की उसमें अमरीश पुरी भी पढ़ा करते थे। प्रेम चोपड़ा के पिता चाहते थे कि बेटा डॉक्टर बने लेकिन प्रेम चोपड़ा IAS अधिकारी बनना चाहते थे। सुनिए प्रेम चोपड़ा की पूरी कहानी।…
Dharmendra, Rajesh Khanna and Mithun Chakraborty's Car Driver Kabira Kamble: कबीरा कांबले कोई साधारण कार ड्राइवर नहीं थे. लोग उन्हें प्यार से फिल्मी सितारों का लकी मैस्कट कहते थे जो एक तरह से सच ही था. दरअसल, वे जिन एक्टर्स के ड्राइवर बने, वे आगे चलकर बॉलीवुड के सुपरस्टार बन गए. ड्राइवर की खास बात यह थी कि वे एक्टर के सुपरस्टार बनने के बाद उनका साथ छोड़ देते थे.…
बॉलीवुड के सुपरस्टार राजेश खन्ना (Rajesh Khanna) और यश चोपड़ा (Yash Chopra) दोनों ही दिग्गजों की जिंदगी में फिल्म ‘दाग’ (Daag) की महत्वपूर्ण भूमिका है. इस फिल्म में राजेश खन्ना के साथ (Sharmila Tagore) और राखी (Rakhi)जैसी दिग्गज एक्ट्रेस थीं. इस फिल्म को प्यार की कविता यानी (Poem Of Love) कहा गया, और इसे बकायदा फिल्म के पोस्टर पर लिखा भी गया. कुछ फिल्मों के साथ एक्टर-एक्ट्रेस ही नहीं बल्कि निर्माता-निर्देशक की किस्सागोई भी जुड़ी होती है. मशहूर लेखक गुलशन नंदा की कहानी पर बनीं फिल्म ‘दाग’ से यश चोपड़ा अपने प्रोडक्शन हाउस की शुरुआत की थी. सुनिए पूरी कहानी…
Rajesh Khanna and Shahrukh Khan: बॉलीवुड के पहले सुपरस्टार राजेश खन्ना जैसा स्टारडम देखकर एक युवा एक्टर इतना प्रभावित हुए कि उसने ठाल ली कि वह काका की तरह सुपरस्टार बनेगा. उसने राजेश खन्ना को फॉलो ही नहीं किया, बल्कि उनका ड्राइवर और कार लेकर साथ चलने लगा. एक्टर का भाग्य फिर ऐसा चमका कि साल 1993 में उनकी दो फिल्में लगातार सुपरहिट हुईं और वे स्टारडम की ओर तेजी से बढ़ गए.…
निर्माता-निर्देशक यश चोपड़ा ने एक से बढ़कर फिल्मों का निर्देशन किया. उन्होंने आज भी लोग बॉलीवुड के रोमांस किंग के नाम से जानते हैं. उन्होंने जितनी शिद्दत से पर्दे पर मोहब्बत की खुशबू बिखेरी उतनी ही शिद्दत से लोगों ने उनकी फिल्मों को भी प्यार दिया. साल 1976 में वो फिल्म लेकर आए, जिसका नाम था ‘कभी कभी. इसी फिल्म से अमिताभ बच्चन की एंग्री यंग मैन इमेज टूटी थी. 1.4 करोड़ी इस फिल्म ने उस दौर में 4 करोड़ का कमाई की थी. सुनिए पूरा किस्सा…
फिल्मी दुनिया में कई सितारे ऐसे हैं, जो किसी और फील्ड में जाना चाहते थे लेकिन मनोरंजन की दुनिया में आ गए. ऐसी ही एक एक्ट्रेस बॉलीवुड में 80 के दशक में आई थीं, जिनके माता पिता फिल्मी दुनिया का हिस्सा नहीं थे लेकिन फिर भी उनकी किस्मत उन्हें फिल्मों में ले आई. साथ ही उन्हें उस एक्टर के साथ भी काम करने का मौका मिला, जिसकी फिल्में वे थिएटर में देखने जाया करती थीं.…
अमिताभ बच्चन-विनोद खन्ना की ब्लॉकबस्टर फिल्म 'परवरिश' को राजेश खन्ना के बाद शत्रुघ्न सिन्हा ने भी रिजेक्टर कर दिया था. इस फिल्म को लेकर खुद शत्रुघ्न सिन्हा ने एक बार दावा करते हुए कहा था कि इस फिल्म के डायरेक्टर मनमहोन देसाई ने उन्हें इस फिल्म का ऑफर का दिया था लेकिन उन्होंने इस फिल्म को करने से मना कर दिया था.…
राजेश खन्ना (Rajesh khanna) के प्रति फीमेल फैंस की दीवानगी के किस्से आपने खूब सुने होंगे. लेकिन ये किस्सा उस फिल्म का है, जब राजेश खन्ना पर उनकी ही फिल्म की 15 साल की एक्ट्रेस ने 'बदसलूकी' का अरोप लगाया था. ये एक्ट्रेस कॉरियोग्राफर फराह खान की सौतेली बहन है. यही एक्ट्रेस सालों बाद अक्षय कुमार के साथ भी नजर आई थी. सुनिए पूरा किस्सा…
Shashi Kapoor Life Story: 70 के दशक में एक ऐसे अभिनेता इंडस्ट्री में छाए हुए थे, जिनकी ना सिर्फ एक्टिंग के लोग दीवाने थे बल्कि उनकी खूबसूरती पर लोग मर मिटने को तैयार थे. वो अभिनेता थे शशि कपूर (Shashi Kapoor) जिनकी पॉपुलैरिटी ना सिर्फ भारत में बल्कि विदेशों में भी काफी थी. उन्हें पहली बार देखकर तो शर्मिला टैगोर भी एक्टिंग करना भूल गई थीं. यही वजह थी कि मेकर्स उन्हें सिर्फ रोमांटिक रोल में ही देखना पसंद करते थे उनके टैलेंट को कभी पहचान ही नहीं पाए. सुनिए पूरा किस्सा।…
Co star Cut Amitabh Bachchan Scenes: हिंदी सिनेमा में सदी के महानाय के नाम से पहचाने वाले अभिनेता अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) का एक्टिंग में अब तक कोई सानी नहीं हैं. एक्टिंग करियर की शुरुआत उन्होंने फिल्म 'सात हिंदुस्तानी' से की थी. इसके बाद उन्होंने काफी संघर्ष के बाद अपनी अलग पहचान बनाई थी. एक बार तो उन्हें अपने को-स्टार की वजह से ही फिल्म से बाहर कर दिया गया था. शशि कपूर का ये अहसान अमिताभ बच्चन कभी नहीं भूले।…
राजेश खन्ना और अंजू महेंद्रू के रिश्ते की शुरुआत साल 1965 के आसपास शुरू होती है। काका फिल्मों में काम पाने के लिए हाथ-पैर चला रहे थे अंजू भी स्ट्रगलिंग एक्ट्रेस थीं। दोनों करीब 7 साल तक साथ रहे और फिर अचानक से राजेश खन्ना ने डिंपल कपाड़िया से शादी कर ली। अलग होने के 17 साल बाद काका फिर अंजू के करीब आए।…
राजेश खन्ना और प्राण ने बाद के दिनों में कुछ फिल्में साथ में की लेकिन एक ज़माने में दोनों सुपरस्टार को एक साथ कास्ट करने से प्रोड्यूसर घबराते थे। इसकी वजह थी दोनों की बेतहाशा बढ़ती हुई फीस। लेकिन फिर भी दोनों ने कुछ फिल्मों में साथ काम किया।
राखी ने कम उम्र में ही फिल्मों का रुख किया था। धर्मेंद्र के साथ आई फिल्म जीवन और मृत्यु राखी की पहली फिल्म थी। मशहूर गीतकार और पटकथा लेखक निर्देशक गुलज़ार से शादी के एक साल बाद ही दोनों की राहें अलग हो गईं।
राजेश खन्ना और डिंपल कपाड़िया की शादी शुदा जिंदगी कुछ खास नहीं रही। दोनों करीब 10 साल तक किसी तरह एक साथ रहे लेकिन फिर राहें जुदा हो गईं, काका ने डिंपल कपाड़िया से कभी तलाक नहीं लिया मगर साथ भी नहीं रहे। एक बार स्टारडस्ट मैग्जीन को दिए इंटरव्यू में राजेश खन्ना अपनी निजी जिंदगी और डिंपल कपाड़िया पर खुलकर बोले। सुनिए पूरा इंटरव्यू…
Rajesh Khanna Devyani Chaubal Relationship: डिंपल कपाड़िया (Dimple Kapadia) और राजेश खन्ना की शादी 10 साल ही खुशहाल रही. उसके बाद डिंपल अपनी बेटियों को लेकर अलग जाकर रहने लगीं. डिंपल से पहले एक्ट्रेस अंजू महेंद्रू (Anju Mahendru), राजेश खन्ना की जिंदगी में थीं, और डिंपल के जाने के बाद भी रहीं. लेकिन डिंपल और अंजू के अलावा एक तीसरी औरत भी थी, जिसे काका अपने बेहद करीब मानते थे. इस औरत ने काका का खूब फायदा उठाया था…
बात उस दौर की है जब देव आनंद साहब साल 1971 की बड़ी हिट फिल्म ‘हरे रामा हरे कृष्णा’ बनाने की तैयारी में थे. ये वो दौर था जब मुमताज टॉप हीरोइन हुआ करती थीं इसलिए उन्होंने मुमताज को फिल्म में लीड हीरोइन कास्ट करने का मन बनाया, लेकिन बात कहां आकर अटकी की लीड रोल फिल्म में देव साहब की बहन का था. मुमता ने इस किरदार को रिजेक्ट कर दिया और उन्हें दूसरा रोल मिल गया. उस वक्त देव आनंद को ऐसी एक्ट्रेस की तलाश थीं जो फिल्म में उनकी हीरोइन नहीं, उनकी बहन का किरदार निभा सके. लेकिन देव आनंद का चार्म ऐसा था कि हर एक्ट्रेस उनकी हीरोइन बनना चाहती थीं बहन नहीं.…
कहते हैं डर के आगे जीत होती है, लेकिन वो जीत कैसे मिल पाती है. अक्सर या तो उस जीत के लिए लोगों को डर छोड़ना पड़ता है या उस डर को निकालने के लिए कोई गुरु मिलता है. अमिताभ बच्चन सदी के महानायक हैं, लेकिन क्या आप यकीन कर पाएंगे कि जब एक डर से उन्होंने निजात पाई, तब जाकर वह डांसर बन पाए थे. किस्सा बॉलीवुड का है और साल 1972 में आई फिल्म 'बॉम्बे टू गोवा' से जुड़ा है. 51 साल पहले रिलीज हुई ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर जबरदस्त हिट रही थी. लेकिन क्या आप जानते हैं कि फिल्म के दौरान अमिताभ एक दिग्गज एक्टर के पैरों में गिरकर रोने लगे थे.…
Don movie 1978 Unknown Facts : एक समय ऐसा भी था जब सलीम-जावेद की जोड़ी ने फिल्म की लिखी कहानी को फ्लॉप मानकर फिल्म मेकर्स रिजेक्ट कर देते थे. वाहीदा रहमान ने यह बात निर्माता नरीमन ईरानी तक पहुंचाई. उन्होंने इस कहानी पर फिल्म बनाने का फैसला किया और फिल्म कल्ट क्लासिक साबित हुई. इस फिल्म के बाद अमिताभ बच्चन का बॉलीवुड में सिक्का चलने लगा.…
अनिल धवन का लुक अगर आपको याद नहीं आ रहा तो, तो 70 के दशक का बेहद खूबसूरत और पॉपुलर गाना ‘तेरी गलियों में ना रखेंगे कदम (Teri Galiyon Mein) ‘ का वीडियो देख लीजिए. इस वीडियो में ब्लू चेक पैंटसूट में नजर आ रहा हैंडसम नौजवान ही अनिल धवन हैं. बता दें कि इस गाने को मोहम्मद रफी ने गया है और यह सदाबहार खूबसूरत गाना 1974 में आई फिल्म हवस (Hawas) का है. इस फिल्म में अनिल धवन एक्ट्रेस नीतू कपूर (Neetu Singh) के हीरो बने थे.…
Rajesh Khanna At Deepika Chikhalia Wedding: टीवी पर 'सीता मां' का किरदार निभा चुकीं दीपिका चिखलिया आज भी अपने किरदार के लिए दर्शकों के बीच पसंद की जाती हैं. दीपिका ने बॉलीवुड में भी काम किया है, लेकिन उन्हें पहचान दिलाई टेलीविजन से. दीपिका ने अपने करियर के पीक पर रहते हुए हेमंत टोपीवाला से शादी कर ली और अपना घर बसा लिया…
साल 1990 में रिलीज हुई राजेश खन्ना (Rajesh Khanna) और गोविंदा (Govinda) की फिल्म ‘स्वर्ग’ उस साल की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्मों में से एक थी. 2 करोड़ के बजट में बनी इस फिल्म ने तकरीबन 14 करोड़ रुपये की कमाई की थी. ये फिल्म उस दौर में रिलीज हुई थी जब इंडस्ट्री के पहले सुपरस्टार राजेश खन्ना का करियर डूबने की कगार पर पहुंच गया था. इस फिल्म से पहले रिलीज हुई राजेश खन्ना की लगभग हर फिल्म फ्लॉप रही थी. ये कहना भी गलत नहीं होगा कि ‘स्वर्ग’ ने उनके डूबते करियर को सहारा दिया था.…
Mohsin Khan on his divorce with Reena Roy : मशहूर अभिनेत्री रीना रॉय ने उस दौर के मशहूर पाकिस्तानी क्रिकेटर मोहसिन खान से साल 1983 में शादी रचाई थी. शादी के बाद रीना मोहसिन के साथ पाकिस्तान चली गई थीं. 7 साल बाद ही दोनों की बीच तलाक भी हो गया था. मोहसिन खान ने हाल ही में एक इंटरव्यू में कहा कि उन्हें रीना रॉय के साथ तलाक पर कोई अफसोस नहीं है.…
Rajesh Khanna Souten Film: राजेश खन्ना को यूं ही हिंदी सिनेमा का पहला सुपरस्टार नहीं कहा जाता. एक दौर था जब राजेश खन्ना की फिल्मों का दर्शकों के बीच बोलबाला था और उनकी शानदार पर्सनालिटी की लाखों लड़कियां दीवानी थीं. लेकिन, एक वक्त ऐसा भी आया, जब उनका करियर डगमगाने लगा था और उनकी फिल्में लगातार फ्लॉप होने लगी थीं.…
ओशो रजनीश से मोह भंग होने के बाद जब विजय आनंद दोबारा फिल्म डायरेक्शन में लौटे तो उन्होंने फिल्म राम बलराम की शुरुआत की लेकिन अमिताभ बच्चन और धर्मेंद्र के आपसी झगड़े ने सात महीने में बनने वाली इस फिल्म को सात साल में पूरा किया।
राजेश खन्ना के चाहने वाले उस दौर में तो देश भर में हर उम्र के लोग थे, लेकिन आज भी कई लोग उनके और उनके स्टारडम के किस्से बड़े चाव से सुनते और सुनाते हैं. इन्ही में से एक किस्सा 52 साल पुराना है, जब सैकड़ों लोगों की भीड़ ने देखने के लिए राजेश खन्ना को घेर लिया था. क्यों भीड़ में घबराने लगे थे काका और कैसे बची थी उनकी जान बताते हैं…
When Dimple Kapadia propose to Rajesh Khanna Indirectly: राजेश खन्ना ने जब 16 साल की डिंपल कपाड़िया से शादी की, तब बॉलीवुड के गलियारों में खूब बातें बनीं. लेकिन, दोनों एक-दूसरे को स्वीकार कर चुके थे, लेकिन क्या आप जानते हैं कि राजेश खन्ना ने नहीं बल्कि डिंपल ने बेहद चतुराई से राजेश खन्ना को प्रपोज किया था. कैसे उन्होंने राजेश खन्ना को अपना हाथ थमा दिया, ये खुलासा उन्होंने खुद किया था.…
Rajesh Khanna Was Not First Choice For Aradhana: राजेश खन्ना (Rajesh Khanna) को उनकी बेहतरीन अदाकारी के लिए आज भी याद किया जाता है. उन्होंने सालों तक बॉलीवुड इंडस्ट्री पर एक तरफा राज किया था, लेकिन सुपरस्टार का दर्जा पाने के लिए राजेश खन्ना ने कई सालों तक इंतजार किया. फिर उन्हें वो फिल्म मिली, जिसने ना सिर्फ बॉक्स ऑफिस पर एक इतिहास रचा बल्कि मूवी कल्ट क्लासिक भी साबित हुई.…
राज कपूर और राजेश खन्ना ने कभी साथ में कोई फिल्म नहीं की। एक बार ये संयोग बना भी लेकिन कपूर फैमिली ने इसमें अड़ंगा लगा दिया। इस फिल्म की हीरोइन पहले लता मंगेशकर फिर हेमा मालिनी होने वाली थीं मगर फिल्म मिली ज़ीनत अमान को। फिल्म का नाम - सत्यम शिवम सुंदरम। सुनिए पूरा किस्सा
राजेश खन्ना अपने ज़माने के ऐसे सुपरस्टार थे कि लोग उन्हें उनकी फिल्मों के अलावा उनके व्यक्तित्व के लिए भी याद करते थे। सुनिए Rajesh Khanna के जयपुर के किस्से
एक दौर में राजेश खन्ना ने अपना रुतबा ऐसा बना लिया था कि फिल्ममेकर्स उन्हें मुंहमागी रकम देने के लिए तैयार हो जाते थे. क्योंकि वो ये जानते थे कि राजेश पर पैसा लगाने का मतलब फिल्म रिलीज होते ही मालामाल हो जाना है. 1990 में राजेश खन्ना ने उस सटीक क्षण को याद किया जब उन्हें खुद का स्टारडम महसूस होने लगा था. क्यों डिंपल कपाडिया को लगने लगा था कि राजेश खन्ना पागल होने लगे हैं…
राजेश खन्ना और मुमताज की दोस्ती बहुत गहरी थी। एक बार वो भीड़ में बिना हिचक के राजेश खन्ना की जान बचाने चली गई थीं। वहीं फिल्म ब्रह्मचारी की शूटिंग के दौरान शम्मी कपूर और वो एक-दूसरे को पसंद करने लगे थे, लेकिन कपूर खानदान की एक परंपरा की वजह से ये रिश्ता टूट गया। मुमताज ने बतौर लीड एक्ट्रेस अपने करियर की शुरुआत B ग्रेड की फिल्मों से की थी, लेकिन उन्होंने अपनी एक्टिंग से हर किसी को लुभाया और A ग्रेड फिल्मों की टाॅप एक्ट्रेस बनीं।…
नसीरुद्दीन शाह ने कला फिल्मों में अपनी संजीदा अदाकारी का लोहा हमेशा मनवाया। वो अपनी बेबाक बयानबाज़ी के लिए भी जाने जाते हैं। एक बार एक इंटरव्यू में नसीरुद्दीन शाह ने फिल्म शोले को बकवास फिल्म और राजेश खन्ना को घटिया एक्टर कहा था। जिसपर हंगामा हो गया था।
Shaan Movie 1980 Unknown Facts : डायरेक्टर रेमश सिप्पी की (Ramesh Sippy) एक्शन थ्रिलर फिल्म 'शान' (Shaan) बॉलीवुड की ब्लॉकबस्टर फिल्मों की लिस्ट में शुमार है. हालांकि बहुत कम लोग जानते हैं इस फिल्म को डायरेक्टर फिल्म 'शोले' (Sholay) की तर्ज पर बनाने वाले थे. हालांकि एक्टर धर्मेंद्र, संजीव कुमार और एक्ट्रेस हेमा मालिनी की वजह से उनकी ये मंशा अधूरी रह गई.…
उन दिनों रेखा को गंभीर एक्ट्रेस के तौर पर पहचान नहीं मिली थी। तभी फिल्म निर्देशक दुलाल गुहा ने फिल्म दो अंजाने रेखा को ऑफर की। हालांकि इस फिल्म को शर्मिला टैगोर और मुमताज़ ठुकरा चुके थे। फिल्म में अमिताभ बच्चन लीड रोल में थे। फिर आखिर रेखा ने निगेटिव किरदार क्यों चुना?
Dharmendra Choice: 1975 रिलीज हुई फिल्म 'चुपके चपके' सुपरस्टार धर्मेंद्र की बेहतरीन फिल्मों में एक है. जब भी बॉलीवुड की शानदार रोमांटिक कॉमेडी ड्रामा की बात होती है, तो इस फिल्म का नाम अपने आप ही लोगों की जुबां पर आ जाया करता है. इस फिल्म में धर्मेंद्र के अलावा शर्मिला टैगौर, अमिताभ बच्चन और जया बच्चन लीड रोल में थे. फिल्म में धर्मेंंद्र की शर्मिला टैगोर जोड़ी बनी थी. हालांकि आपको जानकर हैरानी होगी कि इस फिल्म को शर्मिला संग करने लिए धर्मेंद्र ने डायरेक्टर के सामने शर्त रख दी. उनकी शर्त के आगे डायरेक्टर विवश हो गए थे. चलिए बताते हैं इस बारे में ..…
साल 1985 में रिलीज हुई फिल्म 'मास्टरजी' से पहले श्रीदेवी (Sridevi) दर्जन से ज्यादा फिल्में बतौर लीड हीरोइन कर चुकी थीं. इनमें आठ फिल्में हिंदी भाषा की थीं. इन फिल्मों में वह जीतेंद्र के साथ नजर आई थीं. अमिताभ बच्चन के साथ भी वह फिल्म 'इंकलाब' में काम कर चुकी थीं. कमल हासन संग 'सदमा' करके वह समीक्षकों की भी चहीती बन चुकी थीं.…
राजेश खन्ना के साथ काम करने के बारे में राजेश खन्ना को कोई शंका नहीं थी, लेकिन शर्मिला एक समय के बाद उनके साथ काम करने से बचने लगी थीं। इसका खुलासा उन्होंने हाल ही में ऑडिबल ऑडियो बुक की कन्वर्सेशन 'Rajesh Khanna: Ek Tanha Sitara' में किया है जो राजेश खन्ना की डेथ एनिवर्सरी पर रिकॉर्ड किया गया था।
First Hindi Film Without Interval: हर फिल्म में एक इंटरवल होता है, जिसमें लोग पॉपकॉर्न का मजा लेते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं बॉलीवुड के इतिहास में एक फिल्म ऐसी भी बनी थी, जिसमें इंटरवल ही नहीं था, संजोग से बनी राजेश खन्ना की इस फिल्म का नाम था 'इत्तेफाक'. ये फिल्म कैसे बनी अगर आप ये जान जाएंगे तो आप भी कहेंगे, ये कहानी फिल्मी लग रही है.…
1960 के दशक में राजेश खन्ना ने खूब सक्सेस हासिल की. पॉपुलर इस कदर हुए कि इन्हें हिंदी सिनेमा का पहला सुपरस्टार तक कहा जाने लगा था. पर एक समय एक्टर के जीवन में ऐसा भी आया, जब इनका स्टारडम नीचे गिरता चला गया. और फिर कभी राजेश खन्ना फिल्म इंडस्ट्री में अपनी धाक नहीं जमा पाए. हाल ही में एक इंटरव्यू में प्रेम चोपड़ा ने राजेश खन्ना के इसी डाउनफॉल पर खुलकर बात की.…
राजेश खन्ना और अंजू महेंद्रू का रिश्ता उस दौर में शुरू हुआ था जब दोनों फिल्म इंडस्ट्री में संघर्ष कर रहे थे. अंजू को पहले फिल्म मिली जबकि राजेश खन्ना को ज्यादा संघर्ष करना पड़ा. इसके बाद क्या हुआ ये तो सभी जानते हैं. काका इंडस्ट्री में चमक गए और अंजू को कामयाबी हासिल नहीं हुई. लेकिन दोनों का रिश्ता टूटा और सालों बाद फिर जुड़ा. राजेश खन्ना की 11वीं पुण्यतिथि पर अंजू ने काका को याद किया है.…
Reena Roy Untold Story: 70 से 80 दशक तक रीना रॉय का नाम बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्रियों की लिस्ट में शुमार था और देखते ही देखते वह बड़े पर्दे पर छा गई थीं, लेकिन जिस एक्ट्रेस की एक झलक पाने को उनके फैंस हमेशा बेकरार रहते थें, वही एक्ट्रेस कभी बॉलीवुड के पहले सुपरस्टार की झलक पाने के लिए घंटों उनके घर के बाहर खड़ी रहती थीं.…
Rajesh Khanna और Asha Parekh की फिल्म आन मिलो सजना अपने समय की ब्लाकबस्टर फिल्म थी। इस फिल्म के सभी गाने बहुत मशहूर हुए। सालों बाद अब एक इंटरव्यू में आशा पारेख ने राजेश खन्ना और विनोद खन्ना के साथ शूटिंग का किस्सा साझा किया।
शादी तो हो गई और शादी के बाद राजेश दो बेटियों के पिता भी बन चुके थे. ये सब होने के बाद भी राजेश और डिंपल का रिश्ता भी काफी उतार-चढ़ाव से गुजरा. एक वक्त ऐसा आया था जब दोनों अलग रहने लगे थे, लेकिन डिंपल ने राजेश को तलाक नहीं दिया. अलग होने के बाद दोनों सिर्फ एक फिल्म में नजर आए और वो दोनों की आखिरी फिल्म साबित हुई.…
राजेश खन्ना उन दिनों बड़े स्टार थे. उनकी फिल्म में एंट्री होती तो बड़े-बड़े फायनेंसर्स की लाइन लग जाया करती. एक के बाद एक वह हिट फिल्म दे रहे थे और हर फिल्ममेकर की पहली पसंद बने थे. ‘किंग ऑफ रोमांस’ के नाम से पहचान बनाने वाले यश चोपड़ा ने 1972 में शादी के बाद ने अपना कुछ करने का फैसला किया. भाई के साथ काम करके वह डायरेक्शन की बारिकियां सीख चुके थे ये वहीं दौर था, जब उन्होंने अपने बैनर, यश राज फिल्म्स की नींव रखी. इस बैनर के तले उन्होंने पहली फिल्म ‘दाग’ के निर्माण का ऐलान किया. दूसरे डायरेक्टर्स की तरह राजेश खन्ना उनकी पहली पसंद थी और उन्होंने फिल्म के लिए उन्हें मना भी लिया.…
Rajesh Khanna Asked Moushumi Chatterjee About Kid Father: बॉलीवुड एक्ट्रेस मौसमी चटर्जी दिखने में बेहद भोली-भाली लगती हैं, लेकिन अंदर से वह हमेशा से ही बहुत तेज-तर्रार रही हैं. गलत चीजें वह बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करतीं और ये हमेशा से उनके व्यवहार में रहा है. तभी तो जब एक बार जब राजेश खन्ना ने अभिनेत्री से उनके बच्चे को लेकर सवाल किया तो उन्होंने उनकी ही भाषा में जवाब भी दे दिया.…
सुभाष घई (Subhash Ghai) ने साल 1979 में आई फिल्म ‘कालीचरण’ (Kalicharan) से निर्देशन की दुनिया में कदम रखा था. शत्रुघ्न सिन्हा (Shatrughan Sinha) स्टारर और सुभाष घई निर्देशित यह पहली ही फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट साबित हुई थी. शत्रुघ्न -सुभाष के अलावा फिल्म की हीरोइन रीना रॉय (Reena Roy) भी रातों रात चमक गई थीं.इस फिल्म के जरिए बॉलीवुड को शत्रुघ्न सिन्हा -रीना रॉय जैसी सुपरस्टार जोड़ी मिली थी. फिल्म में शत्रुघ्न- रीना की केमिस्ट्री को दर्शकों ने दिल खोल कर प्यार दिया. हालांकि आपको जानकार हौरानी होगी कि फिल्म के लिए शत्रुघ्न सिन्हा प्रोड्यूसर की पहली पसंद नहीं थे.…
हेमा मालिनी एक कामयाब एक्ट्रेस के अलावा शास्त्रीय नृत्यांगना भी हैं। लेकिन जब हेमा मालिनी फिल्मों में आईं तब हिन्दी फिल्मों में अजब-गजब डांस का दौर था। कुछ फिल्मों में तो हेमा की जिद के आगे डायरेक्टर के भी पसीने छूट गए
Raj Kapoor Exclusive Interview : शोमैन राज कपूर का दशकों पुराना इंटरव्यू, जिसमें सारे राज़ खोल दिए इस इंटरव्यू में राज कपूर ने अपने परिवार और अपने करियर पर खुलकर बात की है।
बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री रीना रॉय हाल ही में कपिल शर्मा शो में पहुंची थीं. 70 और 80 के दशक में टॉप हीरोइन्स में गिनी जाने वाली रीना रॉय ने यहां अपने करियर से जुड़े कई किस्सों का खुलासा किया है. रीना रॉय ने साल 1972 में फिल्म जरूरत से अपने करियर की शुरुआत की थी. 70 के दशक में शुरू हुआ अभिनय का ये सफर साल 2000 तक जारी रहा. 30 साल से ज्यादा के सफर में रीना रॉय ने 108 से ज्यादा फिल्मों में अपनी अदाकारी का जलवा बिखेरा. एक्टिंग से ज्यादा बॉलीवुड के सुपरस्टार रहे शत्रुघ्न सिन्हा के साथ अफेयर को लेकर भी रीना रॉय खूब चर्चा में रहीं.…
राजेश खन्ना (Rajesh Khanna) अपने फिल्मों को लेकर कुछ मामलों में संजीदा किस्म के इंसान थे. राजेश की दोस्ती किशोर कुमार (Kishore Kumar) से जबरदस्त थी. काका किशोर पर भरोसा भी बहुत करते थे. लेकिन 51 साल पहले रिलीज हुई फिल्म ‘दुश्मन’ (Dushman) में गाने के किशोर दा तैयार ही नहीं थे, और राजेश उन्हीं से गवाना चाहते थे. लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल भी परेशान हो गए थे.…
बॉलीवुड फिल्म 'किस्सा कुर्सी का' भारतीय सिनेमा इतिहास की सबसे विवादित फिल्मों में से एक मानी जाती है। इस फिल्म के रिलीज से पहले ही इसने इंदिरा गांधी सरकार को हिला कर रख दिया था। कहा जाता है ये फिल्म इमरजेंसी पर आधारित थी। ये फिल्म अमृत नाहटा ने 1974 में बनाई थी, लेकिन 1975 में इस पर बैन लगा दिया और इसके प्रिंट सरकार ने जब्त कर लिए।…
गुरु दत्त ने करियर में बहुत कुछ हासिल किया था लेकिन अफसोस की बात है कि उनका नाम भी उन कलाकारों में शामिल है जिनके मौत की कहानी एक रहस्य बनकर रह गई। गुरु दत्त का 39 वर्ष की उम्र में निधन हो गया था और उनकी मौत आत्महत्या थी। उनकी मौत की एक रात पहले की क्या कहानी थी इसका जिक्र उनके दोस्त और उनकी ज्यादातर फिल्मों के लेखक अबरार अल्वी ने अपनी किताब टेन ईयर्स विद गुरु दत्त में किया था।…
अंत समय करीब आता जा रहा था, कैंसर उन्हें खाता जा रहा था. कहते हैं कि अपने आखिरी पलों में राजेश खन्ना खामोश रहते थे. बस यही चाहते थे कि उनकी बेटियां आंखों के सामने रहे. ट्विंकल कम आ पाती थीं क्योंकि प्रेग्नेंट थीं लेकिन रिंकी हमेशा उनके पास रहती थीं. ऐसे वक्त में डिंपल कपाड़िया उनकी बड़ी तीमारदारी करती थीं. राजेश को अपने अंतिम समय का आभास हो गया था,ये जानते थे कि कभी भी दुनिया से विदाई हो सकती है, इसलिए अपनी वसीयत बनवाई.…
अमिताभ बच्चन और मौसमी चटर्जी की एक फिल्म आई थी मंज़िल, इस फिल्म में बारिश में एक गाना शूट हुआ था जिसके बोल हैं - रिमझिम घिरे सावन, सुलग सुलग जाए मन.. और अब सालों बाद मौसमी चटर्जी ने इस गाने की शूटिंग से जुड़ा किस्सा साझा किया है।
राजेश खन्ना और अंजू महेंद्रू का रिश्ता तब दम तोड़ने लगा था। लेकिन फिर भी दोनों साथ में ही रहते थे। इस बीच क्रिकेटर गैरी सोबर्स आ गए और इधर से एंट्री हुई डिंपल कपाड़िया की।
डिंपल कपाड़िया और ऋषि कपूर के बीच की दोस्ती में जब राजेश खन्ना आए तो राजेश खन्ना की ही वजह से ऋषि कपूर का ब्रेकअप हुआ और यही कारण था कि ऋषि कपूर, राजेश खन्ना से बहुत चिढ़ते थे। उन्होंने उनके, डिंपल और राजेश खन्ना की ईक्वेशन पर अपनी किताब में कुछ दिलचस्प बातें बताई थीं।
राजेश खन्ना को शुरुआत में जब दो फिल्में दो बड़े बैनर के साथ ऑफर हुईं तो तो उनके पैर जमीन पर नहीं थे। खुशी थी कि शुरुआत अच्छी हो रही है लेकिन मुश्किल ये थी कि फिल्म की शूटिंग सुबह 10 बजे से होनी थी, अब जल्दी उठना काका के लिए मुश्किल बात थी। सो पहली फिल्म की शूटिंग के पहले ही दिन काका देरी से पहुंचे और फिर कभी भी किसी भी शूटिंग सेट पर समय से नहीं पहुंचे।…
राजेश खन्ना और अनिता आडवाणी करीब 8 साल तक लिव इन रिलेशनशिप में रहे. हालांकि इसका दावा कभी राजेश खन्ना या उनके परिवार ने नहीं किया..बल्कि ये दावा खुद अनिता आडवाणी ने किया. ये सच है कि अनिता आशीर्वाद में आती थीं. काका के साथ उनकी अच्छी दोस्ती थी मगर काका के करीबी लोगों का मानना है कि अनिता कभी भी आशीर्वाद में एक रात के लिए भी नहीं रुकीं. अनिता का कहना है कि वो राजेश खन्ना के लिए करवा चौथ का व्रत रखती थीं.…
राजेश खन्ना जब राजनीति से अलग हुए तो वापस फिल्मों में आने के लिए छटपटाने लगे। उन्हीं दिनों उनकी बात एक्टर, प्रोड्यूसर धीरज कुमार से हुई। टीवी सीरियल रघुकुल रीत सदा चली आई में काका ने काम किया। इस दौरान उनका जोश ठीक वैसा ही था जैसा फिल्म की शूटिंग के पहले दिन था।
राजेश खन्ना के व्यक्तित्व को समझ पाना मुश्किल काम था। काका पल में शोला पल में माशा वाली शख्सियत थे। उनके व्यक्तित्व के बारे में उनके साथ काम कर चुकी तमाम एक्ट्रेस ने अपनी राय रखी है। सुनिए
राजेश खन्ना के बचपन का किस्सा आपको बहुत कम पढ़ने और सुनने को मिलेगा। काका कभी भी अपने बचपन के बारे में कोई बात नहीं करते थे। पाकिस्तान के लाहौर से अमृतसर और फिर बंबई आने की कहानी जिसमें उलझे हैं काका के बचपन के अनसुने किस्से।
राजेश खन्ना अपने जीवन के आखिरी दिनों तक इस उम्मीद में रहे कि उनके फैंस लौट आएंगे। लेकिन ऐसा नहीं हुआ और जब हुआ तब तक काका आखिरी सफर पर निकलने की तैयारी में थे। सारी मीडिया में हर न्यूज़ चैनल में सिर्फ राजेश खन्ना की चर्चा थी। ऐसा लगा जैसे काका के भूले बिसरे फैंस लौट आए हैं।
राजेश खन्ना अपनी ज़िंदगी के आखिरी दिनों तक अपने फैंस के लौटने का इन्तज़ार करते रहे। मगर वक्त कभी नहीं लौटता। कैंसर से जूझ रहे राजेश खन्ना आखिरी दिनों में भी शूटिंग करते रहे उतने ही जुनून के साथ जितना पहले था।
राजेश खन्ना का निधन 18 जुलाई 2012 को हुआ था और 19 जुलाई को काका को मुंबई के पवन हंस श्मशान घाट में नाती आरव ने मुखाग्नि दी। राजेश खन्ना को विदा करने उनके वो सभी फैंस लौट आए थे जिसका इंतज़ार काका जीवन के आखिरी दिनों तक करते रहे।
ये किस्सा 20 मई 1991 से शुरू होता है, वो दिन जब दिल्ली की नई दिल्ली लोकसभा सीट ने राजेश खन्ना और लाल कृष्ण आडवाणी के लिए वोट डाले। अगले दिन एक तस्वीर अखबारों में छपी जिसमें काका के साथ राजीव गांधी और सोनिया गांधी भी नज़र आए और दुर्भाग्य से उसी दिन यानि कि 21 मई 1991 को राजीव गांधी की हत्या कर दी गई।
राजेश खन्ना और टीना मुनीम का रिश्ता मुकम्मल होने के एक लंबे इंतजार के बाद आखिरकार खत्म हो गया। हालांकि, इस रिश्ते में राजेश खन्ना पहले के दोनों रिश्ते की तरह ही नाकामयाब रहे। अंजू महेंद्रू राजेश खन्ना की कामयाबी को संभाल नहीं पाईं तो डिंपल कपाड़िया काका की नाकामयाबी। टीना मुनीम को काका बहुत देर से मिले इसलिए जुदा तो होना ही था।…
राजेश खन्ना ने 15 सुपरहिट फिल्मों के साथ जो इतिहास रचा उसे कोई भी कलाकार आजतक नहीं तोड़ पाया। इसके बाद काका की फ्लॉप फिल्मों का दौर शुरू हुआ। एक के बाद एक राजेश खन्ना की 5 फिल्में फ्लॉप हुईं। जिससे काका टूटने लगे।
राजेश खन्ना तब तक अपने करियर से हारने लगे थे। फिल्म इंडस्ट्री का नया दौर आ गया था। कुमार गौरव, संजय दत्त, अनिल कपूर, जैकी श्रॉफ जैसे सितारे आ गए थे। तभी काका ने डिंपल के साथ एक फिल्म की और अपने पुराने रिश्तों को सुधारने की कोशिश भी की। करीब 17 साल बाद राजेश खन्ना ने अमिताभ बच्चन और अंजू महेंद्रू से मुलाकात की।…
राजेश खन्ना की तब एक के बाद एक सात फिल्में फ्लॉप हुईं। ये शोले की रिलीज़ के बाद के दिन थे। महबूबा के फ्लॉप होने के बाद काका की 7 फिल्में फ्लॉप हुईं और एक रोज़ अपने घर आशीर्वाद की छत पर चढ़कर रोने लगे। डिंपल कपाड़िया समेत घर का सारा स्टाफ छत पर आ गया था।
फिल्म दुश्मन की शूटिंग चल रही थी। गांव वालों को पता चल गया कि राजेश खन्ना आए हैं। लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। काका को देखने के लिए लोग जमा हो गए। भीड़ इतनी बढ़ गई कि शूटिंग करना मुश्किल हो गया, शूटिंग को बीच में रोकना पड़ा। तभी गांव वालों ने राजेश खन्ना को घेर लिया। काका के कपड़े तक फट गए। तब बड़ी मुश्किल से मुमताज़ ने राजेश खन्ना को बचाया।…
साल 1970 राजेश खन्ना के लिए बेहतरीन साल था, इस साल काका की आराधना के बाद रिलीज़ हुई फ़िल्म डोली, बंधन भी हिट रही। इसके बाद वहीदा रहमान के साथ खामोशी और शर्मिला टैगोर के साथ सफर आई। काका ने रोमांटिक रोल ही नहीं खामोशी जैसी फिल्में करके अपनी प्रतिभा का लोहा भी मनवाया। सुनिए काका की फिल्मों का किस्सा।
राजेश खन्ना और डिंपल कपाड़िया के बीच उन दिनों सबकुछ ठीक नहीं था। दोनों बेटियां हो चुकी थीं। शादी के करीब चार साल बीत चुके थे। राजेश खन्ना की फिल्में नाकाम हो रही थीं, उनके मन में एक तनाव ये भी था। इसी बीच डिंपल कपाड़िया और काका के नाज़ुक होते रिश्ते के बीच डिंपल ने एक इंटरव्यू दिया जिसने कमजोर होते रिश्ते में आग में घी का काम कर दिया।…
राजेश खन्ना के सितारे जब गर्दिश में आए तभी अमिताभ बच्चन हिन्दी फिल्म इंडस्ट्री में एक चमक के साथ उभरे। जंजीर के बाद दीवार और फिर शोले की अतुलनीय कामयाबी ने उन्हें बुलंदी पर पहुंचा दिया। लेकिन बड़ा सवाल ये है कि फिल्म अंदाज़ के बाद जीपी सिप्पी और दाग के बाद यश चोपड़ा ने राजेश खन्ना के साथ काम क्यों नहीं किया। सालों बाद सलीम खान ने एक इंटरव्यू में इसकी वजह बताई है।…
Rajesh Khanna और Anju Mahendru के रिलेशन को तब पांच साल हो चुके थे। काका की आराधना रिलीज़ हुई थी, सुपरस्टार राजेश खन्ना के सितारे बुलंदी पर थे। हर कोई उन्हें साइन करने को तैयार था। तकरीबन दो साल तक राजेश खन्ना का हर दिन बुक हो चुका था। अब उनके पास न खुद के लिए समय था, न अंजू महेंद्रू के लिए।
राजेश खन्ना का सितारा 1969 से लेकर 1973 तक जिस रफ्तार में चमका, वैसा करिश्मा आजतक कोई भी फिल्म स्टार नहीं कर पाया। काका की एक झलक पाने को लोग बेताब थे। उन्हीं दिनों राजेश खन्ना लॉटरी के एक कार्यक्रम के लिए बेंगलुरु गए जहां उनका खुद के सुपर स्टारडम से सामना हुआ। सुनिए पूरा किस्सा
तब राजेश खन्ना की बैक टू बैक सुपरहिट फिल्मों का सिलसिला टूट गया था। इस बीच कुछ ऐसी फिल्में कर ली थीं जिनका ग्राफ पहले की फिल्मों सा नहीं था। मीडिया ने काका के करियर के खत्म होने की भविष्यवाणी कर दी। तभी यश चोपड़ा ने राजेश खन्ना को लेकर फिल्म दाग बनाई जिसने कामयाबी के झंडे गाड़ दिए।
साल 1985 में रिलीज़ हुई शशि कपूर की फिल्म उत्सव बॉक्स ऑफिस पर औंधे मुंह गिर गई। फिल्म समीक्षकों ने इसे कमजोर स्क्रिप्ट और कमजोर निर्देशन में बनी फिल्म करार दिया। इस फिल्म से तब शशि कपूर को करीब डेढ़ करोड़ का नुकसान हुआ था। हालांकि फिल्म के गीत आज भी सुने जाते हैं।
राजेश खन्ना और अंजू महेंद्रू का रिश्ता उस दौर में शुरू हुआ था जब इन दोनों को कोई नहीं जानता था। अंजू, काका की गर्लफ्रेंड थीं। जो काका के सुपरस्टार बनने के बाद भी उनको वैसे ही देखती थीं जैसे पहले था। लेकिन राजेश खन्ना का बढ़ा हुआ रुतबा अब दोनों के बीच आने लगा था। सुनिए पूरी कहानी का Podcast.
राजेश खन्ना अपनी ज़िंदगी के आखिरी दिन तक अपने उस सुपर स्टारडम को तलाशते रहे जिसमें सारा हिन्दुस्तान काका का दीवाना था। सुनिए राजेश खन्ना (Rajesh Khanna) का 15 साल पुराना इंटरव्यू।
रेखा उन दिनों करीब 25 फिल्मों में काम कर रही थीं। लेकिन इनमें से ज्यादातर फिल्में बी ग्रेड की थीं। मीडिया में रेखा अपने बेबाक बयानों के लिए सुर्खियों में रहती थीं। शादी से पहले सेक्स को लेकर रेखा के बयान फिल्मी मैग्जीन में छपने लगे थे।
Amitabh Bachchan Interview : जब संन्यासी बन गए अमिताभ बच्चन, सुनिए साल 1984 में दिया गया इंटरव्यू फिल्म शराबी की शूटिंग चल रही थी, जब अमिताभ बच्चन ने अपने एक इंटरव्यू में बताया कि कैसे 40 दिन तक सबरीमाला मंदिर में अमिताभ बच्चन एक संन्यासी बन कर रहे। सुनिए पूरा इंटरव्यू
राजेश खन्ना ने 27 मार्च 1973 को अचानक डिंपल कपाड़िया से शादी कर ली। देवयानी चौबल का दावा था कि ख़बर उनके अलावा किसी के पास नहीं थी। शादी वाले दिन देवयानी चौबल ने ही राजेश खन्ना को साफा बांधा और उसी रात वो अंजू महेंद्रू से मिलने पहुंचीं जिसका सीधा असर राजेश खन्ना और देवयानी के रिश्ते पर पड़ा। इसी का बदला लेने के लिए काका ने एक Exclusive Interview दिया।…
राजेश खन्ना ने फिल्मों से थोड़ा सा ब्रेक लेकर राजनीति में कदम रखा। राजीव गांधी के कहने पर राजेश खन्ना ने नई दिल्ली सीट से पर्चा भरा, सामने मुकाबले में थे बीजेपी के कद्दावर नेता लालकृष्ण आडवाणी। राजेश खन्ना के लिए ये चुनाव किसी फिल्म की शूटिंग जैसा ही था।
राजेश खन्ना ने साल 1982 में एक इंटरव्यू दिया, ये इंटरव्यू काका के फिल्मी करियर के तकरीबन 21 साल पूरे होने पर था। जिसमें काका ने अपने फिल्मी सफर पर खुलकर बात की। सुनिए क्या कहा?
तब राजेश खन्ना और टीना मुनीम की मोहब्बत के चर्चे थे। टीना ने काका पर डिंपल कपाड़िया से तलाक लेकर खुद से शादी का प्रस्ताव रखा। मगर काका डिंपल को तलाक देने को तैयार नहीं थे लिहाज़ा टीना ने काका से अलग होने का फैसला कर लिया। लेकिन टीना ने जाने से पहले काका को एक खूबसूरत तोहफा दिया।
राजेश खन्ना का साल 1990 में दिया गया वो Exclusive Interview जिसमें काका ने अपनी कभी न रिलीज़ होने वाली फिल्म 'जय शिव शंकर' के बारे में खुलकर बात की। ये हिंदुस्तान के बाहर लिया गया था। इसमें काका ने अपना दिल निकाल कर रख दिया।
राजेश खन्ना और अमिताभ बच्चन ने आनंद और नमक हराम के बाद कभी भी साथ में काम नहीं किया। उन दिनों काका का करियर ढल चुका था, अमिताभ बच्चन के सामने भी नए सितारे आकर खड़े हो गए थे। तभी एक मैग्जीन के साझा इंटरव्यू के लिए अमिताभ बच्चन और राजेश खन्ना साथ आए। इस इंटरव्यू ने तहलका मचा दिया।
नब्बे के दशक की शुरुआत में राजेश खन्ना और टीना मुनीम की लव स्टोरी हर जगह सुर्खियों में थी। साल 1983 में आई दोनों की फिल्म सौतन सुपरहिट रही थी। डिंपल कपाड़िया अब काका से अलग रहने लगी थी। इन्हीं दिनों राजेश खन्ना ने टीना मुनीम को लेकर एक चौंकाने वाला इंटरव्यू दिया।
रेखा के करियर के लिहाज से 70 का दशक अच्छा रहा, इस दौर में रेखा ने अपने करियर की एक से बढ़कर एक फिल्में दीं। इन्हीं दिनों रेखा और नरगिस दत्त के झगड़े की ख़बरें फिल्म मैग्जीन में छपने लगीं जिसमें नरगिस ने रेखा को बहुत भला बुरा कहा।
तब राजेश खन्ना का करियर कुछ खास नहीं चल रहा था। उन्हीं दिनों सावन कुमार ने काका को फिल्म सौतन ऑफर की। शूटिंग मॉरिशस में शुरू हो गई। इन्हीं दिनों फिल्म की हीरोइन टीना मुनीम से बढ़ती नजदीकियों ने डिंपल कपाड़िया को राजेश खन्ना से दूर कर दिया।
Shammi Kapoor Second Wife Neila Devi Life : विवाह के बाद हर एक स्त्री मां बनना चाहती है, पर कई महिलाएं न चाहते हुए भी मां बनने के सुख से महरूम रह जाती हैं, वहीं कुछ महिलाएं सबकुछ ठीक होते हुए भी जानबूझकर मां न बनने का फैसला करती हैं. एक्टर शम्मी कपूर (Shammi Kapoor) की दूसरी पत्नी नीला देवी की जिंदगी भी कुछ ऐसी ही रही है. उन्होंने शादी के बाद फैसला किया था कि वे जिंदगीभर मां नहीं बनेंगी. आखिर क्यों? नीला देवी (Neila Devi) ने बहुत सालों बाद इसकी वजह बताई.…
राजेश खन्ना की फिल्म महा चोर फ्लॉप हो गई। तब भी उस साल काका बीस फिल्मों में काम कर रहे थे। हर फिल्म की थीम रोमांस थी। राजेश खन्ना को हमेशा लगता था कि एक्शन फिल्मों की कतार में रोमांटिक फिल्मों का दौर लौटेगा। इसी उम्मीद में काका लगातार फिल्में कर रहे थे मगर वो दौर राजेश खन्ना के लिए कभी नहीं लौटा।
‘ओ हंसिनी…मेरी हंसिनी, कहां उड़ चली…मेरे अरमानों के पंख लगाके…कहां उड़ चली…’. कुछ गाने होते ही ऐसे हैं कि जिन्हें आप कितनी ही बार गुनगुना लें, उनकी मिठास और बढ़ती चली जाती है. पुराने गानों की शायद यह सबसे बड़ी खासियत है कि आप उन्हें जितनी बार सुनेंगे, उतनी ही बार वे दिल में उतरते जाएंगे. ऐसा ही गाना है ‘ओ हंसिनी…’ जिसके शब्द, संगीत, आवाज सब कुछ इतने शानदार हैं कि इस गाने को सुनते ही अलग अनुभूति होती है. ऋषि कपूर (Rishi Kapoor) पर फिल्माए गए इस हिट गाने के पीछे भी एक कहानी है, जिसे खुद ऋषि ने एक दफा साझा किया था. आइए, सॉन्ग ऑफ दि वीक (Song of the week) में आज इसी गाने कहानी बताते हैं.…
राजेश खन्ना ने अचानक डिंपल कपाड़िया से शादी कर ली थी। दोनों में उम्र का भी बड़ा फासला था। डिंपल ने जब शादी की तब उनका करियर बुलंदी को छू रहा था। लेकिन अचानक हुई इस शादी के बाद डिंपल सिर्फ एक सुपरस्टार की बीवी बन कर रह गईं।
राजेश खन्ना की फिल्में पिटने लगी थीं। अमिताभ बच्चन का सितारा चमक उठा था। मीडिया में ख़बरें छपने लगीं कि राजेश खन्ना के करियर को बर्बाद करने की कसम सलीम जावेद ने खाई है। सुनिए इस दावे का पूरा सच।
राजेश खन्ना के सितारे जब गर्दिश में आए तो अमिताभ बच्चन का अनुशासन सुर्खियों में आ गया। राजेश खन्ना को ज्यादातर निर्माता निर्देशक नकार रहे थे और उस दौर की सभी हिट फिल्में राजेश खन्ना की झोली में जा रही थीं। मगर सवाल ये है कि सबने राजेश खन्ना को क्यों नकारा?
साल 1973 में राजेश खन्ना की फिल्म दुश्मन रिलीज हुई लेकिन उसके बाद आई शक्ति सामंत की फिल्म आराधना ने काका के अभिनय को एक नई ऊंचाई दी। इसके लिए राजेश खन्ना ने बंगाली फिल्म निशिपद्मा 16 बार देखी।
तब राजेश खन्ना सुपरस्टार बन चुके थे। वो जिस फिल्म में होते उनकी हर फिल्म सुपरहिट होती। इन्हीं दिनों राजेश खन्ना पर घमंडी और अहंकारी होने का आरोप लगने लगा, फिल्म पत्रिकाओं ने उनके बारे में निगेटिव ख़बरें प्लांट करनी शुरू कर दी। तभी एक फिल्म पत्रकार काका से मिलने पहुंची। सुनिए पूरा किस्सा
राजेश खन्ना और अमिताभ बच्चन को एक बार फिर दूसरी बार ऋषिकेश मुखर्जी फिल्म नमक हराम में साथ लेकर आए। लेकिन इस फिल्म के क्लाइमेक्स को लेकर दोनों अभिनेता भिड़ गए। सुनिए फिर क्या हुआ?
राजेश खन्ना की जिंदगी में रोमांच हमेशा बना रहा, इसका सबसे बड़ा सबूत काका के घर आशीर्वाद में लगने वाली महफ़िल थी। महफ़िल हर रात सजती और काका के सोने तक चलती रहती। शुरुआत में इस महफ़िल में फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े बड़े बड़े लोग आते थे, बाद में सिर्फ चमचे ही इस फिल्म का हिस्सा रह गए।
राजेश खन्ना और अंजू महेंद्रू का रिश्ता करीब एक दशक तक चला और फिर टूट गया। लेकिन इस रिश्ते के बनने और टूटने के पीछे एक लंबी कहानी है जिसमें कुछ उसूल हैं तो कुछ महत्वकांक्षाएं भी हैं। सुनिए पूरी कहानी
एक बार शम्मी कपूर की पहली पत्नी और मशहूर एक्ट्रेस गीता बाली ने राजेश खन्ना को एक पंजाबी फिल्म ऑफर की, लगा कि सबकुछ फाइनल हो गया है लेकिन बाद में अचानक धर्मेंद्र ने राजेश खन्ना को रिप्लेस कर दिया। बाद में इसी फिल्म की पार्टी में राजेश खन्ना को बुलाया गया और वो गए भी। सुनिए गीता बाली की पार्टी का किस्सा जिसमें काका रो दिए।…
50 के दशक की बात है, राजेश खन्ना जवान हो रहे थे। कॉलेज में पढ़ने लगे थे। पिता दबाव बना रहे थे कि अब कारोबार संभालो। लेकिन जतिन का मन थिएटर में लगता था, वो एक्टर बनना चाहता था। तभी थिएटर में उसकी किस्मत चमक उठी।
Rajesh Khanna और Nanda की फिल्म इत्तेफाक 4 फ्लॉप फिल्मों के बाद आई थी। इससे पहले भी राजेश खन्ना लगातार बड़े बैनर की फिल्में साइन कर रहे थे मगर अभी भी असली कामयाबी थोड़ी दूर थी
मुंबई के गिरगाम में ठाकुरद्वार के पास राजेश खन्ना का घर हुआ करता था. यहीं पिता चुन्नीलाल खन्ना और मां लीलावती के साथ काका रहते थे. इसी बिल्डिंग में रहने वाली सुरेखा से छोटे से मासूम जतिन को प्यार हो गया. बचपन का प्यार
राजेश खन्ना टैलेंट हंट को जीतकर फिल्म इंडस्ट्री में दाखिल हुए थे. लेकिन ये टैलेंट हंट जीतना राजेश खन्ना के लिए भी आसान नहीं था. सुनिए, काका ने कैसे टैलेंट हंट में सामने बैठी ज्यूरी को इंप्रेस किया
बॉलीवुड इंडस्ट्री के सुपरस्टार शाहरुख खान लाखों- करोड़ों दिलों पर राज करते हैं। लेकिन शाहरुख खान के दिल पर 80 के दशक के सुपरस्टार राजेश खन्ना छाए रहते हैं। इस बात का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि जब Zee Cine Awards (2001) हुआ था तब शाहरुख खान की दीवानगी राजेश खन्ना के प्रति दिखाई दी थी। इस अवॉड फंक्शन में खुद राजेश खन्ना मंच पर शाहरुख के पास पहुंचे थे। तब शाहरुख मंच पर ही राजेश खन्ना से सवाल जवाब करने लगे थे। शाहरुख इतने एक्साइटेड थे कि उन्होंने राजेश खन्ना का ‘इंटरव्यू’ लेना शुरू कर दिया। शाहरुख खान ने राजेश खन्ना के लिए कहा था- ‘कोई भी राजेश खन्ना जैसा प्यार नहीं कर के दिखा सकता। कोई भी रोमांस को वैसे एक्सप्रेस नहीं कर सकता जैसे वो कर सकते थे। कोई भी इस धरती पर ऐसे नहीं कह सकता जैसे वो कहते थे- पुष्पा आई हेट टीयर्स। रियल सुपरस्टार राजेश खन्ना।’…
राजेश खन्ना के अपने परिवार के बारे में लोग बहुत कम जानते हैं, इसकी एक बड़ी वजह ये है कि काका ने अपने उस परिवार का जिक्र बहुत कम किया जहाँ उन्होंने जन्म लिया उनका बचपन बीता. अपने माता पिता भाई बहन के बारे में बात करते से काका हमेशा बचते रहे.
राजेश खन्ना की अचानक शादी से सभी हैरान थे. डिस्ट्रीब्यूटर्स को डर था कि फिल्म कहीं पिट न जाए क्योंकि काका ने शादी करके लड़कियों का दिल तोड़ दिया था. सभी यश चोपड़ा फिल्म दाग लेकर आए जिसने साबित कर दिया कि राजेश खन्ना ही सुपर स्टार हैं
राजेश खन्ना के सुपर स्टारडम के आपने ढेरों किस्से सुने होंगे, आज के इस Podcast में सुनिए राजेश खन्ना की गर्लफ्रेंड रहीं अंजू महेंद्रू की पड़ोसी मीना अय्यर का काका के प्रति लड़कियों की दीवानगी का आंखों देखा किस्सा
साल 1969 से लेकर 1972 तक हिन्दी फिल्म इंडस्ट्री में सिर्फ राजेश खन्ना की तूती बोल रही थी. राजेन्द्र कुमार, शम्मी कपूर, मनोज कुमार जैसे सितारे अचानक ढलान पर आ गए थे. जावेद अख्तर ने सालों बाद काका का किस्सा सुनाया
Lyricist Verma Malik Biography in Hindi : शादी समारोह में गए होंगे तो आपने दो गाने 'आज मेरे यार की शादी है' और 'चलो रे डोली उठाओ कहार' जरूर सुन होंगे. इन कालजयी गीतों को लिखा है गीतकार वर्मा मलिक ने. उन्होंने 'धर्मा', विक्टोरिया न. 203', 'नागिन', 'रोटी कपड़ा और मकान', जैसी फिल्मों में कई दिलकश गीत लिखे. आइये जानते हैं उनके बारे में... https://youtube.com/@thebollywoodradio5392…
Rajesh Khanna ने राजेन्द्र कुमार के बंगले को खरीदने के लिए एमएम चिनप्पा देवर की हाथी मेरे साथी बहुत मोटी रकम लेकर पूरी की. इस फिल्म की स्क्रिप्ट सलीम जावेद ने तैयार की. लेकिन इस बीच देवयानी चौबल की चर्चा ने काका के बंगले से बाहर कदम बढ़ा दिया.
27 मार्च 1973 को राजेश खन्ना ने डिंपल कपाड़िया से शादी कर ली. कहते हैं कि जानबूझकर काका अपनी बारात अंजू महेंद्रू के घर के सामने से लेकर गए. लेकिन इस शादी से अंजू महेंद्रू के अलावा देवयानी चौबल भी नाराज थीं.
Dharmendra First Wife Prakash Kaur life: शादीशुदा धर्मेंद्र ने जब 1980 में हेमा मालिनी (Hema Malini) से शादी करने का फैसला किया होगा, तब वे इसके अंजाम से अच्छी तरह वाकिफ होंगे. वे शादीशुदा थे और तीन बच्चों के पिता भी थे. पर उनकी पहली पत्नी प्रकाश कौर (Who is Prakash Kaur) के दिल पर क्या गुजरी होगी, इसका वे सिर्फ अंदाजा लगा सकते थे. फिर भी, प्रकाश कौर ने धर्मेंद्र (Dharmendra) को न तलाक दिया और न ही उन्हें अपने बच्चों सनी देओल (Sunny Deol) और बॉबी देओल (Boby Deol) से दूर किया.…
राजेश खन्ना और अंजू महेंद्रू सालों तक लिव इन रिलेशनशिप में रहे. सभी को लगता था कि दोनों शादी कर लेंगे. काका अंजू महेंद्रू से बहुत प्यार करते थे. तभी क्रिकेटर गैरी सोबर्स की एंट्री होती है.
70 के दशक में राजेश खन्ना का जादू फिल्म इंडस्ट्री पर चल रहा था. तब इंदिरा गांधी और राजेश खन्ना की तुलना होती थी कि दो ही शख्सियत हैं जो सबसे ज्यादा चर्चित हैं. तभी काका बैंगलोर गए, जहाँ लोगों की भीड़ और जुनून देखकर दंग रह गए.
रेखा का पूरा नाम भानु रेखा गणेशन है. साउथ की फिल्मों में छोटा मोटा रोल करने के दौरान रेखा को 14 साल की उम्र में बंबई आने का मौका मिला. निर्देशक कुलजीत ने रेखा को 5 साल के लिए साइन किया था.
Rajesh Khanna और Sharmila Tagore की फिल्म आराधना के बनने की कहानी. एक छोटी सी क्विकी फिल्म आराधना कैसे बन गई राजेश खन्ना की सुपरहिट फिल्म. सुनिए आराधना के बनने की कहानी
Actor Raaj Kumar Unknown Facts: राज कुमार हिंदी सिनेमा के सबसे नकचढ़े एक्टर्स में से एक माने जाते थे. यही वजह थी कि इंडस्ट्री में उनके दोस्त भी नहीं थे. उनके गिने चुने दोस्तों में जुबली कुमार यानी राजेंद्र कुमार शामिल थे. स्टारडम का दूसरा नाम माने जाने वाले राज कुमार की जिंदगी में एक दौर ऐसा भी आया, जब उनके पास कोई काम नहीं था. उन्होंने राजेंद्र कुमार से काम दिलाने की गुजारिश की. तब जुबली कुमार ने उनके लिए नर्गिस से झगड़ा तक कर लिया.…
राजेश खन्ना ने फिल्म इंडस्ट्री में फिल्म आखिरी खत से कदम रखा था. फिर राज़, औरत, बहारों के सपने में भी काका नज़र आए लेकिन ये सभी फिल्में बॉक्स ऑफिस पर दम तोड़ गईं. लगातार फ्लॉप फिल्मों ने काका को बेचैन कर दिया
Famous Actor Anwar Hussain's Life Story: अगर आपको पुराने दौर की फिल्में देखना पसंद है तो आप अनवर हुसैन के नाम से जरूर वाकिफ होंगे. अनवर हुसैन ने पर्दे पर कई नेगेटिव किरदार निभाए हैं, लेकिन असल जिंदगी में वे काफी खुशमिजाज किस्म के इंसान थे.
राजेश खन्ना और डिंपल कपाड़िया की पहली बार खुलकर मुलाकात फ्लाइट में हुई थी. दोनों अहमदाबाद एक अवॉर्ड फंक्शन में जा रहे थे. फिर इसके बाद डिंपल ने काका को बहुत बार फोन किया और एक दिन पिता चुन्नीभाई कपाड़िया के साथ आशीर्वाद आ पहुंचीं.
साल 1972 में राजेश खन्ना की एक और फिल्म आई अमर प्रेम जिसने कामयाबी के झंडे गाड़ दिए. अमर प्रेम बंगाली फिल्म निशिपद्मा की हिन्दी रिमेक थी जिसके लिए काका ने खूब मेहनत की. लेकिन काका से पहले इस फिल्म के लिए राज कुमार से बात हुई थी.
इसमें कोई दो राय नहीं है कि जया भादुड़ी उर्फ़ जया बच्चन हिन्दी फिल्म इंडस्ट्री में अमिताभ बच्चन की सीनियर हैं. जया ने अमिताभ बच्चन से पहले कामयाबी हासिल की. अमिताभ बच्चन को फिल्म शोले मिलने का किस्सा भी बहुत दिलचस्प है और सबसे दिलचस्प बात ये है कि जया ने जो कहा वो सच साबित हुआ.
बीआर चोपड़ा (BR Chopra) ने हमेशा सार्थक विषयों पर फिल्में बनाई हैं. उन्होंने जब अपने प्रोडक्शन हाउस बीआर फिल्म्स की स्थापना की तो पहली फिल्म ‘एक ही रास्ता’ बनाई जो सुपरहिट रही. फिर बनाई ‘नया दौर’ (Naya Daur) जो मेकिंग के समय विवादों में रही. इस फिल्म में तांगेवाले का रोल करने के लिए दिलीप कुमार (Dilip Kumar) तैयार ही नहीं थे.…
साल 1969 में आई शक्ति सामंत की फिल्म आराधना पूरी तरह से शर्मिला टैगोर की फिल्म मानी जा रही थी लेकिन अचानक से इस फिल्म का पूरा क्रेडिट राजेश खन्ना ले उड़े. सुनिए फिल्म आराधना की रिलीज़ के दिन का किस्सा. Rajesh Khanna Sharmila Tagore Farida Jalal
साल 1971 में आई राजेश खन्ना की फिल्म आनंद ने कामयाबी की एक नई इबारत लिख दी थी. कॉलेज के लड़के लड़कियां सिनेमाघरों में काका की फिल्म देखने पहुंचे थे. फिल्म को लेकर ऐसा क्रेज़ था कि पूछिए मत. सुनिए आनंद की रिलीज़ के दिन का किस्सा
साल 2014 में आई फिल्म रियासत काका की आखिरी फिल्म थी. ये फिल्म उनके निधन के बाद रिलीज़ हुई थी. फिल्म के डायरेक्टर अशोक त्यागी ने फिल्म से जुड़ा किस्सा साझा किया है.
Shocking Story Of Danny Denzongpa And Amitabh Bachchan: बॉलीवुड के दो दिग्गज और प्रतिभाशाली अभिनेता अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) और डैनी डेंजोंग्पा का फिल्मी करियर 5 दशक से ज्यादा हो गया है. दोनों अभी तक फिल्मों में एक्टिव हैं. बीते साल उनकी फिल्म 'ऊंचाई' बॉक्स ऑफिस पर रिलीज हुई और सुपरहिट साबित हुई थी. आज हम डैनी और अमिताभ से जुड़ी एक ऐसी बात आपको बताने जा रहे हैं, जिसे जान आप हैरान रह जाएंगे.…
अंजू महेंद्रू और राजेश खन्ना करीब दस साल तक लिव इन रिलेशनशिप में रहे. पूरी फिल्म इंडस्ट्री को लगता था कि काका अंजू महेंद्रू से ही शादी करेंगे लेकिन ये रिश्ता अंजाम तक नहीं पहुंचा. सालों बाद अंजू महेंद्रू ने राजेश खन्ना से रिश्ता टूटने की वजह का खुलासा किया.
Raj Kapoor and Waheeda Rehman Flop Movie: साल 1966 में वहीदा रहमान और राज कपूर की फिल्म 'तीसरी कसम' रिलीज हुई थी. यह फिल्म बुरी तरह फ्लॉप रही थी. इस फिल्म की शूटिंग के दौरान एक घटना हुई थी, जब फैंस ने सितारों पर पत्थर फेंके थे...
अमिताभ बच्चन के आने के साथ ही राजेश खन्ना के करियर का ग्राफ गिरने लगा था. बड़े बड़े फिल्म मेकर्स भी काका से किनारा करने लगे थे. सलीम जावेद की जोड़ी पर ये आरोप लगता रहा कि उन्होंने राजेश खन्ना का करियर खराब किया.
एक बार फिल्म जनता हवलदार के सेट पर रोज़ लेट आने की वजह से महमूद ने राजेश खन्ना को थप्पड़ मार दिया था. हालांकि बाद में बैठकर मामले को सुलझाया गया. लेकिन ये वो दौर था जब काका के सितारे गर्दिश में कहे गए. काका डिप्रेशन में रहने लगे थे. खुदकुशी तक का ख्याल काका के मन में आने लगा था
राजेश खन्ना और डिंपल कपाड़िया के रिश्ते शादी के कुछ समय बाद ही बिगड़ने लगे थे. डिंपल के हिस्से में काका का इंतजार और काका के हिस्से में करियर की नाकामी हाथ आई. दोनों अपनी अपनी परेशानियों में घिरे हुए थे. इस बीच डिंपल कपाड़िया ने फिल्म मैगज़ीन को इंटरव्यू देकर घर की बात बाहर कर दी
Raj Kiran And Jasmine Suspiciously Missing: ये काफी हैरान करने वाली है कि बॉलीवुड के चमकते सितारे अचानक से ही लापता हो गए. राज किरण, जिन्होंने कई सुपरहिट फिल्मों में काम किया, वो पिछले 25 सालों से गायब हैं और दूसरी तरफ जैस्मीन जिन्होंने अपना बॉलीवुड करिअर शुरू ही किया था, और महज 3 फिल्मों में काम करने के बाद ही लापता हो गईं. इन दोनों कलाकारों का अब तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है.…
फिल्म बॉबी की रिलीज़ से पहले ही डिंपल कपाड़िया ने राजेश खन्ना के साथ शादी कर ली थी, लेकिन ये फैसला न तो उनके करियर और न ही उनकी जिंदगी के लिए अच्छा साबित हुआ. इसकी तकलीफ डिंपल ने मीडिया इंटरव्यू के दौरान साझा भी की.
'चढ़ती जवानी मेरी चाल मस्तानी', 'दैय्या ये मैं कहां आ फंसी', 'दिलबर दिल से प्यारे', 'कितना प्यारा वादा है' और 'पिया तू अब तो आजा'... ये सारे गाने आपने सुने होंगे लेकिन क्या आपको मालूम है कि ये सारे गाने एक ही फिल्म के हैं. फिल्म का नाम है साल 1971 में आई कारवां. जिसने चीन में तहलका मचा दिया
हिंदी फिल्मों में लीड हीरो और विलेन के किरदार निभाकर वाहवाही लूटने वाले कॉमेडियन देवेन वर्मा (Deven Verma) आज भले ही हमारे बीच नहीं हैं. लेकिन उनका हर किरदार आज भी दर्शकों के दिलों में बसता है. नायक और खलनायक की भूमिकाओं के अलावा कुछ अन्य भूमिकाएं में भी वह नजर आ चुके हैं. ज्यादा साइड रोल में नजर आ चुके कॉमेडियन्स को शायद ही कभी कोई भुला पाए. बहुत कम लोग जानते हैं कि देवेन वर्मा का अशोक कुमार से एक खास कनेक्शन था.…
हेमा मालिनी (Hema Malini) और विनोद खन्ना (Vinod Khanna) स्टारर फिल्म ‘मीरा’ (Meera) का निर्देशन गुलजार (Gulzar) ने किया था और प्रेमजी निर्माता थे. पौराणिक एवं भक्ति की फिल्म का संगीत पंडित रवि शंकर ने दिया था. हेमा मालिनी के अपोजिट इस फिल्म का हीरो तलाश करना आसान मेकर्स के लिए बड़ी चुनौती बन गया था.
एक बार राजेश खन्ना ने अपने एक इंटरव्यू में इस बात का जिक्र किया था कि पहले दीवार के लिए यश चोपड़ा ने उनसे बात की थी. मगर सलीम जावेद की जोड़ी को काका नहीं भाए और फिल्म अमिताभ बच्चन को मिली.
40Years of Dard:हिंदी फिल्म निर्देशक अम्बरीश संगल (Ambarish Sangal) के निर्देशन में बनी फिल्म ‘दर्द’ (Dard) 14 अगस्त 1981 को रिलीज हुई थी. राजेश खन्ना (Rajesh Khanna) उन दिनों इंडस्ट्री में तहलका मचा रहे थे. एक के बाद हिट फिल्में देकर सभी निर्माता-निर्देशकों के चहेते बने काका की तूती बोल रही थी. फिल्म में जहां सुपरस्टार राजेश खन्ना थे तो वहीं ड्रीम गर्ल हेमा मालिनी (Hema Malini) थीं तो खूबसूरत एक्ट्रेस पूनम ढिल्लों (Poonam Dhillon) भी थीं. काका की सफलता में उनकी फिल्मों के गानों का योगदान भी कम नहीं था. राजेश खन्ना के खाते में आई फिल्मों में गाने भी बेहद शानदार रहे हैं. फिल्म ‘दर्द’ में एक गाना है जो 40 बरस बाद भी प्रेमी के छुअन के एहसास से सराबोर कर देता है.…
राजेश खन्ना (Rajesh Khanna) और शबाना आजमी (Shabana Azmi) स्टारर फिल्म ‘नसीहत’ (Nasihat) फिल्म 1982 में बननी शुरू हुई थी लेकिन 4 सालों बाद रिलीज हो पाई थी. लेकिन जब फिल्म सिनेमाघर में पहुंची तो सफलता के सारे रिकॉर्ड तोड़ सिल्वर जुबली हिट रही थी.
दिग्गज अदाकारा हेमा मालिनी (Hema Malini) की धर्मेंद्र के साथ शादी हुई. दोनों की जोड़ी लोगों ने खूब पसंद किया. शादी के बाद दो सुंदर बेटियों की मां भी बनीं, लेकिन धर्मेंद्र (Dharmendra) की दूसरी पत्नी का दर्जा मिलने के बाद भी उन्हें जिंदगी में सबकुछ परफेक्ट नहीं मिला.
जब मोहम्मद रफी कहा करते थे, "सारी दुनिया मेरे गाने सुनती है, मैं तो सिर्फ मन्ना डे के गाने सुनता हूं।" मन्ना डे एक नाम ही नहीं यह वो याद है जो सदा सबके साथ रहेगी। मन्ना डे भारत के लिए वो अनमोल रत्न थे जो भले ही अब हम सबके बीच नही हैं लेकिन उनके गाए गाने सदैव हमारे दिलों जिंदा रहेंगे। 24 अक्टूबर 2013 को मन्ना डे को दिल का दौरे पड़ने से निधन हो गया था।…
‘गुमनाम है कोई…बदनाम है कोई…’ ये पंक्तियां पढ़कर आपको पुराने दौर का एक ऐसा गाना याद आ गया होगा, जिसने लोगों को खूब डराया था. फिल्म का यह गाना जब भी बजता था तो लोगों के दिलों में एक अलग सा डर बैठ जाया करता था. दर्शकों के दिलों दिमाग पर छाने वाला यह गाना 1954 में आई फिल्म ‘गुमनाम’ का था. इस थ्रिलर फिल्म के नाम एक रिकॉर्ड है. आइए, बात सुनते हैं……
Chodd Do Anchal Song Story: सुबोध मुखर्जी (Subodh Mukherjee) साल 1957 में फिल्म 'पेइंग गेस्ट' (Paying Guest) लेकर आए थे. इस रोमांटिक ड्रामा में देव आनंद और नूतन मुख्य भूमिका में थे. फिल्म का गाना 'छोड़ दो आंचल...' खासा हिट हुआ था. लेकिन इस गाने की गायिका आशा भोसले से एसडी बर्मन खुश नहीं थे.
राजेश खन्ना (Rajesh Khanna) की एक के बाद एक तीन फिल्में ‘शहजादा’, ‘जोरू का गुलाम’ और ‘मेरे जीवन साथी’ जब बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह फ्लॉप हुई तो वह बुरी तरह हिल गए थे. इतने बड़े झटके की उन्हें कत्तई उम्मीद नहीं थी लेकिन जिन फैंस ने उन्हें सुपरस्टार बनाया था, वही उन्हें ठुकराने का फैसला कर चुके थे. फिल्में पिटी तो राजेश खन्ना को पैनिक अटैक जैसा पड़ गया था…
Sanjay Dutt Kumar Gaurav Film Naam 1986 Facts : आज से 37 साल पहले सलीम खान (Salim Khan) ने एक फिल्म की कहानी लिखी थी, वो भी जावेद अख्तर से अलग होकर. यह एक जादुई कहानी थी, और फिल्म का नाम था 'नाम (Naam)'. इस फिल्म ने संजय दत्त के डूबते करिअर को चमका दिया था. दो भाइयों की भावुक कर देने वाली फिल्म की कहानी को लोगों ने काफी पसंद किया था.…
राजेश खन्ना जैसा अद्भुत सितारा सदियों में एक बार होता है जिसको लेकर जनता की दीवानगी आसमान छुए. एक के बाद एक 15 सुपरहिट फिल्में देकर काका ने बुलंदी को छू लिया. एक बार काका पत्रकार रजत शर्मा के शो आप की अदालत में मेहमान बनकर आए, जिसका किस्सा सालों बाद रजत शर्मा ने सुनाया.
रेखा (Rekha) एक ऐसी दिग्गज एक्ट्रेस हैं, जिनके साथ पहले भी एक्टर्स काम करना चाहते थे और आज भी करना चाहते हैं. लेकिन बरसों पहले जब दिग्गज फिल्ममेकर ऋषिकेश मुखर्जी (Hrishikesh Mukherjee) ने जब राकेश रोशन (Rakesh Roshan) को काम करने का ऑफर दिया था, तो एक्टर ने मना कर दिया था, इसके पीछे कुछ और नहीं बल्कि एक डर था.…
Rajesh Khanna Haathi Mere Saathi Incident: साल 1971 में आई राजेश खन्ना और तनूजा की फिल्म 'हाथी मेरे साथी' बड़े पर्दे पर सफल रही थी. फिल्म के सेट से जुड़ा एक खास किस्सा हाल ही प्रेम चोपड़ा ने शेयर किया.
बॉलीवुड के दिग्गज म्यूजिक डायरेक्टर अनु मलिक के पिता सरदार मलिक भी एक बॉलीवुड में बड़ा नाम रहे हैं. सरदार मलिक बेहद टैलेंटेड होने के बाद भी कभी सफलता का शिखर हासिल नहीं कर पाए. इसकी वजह 2 दिग्गजों का गुस्सा और गुरूर था. जिसमें पिसकर सरदार मलिक का करियर शुरू होते ही अंतिम पड़ाव पर आ गया. लेकिन सरदार मलिक के बेटों ने संगीत की दुनिया में खूब नाम कमाया. साथ ही सरदार मलिक के पोते अरमान मलिक भी एक हिट सिंगर हो गए हैं. 13 जनवरी 1930 को पंजाब के कपूरथाला में जन्मे सरदार मलिक ने अपनी स्कूलिंग उत्तराखंड से की.…
साल 1970 में आई मलयालम फिल्म कोचीन एक्सप्रेस की हिन्दी रीमेक द ट्रेन एक हिट फिल्म है. इस फिल्म की खासियत इसके गाने हैं. ऐसे गाने जिसने हर पीढ़ी को अपना दीवाना बनाया. सुनिए फिल्म की पूरी कहानी.
प्रेम नगर 1974 में बनी हिन्दी भाषा की नाट्य फिल्म है। यह डी रामानायडू द्वारा निर्मित और के॰ एस॰ प्रकाश राव द्वारा निर्देशित है। इसमें राजेश खन्ना, हेमामालिनी, अरुणा ईरानी, अशोक कुमार, कामिनी कौशल, प्रेम चोपड़ा, असरानी और डेविड अब्राहम ने अभिनय किया। अभिनेता डेविड फिल्म में नकारात्मक भूमिका में थे कि कैसे राजकुमार करण को बेवकूफ बनाकर उसकी संपत्ति लूट ली जाए और उसके भाई को दे दी जाए। संगीत सचिन देव बर्मन का है। फिल्म व्यावसायिक रूप से सफल रही थी। निर्माता डी. रामानायडू ने एक ही फिल्म को तीन भाषाओं में बनाया था…
22 जनवरी 1980 की शाम जब ऋषि कपूर और नीतू सिंह की शादी के रिसेप्शन में रेखा पहुंचीं तो सबकी नज़र उनपर टिक गई. सफेद साड़ी, लाल बिंदी और मांग में सिंदूर लगाकर पहुंचीं रेखा को देखकर लोग कानाफूसी करने लगे.
Border Movie Trivia: साल 1997 में रिलीज़ हुई वॉर-ड्रामा ‘बॉर्डर’ (Border) एक ऐसी फिल्म है, जिसमें बहुत सारी चीजें रियल थीं. असली हीरोज की कहानी कहने के लिए डायरेक्टर जे. पी. दत्ता (J. P. Dutta) ने काफी हद तक वास्तविक चीजों को लिया था. और जब रिलीज हुई तो फिल्म सुपरहिट साबित हुई. गौरवगाथा कहने वाली ये फिल्म हर दिल को छू गई. हालांकि आपको जानकर थोड़ा अजीब लग सकता है कि इस फिल्म को कई सारे सितारों ने छोटा रोल और बहुत सारे लोग हैं आदि-आदि कह कर इसे रिजेक्ट कर दिया था.…
‘जीने की राह’ (Jeene Ki Raah) फिल्म में जितेन्द्र (Jitendra), तनुजा (Tanuja) और संजीव कुमार (Sanjeev Kumar) ने मुख्य भूमिकाओं में दर्शकों का दिल जीत लिया था. फिल्म को एलवी प्रसाद ने डायरेक्ट किया था. फिल्म की कहानी एक बेरोजगार युवक के इर्द गिर्द लिखी गई थी, जो शादीशुदा होते भी एक अमीर लड़की से प्यार कर बैठता है और बाद में आत्मग्लानि में डूब जाता है. ये वो फिल्म थी, जिसने कमाई के मामले में राजेश खन्ना-शर्मिला टैगोर को भी टक्कर दे दी थी.…
Rajesh Khanna Sharmila Tagore: राजेश खन्ना ने यूं तो कई एक्ट्रेस के साथ काम किया था, पर गिनी-चुनी एक्ट्रेस के साथ ही उनकी जोड़ी को दर्शकों ने पसंद किया था, जिनमें से एक थीं- शर्मिला टैगोर. कामयाब जोड़ी होने के बावजूद शर्मिला टैगोर ने काका से दूरी बना ली थी. उन्होंने एक इंटरव्यू में इसकी वजह बताई थी.
Raj Kapoor and Pran Friendship: प्राण और राज कपूर बॉलीवुड के महान एक्टर ही नहीं, बड़े गहरे दोस्त भी थे. वे मुश्किल समय में एक-दूसरे के साथ खड़े रहते थे. मगर एक चेक की वजह से उनके बीच दूरियां पैदा हो गई थीं, जिसके बाद दोनों ने कभी किसी फिल्म में साथ काम नहीं किया था.
नमक हराम (1973) में एक साथ काम करने के सत्रह साल बाद, सुपरस्टार राजेश खन्ना और अमिताभ बच्चन एक साथ एक साक्षात्कार के लिए आए। मूवी पत्रिका के मई 1990 के अंक से संयुक्त साक्षात्कार का एक अंश यहां दिया गया है।
हिंदी सिने जगत के पहले सुपरस्टार राजेश खन्ना को एक्टिंग का शौक हमेशा से था। जब वो कॉलेज में पढ़ाई करते थे तब थियेटर किया करते थे। अपनी एक्टिंग को लेकर राजेश खन्ना इतने समर्पित थे कि एक नाटक के लिए कई दिन घंटों रिहर्सल किया करते थे। राजेश खन्ना वार्डन रोड के भोलाभाई देसाई मेमोरियल इंस्टीट्यूट में अपने ड्रामे की रिहर्सल करते थे। वहीं राजेश खन्ना को एक्टिंग करते अभिनेत्री प्रोड्यूसर गीता बाली ने देखा था और उन्हें एक फ़िल्म ऑफर कर दी थी।…
Amitabh Bachchan Classic Film Deewar Facts : सलीम खान और जावेद अख्तर की जोड़ी ने ‘दीवार’ के लिए जबरदस्त डायलॉग लिखे और अमिताभ बच्चन ने गजब का अभिनय किया. नतीजा ये रहा कि ये फिल्म पूरे 100 हफ्ते तक चली थी. फोर्ब्स मैगजीन ने भारतीय सिनेमा के 25 सर्वश्रेष्ठ अभिनय प्रदर्शनों में अमिताभ के अभिनय को जगह दी थी. हालांकि इस फिल्म के लिए अमिताभ पहली पसंद नहीं थे.…
Ram Gopal Varma Classic Movie: राम गोपाल वर्मा ने खुद को किसी एक जॉनर तक सीमित नहीं रखा और 'शिवा', 'रंगीला' और 'सत्या' जैसी यादगार फिल्में बनाईं. राम गोपाल वर्मा ने कई नए एक्टर्स को अपनी फिल्मों से रातोंरात स्टार बनाया है. उन्हें 1993 में रिलीज हुई फिल्म 'सत्या' को बनाने का आइडिया कैसे आया था, इसके पीछे बड़ा दिलचस्प किस्सा है.…
हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के सुपर स्टार राजेश खन्ना (Rajesh Khanna) एक ऐसे स्टार हैं जिनके बारे में आज भी चर्चा होती रहती है. एक्टर की लाइफ से जुड़े इतने किस्से हैं कि अक्सर उनके साथ काम कर चुके लोग सुनाते रहते हैं. गजब का स्टारडम कैरी करने वाले राजेश की जोड़ी कई एक्ट्रेस के साथ जमती थी. राजेश की यूं तो तमाम खासियत थी लेकिन उनकी पर्सनैलिटी में एक खास बात ये भी थी कि अपनी को-एक्ट्रेस के साथ उनका काफी अच्छा तालमेल रहता था. अपने जमाने की दिग्गज की एक्ट्रेस मुमताज (Mumtaz) के साथ उनकी जोड़ी को दर्शकों ने बेहद प्यार दिया. राजेश और मुमताज ने करीब दस फिल्मों में एक साथ काम किया था. इसमें इनकी एक फिल्म ‘रोटी’ (Roti) भी थी. फिल्म की शूटिंग के दौरान एक ऐसा वाकया हुआ जिसे मुमताज कभी भूल नहीं पाती है.…
बॉलीवुड में एक्शन, रोमांस और पारिवारिक फिल्में एक नहीं, कई देखने को मिली. लेकिन कुछ फिल्में ऐसी बनीं, जिन्होंने इमोशन्स से लोगों का दिल जीत लिया. बॉलीवुड में पारिवारिक फिल्में बनीं, जिनको लोगों ने काफी प्यार दिया. चैत्र नवरात्र से पहले रिलीज हुई फिल्म 'अवतार' सुपरहिट साबित हुई और फिल्म ने राजेश खन्ना को एक बड़ा स्टार बना दिया.…
देव आनंद (Dev Anand) और गुरु दत्त (Guru Dutt) की दोस्ती के किस्से आज भी सुनाए जाते हैं. ये दोनों ही एक्टर अपने संघर्ष के दिनों से साथ थे और फिल्मों में बेहिसाब स्टारडम हासिल करने के बाद भी दोनों की दोस्ती कायम रही. इन दोनों स्टार्स की दोस्ती कितनी गहरी थी इसका अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि दोनों ने संघर्ष के दिनों में एक-दूसरे को अपनी- अपनी फिल्म में मौका देने का वादा किया था. देव आनंद ने गुरु दत्त को अपनी फिल्म का डायरेक्टर बनाने का वादा किया. तो वहीं गुरु दत्त ने एक्टर को अपनी फिल्म में कास्ट करने का वादा कर डाला था. इतना ही नहीं दोनों ने अपना वादा बखूबी निभाया भी.…
Shatrughan Sinha: शत्रुघ्न सिन्हा का डायलॉग ‘खामोश’ किसी को भी चुप कर देने के लिए काफी है. परंतु करियर के शुरुआती दिनों में उनका यह रौब नहीं था. तब कई बार हुआ कि दूसरों से नाराज होने के बावजूद खुद उन्हें खामोश रहना पड़ा. ऐसी ही खामोश में एक बार उन्होंने जो कसम खाई, उसे फिर जिंदगी भर निभाया.
फरीदा जलाल (Farida Jalal) को मां-बहन, भाभी के सपोर्टिव रोल में ही ज्यादा देखा गया, जबकि इन्होंने बतौर लीड एक्ट्रेस ही फिल्मी सफर शुरू किया था. फरीदा बेहद शर्मीली थीं और फिल्मों में रोमांटिक सीन करने में हालत खराब हो जाती थी. साल 1965 में यूनाइटेड फिल्म प्रोड्यूसर्स और फिल्मफेयर ने एक टैलेंट हंट का आयोजन किया था, जिसमें देश भर से कुल 10 हजार लोगों ने हिस्सा लिया. इस टैलेंट हंट को बिमल रॉय, बी आर चोपड़ा, नासिर हुसैन, जी पी सिप्पी, शक्ति सामंत जैसे दिग्गज फिल्ममेकर्स जज कर रहे थे. आपको जानकर हैरानी होगी कि इस प्रतियोगिता के आखिरी राउंड में राजेश खन्ना, विनोद मेहरा, धीरज कुमार और फरीदा जलाल समेत 8 लोग थे.…
Shashi Kapoor Inspirational Life: शशि कपूर भले बॉलीवुड के मशहूर परिवार से ताल्लुक रखते थे, पर अपनी क्षमता से हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में नाम कमाया. उन्होंने पिता पृथ्वीराज कपूर और भाइयों राज कपूर और शम्मी कपूर की संगत में एक्टिंग के गुर सीखे थे. आपको जानकर हैरानी होगी कि वे एक ऐसे जहीन एक्टर थे जिन्होंने नेशनल अवॉर्ड स्वीकार नहीं किया था. वजह जानकर आपके दिल में उनके लिए और भी प्यार और सम्मान बढ़ जाएगा.…
चलो बुलावा आया है...माता ने बुलाया है, ये माता रानी का वो सदाबहार भेट है, जिसके बिना शायद ही कोई जगराता और नवरात्र का पर्व पूरा होता होगा. ये 1983 में आई फिल्म 'अवतार' का एक गीत है. 40 साल से लोग इस गाने को उसी भाव से सुन रहे हैं. क्या आप जानते हैं कि 'अवतार' के इस सबसे ज्यादा लोकप्रिया गाने की रचना कैसे हुई थी. कैसे चुटकियों में आनंद बक्शी ने इस कालजयी गीत की रचना कर डाली थी. आपको ये सुनकर हैरानी होगी कि इस फिल्म के लिए राजेश खन्ना फिल्म निर्देशक मोहन कुमार की पहली पसंद नहीं थे.…
हिंदी की शानदार कॉमेडी फिल्मों की लिस्ट सुनील दत्त, किशोर कुमार, महमूद और सायरा बानू स्टारर पड़ोसन के बगैर पूरी नहीं हो सकती. 1968 में आई इस फिल्म का रीमेक साल 2003 में नई पड़ोसन नाम से बना था, मगर उसे लोग भूल गए. पड़ोसन क्लासिक बंगाली फिल्म पाशेर बारी से प्रेरित थी. बतौर निर्माता यह महमूद की पहली फिल्म थी. फिल्म में लीड रोल के लिए उन्होंने गुरु दत्त को साइन किया था, मगर शूटिंग शुरू होने से पहले ही गरु इस दुनिया से विदा हो गए. इसके बाद महमूद ने सुनील दत्त को तैयार किया. महमूद झिझक रहे थे कि सुनील दत्त इस रोल के लिए तैयार होंगे या नहीं क्योंकि पूरी फिल्म में उन्हें मंदबुद्धि आशिक दिखना था. परंतु स्क्रिप्ट सुनकर सुनील दत्त राजी हो गए.…
एक्ट्रेस रीना रॉय ने 1983 में पाकिस्तानी क्रिकेटर मोहसिन खान से शादी करके बॉलीवुड को अलविदा कह दिया था। कुछ साल बाद उनका तलाक हो गया और रीना वापस इंडिया आ गईं। अब मोहसिन खान ने रीना रॉय से शादी और तलाक पर चुप्पी तोड़ी है और बताया है कि उनका रिश्ता कैसा था।
ऋषिकेश मुखर्जी (Rishikesh Mukherjee) इस फिल्म में राजेश खन्ना का किरदार आनंद किशोर कुमार से करवाना चाहते थे. लेकिन दोनों के बीच अनजाने में हुई एक गलतफहमी पूरा खेल बिगाड़ दिया. यह गलतफहमी इतनी बड़ी थी की ऋषिकेश मुखर्जी ने फिर कभी किशोर कुमार के साथ काम नहीं किया. इस गलतफहमी की वजह कोई और नहीं बल्कि किशोर कुमार का चौकीदार था.…
Dharmendra Zanjeer Film: इसे आप अमिताभ बच्चन की किस्मत कहें या कुछ और, लेकिन धर्मेंद्र (Dharmendra) ने 'जंजीर' में चाहते हुए भी काम नहीं किया. दरअसल, उन्होंने सलीम-जावेद से फिल्म की स्क्रिप्ट खरीद ली थी और इसे बनाने के साथ-साथ इसमें एक्ट करना चाहते थे, पर उनकी एक बहन की वजह से ऐसा मुमकिन नहीं हो पाया.…
जया बच्चन (Jaya Bachchan) ने एक से बढ़कर फिल्में की हैं. शुरुआती दौर में जया ने पर्दे पर अलग-अलग तरह की महिलाओं के किरदार को जिया. ‘उपहार’ ‘पिया का घर’ और ‘अभिमान’ फिल्म में एक साधारण हाउस वाइफ की तो अनिल गांगुली की फिल्म ‘कोरा कागज’ में एक अलग ही तरह की गृहणी की भूमिका निभाती नजर आईं. सब हाउस वाइफ के ही किरदार थे लेकिन रंग अलग-अलग थे.…
मायानगरी में रिश्ते बनते हैं, टूटते हैं, कभी कभी जुड़ते हैं, कई बार बिखर जाते हैं. कुछ रिश्ते बिखरने के बावजूद जीवन भर साथ-साथ चलते रहते हैं. हिंदी सिनेमा के पहले सुपरस्टार राजेश खन्ना (Rajesh Khanna) की लाइफ में भी रोमांस रहा लेकिन शादी सिवाय डिंपल कपाड़िया (Dimple kapadia) के किसी से नहीं की. राजेश, डिंपल के फिल्मों में काम करने के सख्त खिलाफ थे, लेकिन रिश्तों में तल्खी आई तो डिंपल ने दोबारा फिल्मों में काम शुरू कर दिया.…
हेलन एक ऐसी अदाकारा रहीं, जिन्होंने फिल्मों में तरह-तरह के अभिनय किरदार निभाए. उन्हें हिंदी फिल्म की आइटम नंबर क्वीन भी कहा गया. कहते हैं उनके डांस के आगे बड़ी-बड़ी अभिनेत्रियां भी फीकी पड़ जाती थी. हेलेन आज किसी भी पहचान की मोहताज नहीं हैं. हेलेन अपने जमाने के उन सितारों में हैं, जिनकी रोशनी आज तक बरकरार है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि हेलन की सलीम खान के साथ दूसरी शादी थी, क्योंकि अपनी पहली शादी से वह बुरी तरह परेशान हो गईं थी. अपनी पहले पति के के ना सिर्फ उन्होंने जुल्म सहे, पहले पति ने उन्हें कंगाल तक बना दिया था.…
The Kapil Sharma Show में पहुंचीं Sharmila Tagore ने अपनी और राजेश खन्ना की सुपरहिट फिल्म अमर प्रेम के एक गाने चिंगारी कोई भड़के से जुड़ा एक किस्सा शेयर किया
Dev Anand and Zeenat Aman: हिंदी सिनेमा के कई ऐसे अभिनेता हैं, जिनके लिए लड़कियां दीवानी थीं. ऐसे ही एक कलाकार थे देव आनंद (Dev Anand). बेहतरीन कलाकार देव आनंद ने कई प्रतिभाओं को बॉलीवुड में मौका दिया. इन्हीं में एक जीनत अमान (Zeenat Aman) भी थीं. जिनके साथ उनके लिंकअप की भी खूब अफवाहे थीं. देव साहब भी जीनत से इमोशनली अटैच्ड थे. लेकिन इनके बीच राजकपूर (Raj Kapoor) आ गए.…
राजेश खन्ना (Rajesh Khanna) की शख्सियत का जादू ऐसा था कि कई लोग उनसे प्रेरित होकर एक्टर बनने के लिए मुंबई चले आए थे. ऐसा कहा जाता है कि अमिताभ बच्चन भी राजेश खन्ना को देखकर फिल्मों में आने के लिए प्रेरित हुए थे. राजेश खन्ना स्टारडम का स्वाद चखने वाले बॉलीवुड के पहले सितारे हैं. उन पर स्टारडम का ऐसा असर हुआ था कि वे खुद को भगवान के बराबर समझने लगे थे.…
एक समय था जब राजेश खन्ना (Rajesh Khanna) के अफेयर की खबरें फिल्मी पत्रिकाओं में खूब छप रही थी, खासतौर पर मुमताज (Mumtaz) के साथ. राजेश खन्ना मुमताज को मुमु और मोटी कहकर बुलाते थे. दोनों की ऑनस्क्रीन केमिस्ट्री भी इतनी कमाल की थी कि इनकी एक साथ हर फिल्म सुपरहिट हो रही थी. इस जोड़ी ने ‘दो रास्ते’, ‘प्रेम कहानी’, ‘रोटी’, ‘अपना देश’, ‘बंधन’, ‘आईना’, ‘राजा रानी’ जैसी तमाम हिट फिल्मों में साथ काम किया.…
Amitabh Bachchan Rekha Sad Love Story : रेखा और अमिताभ बच्चन की जिंदगी से जुड़े इतने राज हैं, जो कभी सुर्खियां नहीं बने. हालांकि, उनकी लव स्टोरी से जुड़े कुछ किस्से अखबारों-पत्रिकाओं के जरिये लोगों के सामने आते रहे हैं. कहते हैं कि जब अमिताभ बच्चन और रेखा का अफेयर परवान पर था, तब उनके बीच किसी बात को लेकर लड़ाई हो गई थी. एक्टर अपना आपा खो बैठे थे और रेखा को जोरदार थप्पड़ मार दिया था.…
Amitabh Bachchan in Guddi: ऋषिकेश मुखर्जी की फिल्म 'गुड्डी' के जरिए जया बच्चन ने डेब्यू किया था. इस फिल्म में अमिताभ बच्चन भी अहम रोल में थे, लेकिन बाद में उन्हें फिल्म से बाहर कर दिया गया था. अमिताभ ने 'केबीसी' के सेट पर फिल्म से जुड़ा किस्सा सुनाया.
हाल ही में शत्रुघ्न सिन्हा ने अरबाज़ खान के शो में एंट्री की. इस दौरान शत्रुघ्न सिन्हा ने अपनी निजी जिंदगी को लेकर काफी खुलासा किया कि कैसे रीना रॉय के प्यार में अपने घर को तबाह करने वाले थे. मगर किस्मत को कुछ और ही मंजूर था.
बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता और जाने-माने डायरेक्टर सतीश कौशिक का निधन हो गया है. अनुपम खेर ने सतीश कौशिक को श्रद्धांजलि देते हुए लिखा कि जानता हूं मृत्यु ही इस दुनिया का अंतिम सच है. लेकिन अपने जिगरी दोस्त के बारे में ये लिखूंगा, ऐसा कभी नहीं सोचा था.
राजेश खन्ना (Rajesh Khanna) ने एक के बाद 15 सुपरहिट फिल्में देने के बाद 16वीं हिट फिल्म ‘हाथी मेरे साथी’ थी. लेकिन इस फिल्म को साइन करने के पीछे इसकी अच्छी कहानी नहीं थी. बल्कि राजेश खन्ना को ये फिल्म करने के लिए बहुत पैसा दिया गया था. बिना सोचे समझे साइन की गई ये फिल्म हिट नहीं होती अगर सलीम-जावेद नहीं होते.…
Dharmendra and Asha Parekh Film: बॉलीवुड के दिग्गज एक्टर धर्मेंद्र के साथ आशा पारेख ने कई यादगार फिल्मों में काम किया था. वे जब धर्मेंद्र के साथ 1966 की फिल्म 'आए दिन बहार के' में काम कर रही थीं, तब सेट का बड़ा अजीब माहौल था. दोनों को एक रोमांटिक सीन शूट करना था, पर टेंशन फिल्म निर्माता ओम प्रकाश को हो रही थी. आशा पारेख ने एक बातचीत में फिल्म से जुड़ा एक दिलचस्प किस्सा सुनाया है.…
डिंपल कपाड़िया (Dimple Kapadia) और ऋषि कपूर (Rishi Kapoor) ने फिल्म ‘बॉबी’ में साथ काम किया था. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उस वक्त ये दोनों डेट कर रहे थे, लेकिन ऋषि कपूर के पिता राज कपूर के चलते दोनों की राहें अलग हो गईं और फिर डिंपल कपाड़िया ने राजेश खन्ना संग शादी कर ली. डिंपल कपाड़िया और राजेश खन्ना की शादी ज्यादा दिनों तक नहीं चल पाई थी.…
राजेश खन्ना (Rajesh Khanna) और अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) स्टारर फिल्म ‘आनंद’ (Anand) की अधिकतर शूटिंग मुंबई (उस समय के बंबई) के मोहन स्टूडियो में की गई थी. ऋषिकेश मुखर्जी ने करीब 1 महीने में फिल्म की शूटिंग पूरी कर ली थी. ‘आनंद’ के सीन और डायलॉग्स आज भी याद किए जाते हैं.
दिलीप कुमार (Dilip kumar) हिंदी सिनेमा के जाने माने अभिनेता थे. अपने अभिनय सफर में उन्होंने एक से बढ़कर एक फिल्मों में किया था. एक्टिंग ऐसी कि लोग उनके मुरीद हो जाते थे. राज कपूर संग उनकी दोस्ती की तो मिसाल दी जाती थी. सायरा बानो संग शादी होने पर सबसे ज्यादा खुश अगर कोई था तो वो राजकपूर ही थे. लेकिन जब दिलीप और सायरा के बीच नरगिस आ गई थीं, तो राज कपूर ने भी दिलीप कुमार का साथ छोड़ दिया था.…
Haunted Bungalow made Rajendra Kumar Superstar : राजेंद्र कुमार जब एक्टर बनने का सपना लेकर मुंबई आए थे,तो उनके पास महज 50 रुपये थे. फिल्मों से पहचान मिली तो 60 के दशक की शुरुआत में राजेंद्र कुमार ने मुंबई के कार्टर रोड पर एक बंगला खरीदा. बंगले में शिफ्ट होते ही अभिनेता की किस्मत चमकी थी. एक्टर ने लगातार 15-20 हिट फिल्में दीं. बाद में उन्होंने ये बंगला राजेश खन्ना को बेच दिया था तो 'काका' के सितारे भी चमक उठे. बाद में यही बंगला अमिताभ बच्चन ने खरीद लिया.…
सदाबहार और खूबसूरत एक्ट्रेस रेखा बॉलीवुड की शानदार अभिनेत्री हैं. वह अपने एक्टिंग के साथ के अलावा अपनी बोलती हुईं आंखों और डायलॉग डिलीवरी से हर किसी को बेहद आसानी से इम्प्रेस कर देती हैं. वह जिस रोल में रहती हैं उसे इतनी संजीदगी और सादगी से प्ले करती हैं कि फिल्म देखने के बाद लोग उनकी सूरत को काफी दिनों तक भूल ही पाते हैं. कुछ ऐसा ही उनकी फिल्म 'आस्था: इन द प्रिजन ऑफ स्प्रिंग' (Aastha: In the Prison of Spring) में देखने को मिला था. सामाजिक मुद्दे पर बनी इस फिल्म में रेखा (Rekha) और ओमपुरी (Om Puri) लीड देखे गए थे. फिल्म में रेखा और ओमपुरी के लव मेकिंग सीन देख हर कोई अवाक रह गया था.…
राजेश खन्ना (Rajesh Khanna) सबसे अधिक फी लेने वाले एक्टर थे. राजेश ने खन्ना तीन दशकों तक बॉलीवुड में राज किया है. हालांकि, राजेश खन्ना अपनी सुपरहिट फिल्मों के अलावा निजी जिंदगी की वजह से भी हमेशा सुर्खियों में रहते थे. कभी डिंपल कपाड़िया (Dimple Kapadia) तो कभी दूसरे एक्ट्रेस के साथ राजेश खन्ना का नाम अक्सर जुड़ता था.…
बॉलीवुड के सुपरस्टार शत्रुघन सिन्हा एक अभिनेता के साथ सफल राजनेता भी हैं. भाजपा के दिग्गज नेताओं में गिने जाने वाले शत्रुघन सिन्हा की चुनाव को लेकर राजेश खन्ना के साथ सालों पुरानी दोस्ती टूट गई थी. साल 1992 में शत्रुघन सिन्हा ने राजेश खन्ना के खिलाफ दिल्ली उपचुनावों में पर्चा भरा था. इस बात से राजेश खन्ना उनसे खफा हो गए थे और जिंदगी भर बात नहीं की. शत्रुघन ने कई बार कोशिश की लेकिल बात नहीं बनी. शत्रुघन ने खुद इस किस्से को शेयर किया है.…
साल 1978 में राजकपूर ने फिल्म ‘सत्यम शिवम सुंदरम’ बनाई. इस फिल्म में राजकपूर तन की सुंदरता की बजाय प्यार, विश्वास और निस्वार्थ संबंधों को दिखाना चाहते थे. फिल्म में हीरो शशि कपूर हीरोइन को देखे बिना, सिर्फ उसकी मखमली आवाज सुनकर ही प्रेम कर बैठते हैं. इस फिल्म के लिए लता मंगेशकर बिल्कुल फिट थीं. लता जी इसके लिए तैयार थीं लेकिन एक इंटरव्यू की वजह से लता दी ने फिल्म में एक्टिंग करने से इनकार कर दिया था.…
हिंदी सिनेमा के पहले सुपरस्टार राजेश खन्ना (Rajesh Khanna) पहली बार जब स्टेज पर चढ़े थे एक लाइन भी नहीं बोल पाए थे. डर के मारे हालत खराब हो गई थी. खैर समय के साथ राजेश यानी जतिन यानी काका ने खुद को तराशा, कई तरह की दिक्कतों का सामना किया और एक दिन थियेटर में अपने परफॉर्मेंस से लोगों का दिल जीत लिया. आज किस्सा उस दौर का जब राजेश अपनी जमीन बनाने की कोशिश में जुटे हुए थे.…
70 के दशक में करोड़ों दिलों पर राज करने वालीं एक्ट्रेस मुमताज ((Mumtaz) ने हाल ही में इंस्टाग्राम पर डेब्यू किया है और वो लगातार सोशल मीडिया पर एक्टिव भी हैं. उस दौर में हिंदी सिनेमा में अपनी एक खास जगह चुकी मुमताज शादी के बाद से ही सिनेमा जगत से दूरी बना ली थी. मुमताज के इंस्टाग्राम पर डेब्यू करने से फैंस भी काफी खुश है. वहीं हाल ही में, मुमताज ने एक इंटरव्यू भी दिया जिसमें वो कई सवालों पर खुलकर बात की.…
Rajesh Khanna made fun of Amitabh Bachchan wear saree: अमिताभ की आंधी में धूमिल पड़ते राजेश खन्ना के स्टारडम के बीच हर किसी ने काका की छटपटाहट देखी थी. 1981 में आई 'लावारिस' से अमिताभ ने एक और हिट फिल्म दी थी. इस फिल्म पर बात करते हुए राजेश खन्ना ने बिग बी पर बेहद अटपटा कमेंट कर दिया था.
राजेश खन्ना (Rajesh Khanna) बॉलीवुड के शायद इकलौते ऐसे एक्टर हैं, जिनके बारे में किस्से-कहानियों का अंबार हैं. राजेश की अदाओं पर लड़कियां मर मिटती थीं, उनकी सफेद कार लिपिस्टिक से लाल कर देती थीं, जैसे किस्से खूब सुनाए जाते हैं. ये सच है कि जैसी फैन फॉलोइंग राजेश की थी, वैसी किसी की नहीं रही. कहते हैं कि सिनेमाघर में बैठे दर्शक उन्हें अपने जैसा ही समझते थे, शायद यही कनेक्टिविटी उनकी पॉपुलैरिटी की वजह थी. ऐसे गजब के कलाकार राजेश खन्ना ने सफलता के साथ खूब संपत्ति भी बनाई. For more Podcasts: https://youtube.com/@thebollywoodradio5392…
Mumtaz Shocking Disclosure About Rajesh Khanna: राजेश खन्ना और मुमताज की जोड़ी को बड़े पर्दे पर खूब पसंद किया जाता था. दर्शकों के बीच राजेश और मुमताज की जोड़ी काफी मशहूर थी. दोनों ही स्टार्स कई फिल्मों में साथ नजर आए और कई ब्लॉकबस्टर फिल्मों को अपने नाम किया. इसी बीच मुमताज ने राजेश खन्ना को लेकर, जो खुलासा किया है, वो बहुत ही हैरान करने वाला है. https://youtube.com/@thebollywoodradio5392…
मनोरंजन जगत में ‘कपूर फैमिली’ का बड़ा नाम है और इस परिवार ने लम्बे समय तक बॉलीवुड पर राज किया है. अब भी परिवार के सदस्य फिल्मी दुनिया का हिस्सा हैं. सभी अपने स्तर पर दर्शकों के मनोरंजन में जुटे हुए हैं. पृथ्वीराज कपूर (Prithviraj Kapoor) के बाद राज कपूर (Raj Kapoor) ने फिल्मी दुनिया में काफी नाम कमाया था. उन्होंने अपने बेटों और भाईयों की भी सिनेमा में पहचान दिलाने में मदद की थी. लेकिन उनके बेटे राजीव कपूर (Rajiv Kapoor) की किस्मत फिल्मी दुनिया में ज्यादा नहीं चमक सकी. आइए, उनकी नाराजगी और एक किस्से पर बात करते हैं……
राजेश खन्ना (Rajesh Khanna) ने बताया था कि ‘एक पार्टी में मेरी नजर जब इस (Dimple Kapadia) टीनएजर लड़की पर पड़ी. उसकी खूबसूरती और ग्रेस को देखता ही रह गया था. वो लेडीज ग्रुप में बैठी थी, जैसे ही वो खड़ी हुई उसकी नजर मुझ पर पड़ी और नजर मिलते ही जैसे मेरे दिल में कुछ हुआ’.
Rekha Painful Life: रेखा का फिल्मी करियर जितना शानदार रहा, उनका निजी जीवन उतना ही उथल-पुथल से भरा रहा. एक्ट्रेस ने जिनसे शादी की, उनकी संदिग्ध हालात में मौत हो गई. जिनसे प्यार किया, उनकी कभी हो नहीं पाईं. एक्ट्रेस ने एक बार अपनी जिंदगी को लेकर ऐसे खुलासे किए थे, जिसे कहने के लिए काफी हिम्मत चाहिए. एक्ट्रेस ने अपने अफेयर से लेकर नशे की आदत तक के बारे में बताया था.…
1978 में ‘सत्यम शिवम सुंदरम’ (Satyam Shivam Sundaram) फिल्म को बनाकर राज कपूर (Raj Kapoor) ने एक ऐसा अनोखा एक्सपेरिमेंट किया था, जिसे आज भी याद किया जाता है. हाल ही में इंस्टाग्राम पर डेब्यू कर जीनत ने फिल्म से जुड़ी यादों को साझा किया था. हिंदी सिनेमा के शोमैन माने जाने वाले राज कपूर ने जब इस फिल्म को बनाने का फैसला किया तो शशि कपूर (Shashi Kapoor) को लीड हीरो के तौर पर कास्ट किया और शशि के अपोजिट हेमा मालिनी (Hema Malini) को साइन किया. फिल्म की शूटिंग भी शुरू हो गई लेकिन हेमा बुरी तरह परेशान थीं.…
राजेश खन्ना (Rajesh Khanna) और अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) स्टारर फिल्म ‘आनंद’ (Anand) की अधिकतर शूटिंग मुंबई (उस समय के बंबई) के मोहन स्टूडियो में की गई थी. ऋषिकेश मुखर्जी ने करीब 1 महीने में फिल्म की शूटिंग पूरी कर ली थी. ‘आनंद’ के सीन और डायलॉग्स आज भी याद किए जाते हैं.
बॉलीवुड के जाने माने एक्टर शत्रुघ्न सिन्हा ने अपने हर किरदार से लोगों का खूब दिल जीता. शत्रुघ्न सिन्हा ने फिल्म ‘प्रेम पुजारी’ से अभिनय सफर की शुरुआत की. बात साल 1974 में आई फिल्म ‘काला पत्थर’ के दौरान की है जब एक गाने‘शोर मच गया शोर’ को शूट करने से शत्रुघ्न सिन्हा घभरा रहे थे. उनकी हालत देख एक्टर धर्मेंद्र ने उन्हें अनोखी सलाह दे दी थी. जिसे सुनने के बाद उन्होंने अभिनेता हैरान रह गए थे.…
Mithun Chakraborty Beat Shakti Kapoor: शक्ति कपूर (Shakti Kapoor) और मिथुन चक्रवर्ती (Mithun Chakraborty) की दोस्ती-यारी बॉलीवुड में काफी फेमस हैं. उन्होंने साथ में कई सारी फिल्में की हैं. हालांकि आपको जानकर यकीन नहीं होगा कि एक पार्टी के दौरान मिथुन दा शक्ति कपूर की एक हरकत पर इतने नाराज हो गए कि उनके बाल काट दिए और सभी के सामने उन्हें पीटने लगे. एक्टर का गुस्सा देख शक्ति फूट-फूट कर रोने लगे थे. इस बारे में खुद शक्ति कपूर ने कई सालों बाद खुलासा किया था.…
Simi Garewal break up Story: व्हाइट कलर को अपने लिए लकी मानने वालीं एक्ट्रेस सिमी ग्रेवाल हमेशा झक सफेद आउटफिट में नजर आती हैं. विदेश में पली-बढ़ी सिमी अपने सेलिब्रिटी टॉक शो ‘Rendezvous with Simi Garewal’ और फिल्मों के अलावा अपने रिलेशनशिप की वजह से भी खासी चर्चा में रही हैं. सिमी ग्रेवाल जब मंसूर अली खान पटौदी के प्यार में पड़ीं तो बॉलीवुड से लेकर क्रिकेट के गलियारों तक इसकी खूब चर्चा हुई.…
बावर्ची राजेश खन्ना का संदेश लेकर आया था. उसने बी आर चोपड़ा को बताया कि काकाजी की तबीयत खराब है, इसलिए वो शूटिंग पर नहीं आ सकते. ये सुनकर बी आर चोपड़ा की क्या हालत हुई होगी, इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है. फिल्म के सेट को बनाने में और वहां पूरा शूटिंग से संबंधित सारा तामझाम ले जाने में काफी वक्त और पैसा खर्च होता है. लेकिन इसकी परवाह सुपरस्टार काका को कहां ?…
विजय अरोड़ा (Vijay Arora) जब फिल्मी पर्दे पर आए तो उन्हें देख सुपरस्टार राजेश खन्ना (Rajesh Khanna) को भी खौफ होने लगा था. फिल्म ‘यादों की बारात’ (Yadon Ki Barat) में काम कर विजय अरोड़ा फिल्म इंडस्ट्री में छा गए थे. इन्होंने प्रसिद्ध धारावाहिक ‘रामायण’ में मेघनाद की भूमिका निभाई थी.
अंजू महेंद्रू और राजेश खन्ना तब लिव इन रिलेशनशिप में रहा करते थे. ऐसा नहीं लगता था कि कभी राजेश खन्ना अंजू को छोड़कर किसी और से भी शादी कर सकते हैं. लेकिन ऐसा हुआ. सालों बाद मुमताज़ ने इस पर खुलकर बात की.
राजेश खन्ना (Rajesh Khanna) की जिंदगी भी किसी फिल्म से कम दिलचस्प नहीं रही थी. जिंदगी जीने का अपना ही अंदाज, हिट फिल्में, स्टारडम, लव लाइफ, लड़कियों के बीच गजब का क्रेज, सब मिलाकर राजेश खन्ना एक अलग ही तिलिस्म रचते थे. आज भी उनके बारे में किस्सों के अंबार है और लोग बड़ी ही दिलचस्पी से सुनते-पढ़ते हैं. राजेश की जिंदगी में अंजू महेंद्रू, डिंपल कपाड़िया के बारे में तो सब जानते हैं, लेकिन एक और महिला थी, जो खुद को राजेश की लिव-इन पार्टनर बताया करती थी, नाम था अनीता आडवाणी. अनीता ‘बिग बॉस’ (Bigg Boss) शो का हिस्सा भी रह चुकी हैं. शो के दौरान अनीता ने बताया था कि वह डिप्रेशन में थीं और शो में आने से उन्हें शांति मिली है.…
साल 1966 में आई फिल्म 'आखिरी खत' से राजेश खन्ना (Rajesh Khanna) ने बॉलीवुड में एंट्री मारी थी और उनकी पहली ही फिल्म 1967 को 'ऑस्कर' के लिए गई थी. वह अपनी पहली ही फिल्म से सिल्वर स्क्रीन पर छा गए थे. राजेश खन्ना की आखिरी फिल्म 'रियासत'. वह 4 दशकों तक बड़े पर्दे पर सक्रिय रहे. कहा जाता है कि राजेश खन्ना ने अपने जीवन में जो स्टारडम देखे, वैसा स्टारडम कई कलाकारों को नसीब नहीं हो पाया. दर्शकों के बीच उनकी गजब की पॉपुलैरिटी थी, लेकिन एक बार राजेश खन्ना के साथ भी कुछ ऐसा हो गया था कि उन्हें लगा कि इंडस्ट्री से वो बाहर हो जाएंगे. वह काफी डर भी गए थे.…
कई फिल्मों की शूटिंग के दौरान अक्सर कुछ ऐसे हादसे हो जाते हैं, जिनक बाद लगता है कि बस अब तो ये फिल्म नहीं बन पाएगी. खुद मेकर्स भी सेट पर बने माहौल से घभराने लगते हैं. ऐसा ही कुछ वाकिया सनी देओल (Sunny Deol) शाहरुख खान (Shah Rukh Khan) और जूही चावाली (Juhi Chawla) की फिल्म डर के सेट पर भी हुआ था. जब शाहरुख की एक हरकत पर सनी देओल को इतना गुस्सा आ गया धा कि वह अपना आपा खो बैठे थे. सबको लगा था कि अब तो ये फिल्म नहीं बन पाएगी. लेकिन फिर किसी तरह सीन शूट किया गया और फिल्म रिलीज होने के बाद बड़ी ब्लॉकबस्टर साबित हुई थी.…
हिंदी सिनेमा जगत में स्टार्स का अपने को-एक्टर से अफेयर की खबरों को लेकर चर्चा में रहना कोई नई बात नहीं है. अपने दौर के दिग्गज एक्टर्स श्रीदेवी (Sridevi) और जितेंद्र के (Jeetendra) अफेयर की खबरों ने भी सिनेमा जगत में काफी सुर्खियां बटोरी थीं. दोनों की शानदार केमिस्ट्री देख उनके अफेयर की खबरें आग की तरह फैलने लगी थीं. खुद जितेंद्र भी मेकर्स को श्रीदेवी को फिल्मों में कास्ट करने के लिए अप्रोच करने लगे थे. जिनसे अफेयर की खबरों को जोर मिला था. हालांकि इस तरह की खबर पर एक वक्त में श्रीदेवी काफी भड़क गई थीं.…
अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) ने फिल्म इडंस्ट्री में जड़े जमाने से पहले काफी संघर्ष किया है. अपनी एंग्री यंगमैन वाली इमेज को पाने से पहले अमिताभ ने सालों तक काफी उतार चढ़ाव देखे. फिर वह अभिनेता प्राण के साथ फिल्म 'जंजीर' में नजर आए और एंग्री यंगमैन वाली इमेज के बाद उनकी किस्मत का सितारा चमका. इस फिल्म को देखने के बाद प्राण ने तुरन्त अमिताभ को फोन किया था और कुछ ऐसा कहा था जो बाद में सच हो गया. फिल्म 'जंजीर' ने अमिताभ बच्चन को सुपरस्टार बना दिया था. L…
यही वो दौर भी था जब उनकी जिंदगी में मीना कुमारी की एंट्री हुई. दोनों ने गुपचुप तरीके से शादी रचाई और साथ रहने लगे. लेकिन कमाल बहुत एटीट्यूड वाले इंसान थे. एक इवेंट में उन्हें मीना कुमारी के पति के तौर पर मिलवाया गया तो वह भड़क गए थे. बात यहां तक पहुंच गई थी कि वह मीना कुमारी को वहां अकेला छोड़ गए. साथ ही कमाल ने उस शख्स को टोकते हुए कहा, ‘मैं मीना कुमारी का पति नहीं, कमाल अमरोही हूं और ये मेरी पत्नी मीना कुमारी है’.…
बॉलीवुड अभिनेत्रियों के बीच कैट फाइट की चर्चा बेहद आम है. इंडस्ट्री में कई एक्ट्रेसेस के बीच कभी फिल्मों तो कभी किसी अन्य वजह से विवाद की खबरें आईं. यानी बॉलीवुड में कुछ जहां कुछ ऐसी एक्ट्रेस हैं जिनकी बॉन्डिंग हर तरफ चर्चा में रहती है तो कुछ ऐसी भी हसीनाएं हैं, जो एक-दूसरे का चेहरा देखना भी पसंद नहीं करतीं. रवीना टंडन और करिश्मा कपूर इन्हीं अभिनेत्रियों में से एक हैं. रवीना टंडन-करिश्मा कपूर (Raveena Tandon Karisma Kapoor Fight) दोनों 90 के दशक की टॉप अभिनेत्रियों में से थीं. इसी दौरान दोनों के बीच ऐसा झगड़ा हुआ कि हर तरफ इन्हीं के चर्चे थे. लड़ाई में दोनों अभिनेत्रियों ने एक-दूसरे के बाल तक नोंच डाले थे.…
Saajan Movie Unknown Facts: 90 के दशक में फिल्में बनने में काफी समय लगता था. ज्यादातर फिल्मों में कई स्टार्स अपनी एक्टिंग का हुनर आजमाते थे. वो म्यूजिकल और रोमांटिक फिल्मों का दौर था. जिसे कभी चाहकर भी लोग भूल नहीं सकते. आज हम एक ऐसी ही फिल्म के बारे में आपको बताने जा रहे हैं, जो महज 36 दिनों में बनकर तैयार हो गई थी. इस फिल्म में सलमान खान, संजय दत्त और माधुरी दीक्षित ने काम किया था. कम समय में की गई शूटिंग के बाद भी फिल्म ने सफलता के झंडे गाड़ दिए थे.…
राजेश खन्ना (Rajesh Khanna) को बॉलीवुड का पहला सुपरस्टार माना जाता है. राजेश खन्ना और डिंपल कपाड़िया (Dimple Kapadia) की लव स्टोरी के किस्से हम अक्सर सुनते हैं. लेकिन दोनों की शादी को लेकर भी अब तक खबरें सामने आती रहती है. लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि राजेश खन्ना की दुल्हन डिंपल कपाड़िया की शादी पहले ऋषि कपूर से होने वाली थी. लेकिन पिता राजकपूर ने कुछ ऐसा किया कि दोनों की इस प्रेम कहानी का अंत हो गया और ऋषि की रील लाइफ हीरोइन राजेश खन्ना की रियल लाइफ हीरोइन बन गईं.…
ऐसा कहा जाता है कि मनमोहन देसाई, नंदा को मन ही मन चाहते थे. लेकिन कभी अपने दिल की बात उन्हें कह नहीं पाए. किस्से तो ये भी हैं कि मनमोहन देसाई ने जीवन प्रभा से सिर्फ इसलिए शादी की थी, क्योंकि वह नंदा जैसी दिखती थीं. लेकिन कुछ सालों बाद ही जीवनप्रभा का निधन हो गया. ऐसे में मनमोहन देसाई और नंदा फिर करीब आए और 1992 में 52 साल की उम्र में नंदा ने मनमोहन देसाई से सगाई की.…
राजेश खन्ना और अंजू महेंद्रू की दोस्ती फिर से जिंदा हो उठी. अंजू एक्स गर्लफ्रेंड से राजेश की सबसे करीबी दोस्त और राजदार बन गईं. काका के ऑफिस का काम भी देखने लगीं. उस शाम के बारे में बात करते हुए अंजू ने बताया कि ‘जब हमने 17 साल बाद एक दूसरे से बात की तो मैं मानती हूं हमे कुछ अजीब सा लगा. मैंने ना पहले की तरह जतिन कह कर बुलाया और ना ही उन्होंने मुझे निकी कहा’.…
राजेश खन्ना (Rajesh Khanna) का जलवा ही था कि 1973 में बीबीसी ने उनके ऊपर एक डॉक्यूमेंट्री बनाई थी जिसका नाम था ‘बॉम्बे सुपरस्टार’. इसके अलावा मुंबई यूनिवर्सिटी के टेक्स्टबुक में ‘द करिश्मा ऑफ राजेश खन्ना’ (The Charisma Of Rajesh Khanna) के नाम से एक निबंध था. राजेश के बारे में उनकी वाइफ डिंपल कपाड़िया समेत मुमताज, हेमा मालिनी, आशा पारेख की करीब-करीब एक जैसी राय थी.…
Amjad Khan Memorable Incident: साल 1975 में आई 'शोले' (Sholay) के ‘गब्बर सिंह’(Gabbar Singh) यानी अमजद खान (Amjad Khan) भले ही हमारे बीच में नहीं हैं लेकिन वह आज भी अपने उम्दा एक्टिंग की वजह से फैंस के दिलों पर राज करते हैं. बता दें कि 12 नवंबर 1940 को पेशावर में जन्मे अमजद खान चाय पीने के काफी शौकिन थे. दिलचस्प किस्सा 'पृथ्वी थिएटर' सेट से जुड़ा है. उन्होंने हजारों रुपये खर्च कर लोगों की हिदायत दे डाली थी कि किसी भी हाल में चाय मिलनी चाहिए…
अपनी मां को स्टेज पर परफॉर्म करते देख बिंदू के मन में एक्ट्रेस बनने का ख्याल आया था, जबकि उनके पिता उन्हें डॉक्टर बनना चाहते थे. लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था. पिता अचानक बीमार पड़े और दुनिया में नहीं रहें तो 7 बहन और 1 भाई वाले परिवार की जिम्मेदारी सबसे बड़ी बहन होने के नाते बिंदू पर आ गई थी. 11 साल की उम्र में ‘अनपढ़’ फिल्म में माला सिन्हा की बेटी का रोल प्ले किया था.…
मां धूमावती की कथा हमें कई तरह से मिलती है। उनमें से एक यह है कि कहते हैं कि एक बार माता पार्वती को बहुत तेज भूख लगी। कुछ नहीं मिलने पर उन्होंने शिवजी से भोजन की मांग की। शिवजी कुछ समय के लिए इंतजार करने के लिए कहते हैं। परन्तु मता पार्वती की भूख और तेज हो जाती है। अंत में भूख से व्याकुल माता भगवान शिव को ही निगल जाती है। भगवान शिव को निगलने के पश्चात माता की देह से धुंआ निकलने लगता है तब माता की भूख शांत होती है। इसके बाद भगवान शिवजी अपनी माया के द्वारा पेट से बाहर आते हैं और माता से कहते हैं कि धूम से व्याप्त देह होने के कारण आपके इस स्वरूप का नाम धूमावती होगा।…
ऐसे में डिस्ट्रीब्यूटर्स को लगा कि इस फिल्म के हीरो तो अमिताभ बच्चन हैं और राजेश खन्ना गेस्ट अपीयरेंस में हैं. ऐसे में, वे अमिताभ की फिल्म को खरीदने में हिचक रहे थे, लेकिन ऋषिकेश मुखर्जी बड़े फिल्मकार थे, उनकी अपनी अलग छवि और इज्जत इंडस्ट्री में थी, ऐसे में सीधे फिल्म को रिजेक्ट करने की बजाय फिल्म की कमियां निकालने लगे. कुछ डिस्ट्रीब्यूटर्स ने अमिताभ के बड़े-बड़े और कान ढंकने वाले हेयर स्टाइल का मजाक उड़ाते हुए कहा कि आपका हीरो बंदर की तरह लगता है, उससे कहिए कि कम से कम बाल तो ठीक से कटवा ले, ताकि हमे पता चल सके उसके कान हैं भी या नहीं’. इस बात पर सारे डिस्ट्रीब्यूटर्स हंस पड़े’.…
Meena Kumari Life Story: एक्ट्रेस मीना कुमारी अपने जमाने की सबसे फेमस अदाकारा थीं. उनकी प्रोफेशनल ही नहीं पर्सनल लाइफ भी हर तरफ खूब चर्चा में रही. मीना कुमारी ने 1952 में फिल्ममेकर कमाल अमरोही से शादी की थी, लेकिन इस शादी में उन्हें काफी उतार-चढ़ाव देखने पड़े. एक समय ऐसा भी आया, जब कमाल ने अभिनेत्री को तलाक दे दिया.…
ये बात उन दिनों की है जब पहली डिलिवरी होने के बाद वह काम की तलाश में थीं. इसी दौरान इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने उन्हें एक नोटिस भेजा. इसके मुताबिक उन्हें एक करोड़ रुपए जमा करवाने थे. इतनी बड़ी रकम एक साथ जुटाकर टैक्स भरना उनके लिए काफी मुश्किल था. इस पर वह धर्मेंद्र से मदद नहीं लेना चाहती थीं. इन्हीं दिनों उन्होंने अपने पिता को भी खो दिया था. बड़े भाई की पोस्टिंग कोलकाता हो गई, छोटे भाई का बिजनेस ठीक नहीं चल रहा था. लेकिन जितना हो सकता था वह मदद को तैयार था. फिर भी हेमा मालिनी की मुश्किल आसान होती नहीं दिख रही थी.…
राजेश खन्ना, मुमताज, मीना कुमारी के अभिनय से सजी फिल्म ‘दुश्मन’ सुपर-डुपर हिट रही थी. शानदार अभिनय के लिए सुपरस्टार राजेश खन्ना को फिल्मफेयर का बेस्ट एक्टर अवॉर्ड मिला था. किशोर कुमार की आवाज में गाया गया ‘वादा तेरा वादा’ गाना आज 51 बरस बीत जाने के बावजूद सुना जाता है. मीडिया रिपोर्ट की माने तो 1987 तक राजेश खन्ना की फिल्मों के गाने किशोर कुमार ने ही गाए. सैकड़ों फिल्मों में राजेश की आवाज बने किशोर ने ‘दुश्मन’ फिल्म का गाना ‘वादा तेरा वादा’ गाने से इनकार कर दिया था. किशोर कुमार का कहना था कि इस गीत को मुझसे बेहतर रफी साहब गा सकते हैं.…
Rajesh khanna First Love: हिंदी सिनेमा के पहले सुपरस्टार राजेश खन्ना का असली नाम जतिन (Jatin) था. उनकी लाइफ में अंजू महेंद्रू और डिंपल कपाड़िया आईं और इनके प्यार की दास्तां हमने खूब सुनी हैं, लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी इनसे पहले एक्टर की लाइफ में एक लड़की की एंट्री हुई थी जो उम्र में बड़ी भी थी. एक्टर की पहली मोहब्बत का किस्सा, जिसे खुद राजेश ने बताया था.…
एक दौर था जब दिग्गज अभिनेता राजेश खन्ना के साथ काम करना हर कलाकार का सपना होता था। उनका कैरिजमैटिक व्यक्तित्व सभी को आकर्षित करता था। उनके साथ काम करके हर कलाकार खुद को खुशनसीब समझता था। उन्हीं कलाकारों में से एक थीं अभिनेत्री फरीदा जलाल। फरीदा जलाल जब इंडस्ट्री में नई थीं तभी उन्होंने राजेश खन्ना के साथ काम किया था। उनके साथ काम करने के अनुभवों को शेयर करते हुए उन्होंने एक बार बताया था कि न्यूकमर्स के साथ काम करने में वो झिझकते थे।…
इसके बाद एक दिन दोनों एक्ट्रेस के बीच किसी बात को लेकर जबरदस्त लड़ाई हो गई. माला सिन्हा पर सहन नहीं हुआ और उन्हें शर्मिला टैगोर को थप्पड़ जड़ दिया. इस बारे में तुरंत जब जॉय मुखर्जी को पता चला, तो वह सब काम छोड़ कर दोनों एक्ट्रेस के पास पहुंचे और उन्हें समझाया. जॉय उस वक्त थोड़ा घबरा गए थे कि कहीं उनकी फिल्म डब्बे में न चली जाए. उस वक्त हर सिने मैग्जीन और अखबारों में ये खबर पहले पन्ने पर थी.…
Arshad Warsi Life Story : अपनी बेहतरीन एक्टिंग के दम पर बॉलीवुड में एक अलग पहचान बनाने वाले अरशद वारसी फैंस के दिलों पर राज करते हैं. बॉलीवुड में अरशद वारसी 'सर्किट' के नाम से फेमस आज बॉलीवुड के सक्सेसफुल हीरो कहे जाते हैं लेकिन उन्होंने बचपन में बहुत मुश्किलों का सामना किया. घर-घर जाकर लिपस्टिक, नेल पॉलिश और चूड़ी-बिंदी तक बेचा. कम ही लोग जानते होंगे कि जया बच्चन ने यह फिल्म अरशद वारसी को ऑफर की थी.…
शाहरुख खान, दीपिका पादुकोण, जॉन अब्राहम और 'पठान' फिल्म के डायरेक्टर सिद्धार्थ आनंद ने फिल्म की सफलता के बाद सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने कई सवालों के जवाब दिए, जिनमें जॉन संग शाहरुख की खटपट से लेकर 'पठान 2' तक शामिल है। आइये आपको बताते हैं सबकुछ।
रेखा और विनोद रिलेशनशिप में थे। ये भी दावा किया जाता है कि 1973 में दोनों ने शादी भी की थी। जब ये सवाल रेखा से पूछा गया तो वो चौंक गईं। उन्होंने इससे साफ इनकार करते हुए कहा था कि ये सच नहीं है। उन्होंने कहा, 'कोई भी कुछ भी बोल सकता है। मेरे लिए ये जरूरी नहीं है, इसलिए मैं इस पर कुछ भी कहना नहीं चाहूंगी।' उन्होंने आगे कहा, 'वो हमेशा मेरे शुभचिंतक रहे और वो मेरे बहुत बहुत करीब थे।'…
सुलक्षणा पंडित (Sulakshana Pandit) अदाकारा होने के साथ-साथ एक बेहतरीन सिंगर भी रह चुकी हैं. सुलक्षणा ने अपने दौर के सभी बड़े स्टार्स के साथ काम किया था, जिनमें से एक थे संजीव कुमार (Sanjeev Kumar), जिन्हें सुलक्षणा अपना दिल दे बैठी थीं, लेकिन जब संजीव ने सुलक्षणा से शादी से इनकार कर दिया, तो सुलक्षणा ने जिंदगीभर शादी न करने का फैसला कर लिया.…
18 जुलाई 2012 को महज 69 साल की उम्र में राजेश खन्ना का मुंबई में निधन हो गया था. उनके निधन से करोड़ों दिल टूट गए थे. हालांकि आपको बता दें कि मौत से पहले ‘काका’ ने अपने तमाम चाहने वालों के लिए एक ऑडियो मेसेज रिकॉर्ड किया था. उन्होंने अपने परिवार के लोगों से कहा था कि उनका रिकॉर्ड किया गया औडियो मैसेज उनके निधन के बाद बजाया जाए.…
साल 1984 में एक फिल्म धर्म और कानून में राजेश खन्ना और धर्मेंद्र एक साथ काम कर रहे थे. फिल्म में आशा पारेख भी थीं. काका हमेशा की तरह शूटिंग पर लेट आते थे. सब सुबह 9 बजे से इंतज़ार करते मगर राजेश खन्ना शाम को 4 बजे तक आते. एक दिन तो आए ही नहीं. फिर गज़ब हो गया.
42Years of Dard:हिंदी फिल्म निर्देशक अम्बरीश संगल (Ambarish Sangal) के निर्देशन में बनी फिल्म ‘दर्द’ (Dard) 14 अगस्त 1981 को रिलीज हुई थी. राजेश खन्ना (Rajesh Khanna) उन दिनों इंडस्ट्री में तहलका मचा रहे थे. एक के बाद हिट फिल्में देकर सभी निर्माता-निर्देशकों के चहेते बने काका की तूती बोल रही थी. फिल्म में जहां सुपरस्टार राजेश खन्ना थे तो वहीं ड्रीम गर्ल हेमा मालिनी (Hema Malini) थीं तो खूबसूरत एक्ट्रेस पूनम ढिल्लों (Poonam Dhillon) भी थीं. काका की सफलता में उनकी फिल्मों के गानों का योगदान भी कम नहीं था. राजेश खन्ना के खाते में आई फिल्मों में गाने भी बेहद शानदार रहे हैं. फिल्म ‘दर्द’ में एक गाना है जो 42 बरस बाद भी प्रेमी के छुअन के एहसास से सराबोर कर देता है.…
इनकम टैक्स के अधिकारी इस पैसे को जब्त करने की बात कर रहे थे, इस पैसे को बचाने के लिए अभिनेत्री माला सिन्हा ने अदालत में बेहद हैरान करने वाला बयान लिखकर दे डाला था, जिसे सुनकर वहां मौजूद सभी लोग सन्न रह गए थे। माला सिन्हा ने इन पैसों को बचाने के लिए लिखकर दिया था कि उन्होंने वेश्यावृत्ति करके यह रुपये कमाए हैं।…
80 के दशक के सुपरस्टार राजेश खन्ना का उस वक्त नाम ही काफी था। फिल्म के सेट पर उनके आने से हलचल पैदा हो जाया करती थी। वहीं उनके आने से पहले सब राजेश खन्ना के इंतजार में बैठे रहते थे, क्योंकि काका हमेशा सेट पर लेट आया करते थे। उस जमाने में लगभग सभी अदाकाराएं राजेश खन्ना के इस एटीट्यूड से बहुत परेशान रहती थीं। मुमताज हों या शर्मिला टेगौर या फिर ड्रीम गर्ल हेमा मालिनी, सबको राजेश खन्ना के बारे में पता था कि फिल्म में मेन एक्टर काका हैं तो शूटिंग लेट से शुरू होगी।…
Dharmendra and Hema Malini Love Life: हेमा मालिनी के माता-पिता शादीशुदा धर्मेंद्र से उनकी शादी के सख्त खिलाफ थे, लेकिन प्यार के आगे किसी का जोर नहीं चला. हेमा मालिनी ने 1980 में 13 साल बड़े धर्मेंद्र से शादी कर ली. धर्मेंद्र ने हेमा मालिनी से शादी के बाद भी पहली पत्नी प्रकाश कौर को तलाक नहीं दिया. हालांकि, हेमा मालिनी और उनकी बेटियों ने कभी धर्मेंद्र के पहले घर में कदम नहीं रखा था, लेकिन यह परंपरा एक बार जरूर टूटी थी.…
Rajesh Khanna Rajkumar Rift: राजकुमार और राजेश खन्ना अपने जमाने के बहुत बड़े स्टार हुआ करते थे। हालांकि राजकुमार (Raajkumar) इंडस्ट्री में राजेश खन्ना से सीनियर थे। फिर भी राजेश खन्ना को जो स्टारडम हासिल हुआ वो किसी भी दूसरे कलाकार को नहीं नसीब हुआ।
Bollywood Legends: राजेश खन्ना और राखी ने बॉलीवुड में लंबे समय तक काम किया. उनका अपना-अपना स्टारडम रहा. दोनों ने तीन फिल्मों साथ काम किया. इनमें से एक थी, शहजादा. जो 50 साल पहले रिलीज हुई थी. कार्तिक आर्यन की शहजादा का ट्रेलर अब आया है.
एक बार उन्होंने पुणे में एक विधवा को हीरे की अंगूठी दे दी थी। सहगल बिना शराब पिए नहीं गाते थे। 'शाहजहां' के दौरान नौशाद ने उनसे बिना शराब पिए गवाया, और उसके बाद सहगल की जिद पर वही गाना शराब पिलाकर गवाया। बिना पिए वह ज्यादा अच्छा गा रहे थे। उन्होंने नौशाद से कहा, 'आप मेरी जिंदगी में पहले क्यों नहीं आए? अब तो बहुत देर हो गई। सहगल को खाना बनाने का बहुत शौक था।…
शर्मिला टैगोर और दिवंगत अभिनेता राजेश खन्ना ने पहली बार 1969 में फिल्म आराधना में साथ काम किया और इसने उनके करियर को हमेशा के लिए बदल दिया। जल्द ही, वे फिल्मों के 'इट कपल' बन गए और कई फिल्मों में काम करना शुरू कर दिया, लेकिन शर्मिला के लिए यह जुड़ाव बहुत तनावपूर्ण था और उन्होंने इससे दूर जाने का फैसला किया। यह जोड़ी अमर प्रेम, सफर , दाग जैसी कई हिट फिल्मों में दिखाई दी थी, लेकिन शर्मिला उनके साथ काम करने की इच्छुक नहीं थीं।…
Gulzar displeasure with Rajesh Khanna: गीतकार गुलजार एक बार बॉलीवुड के पहले सुपर स्टार राजेश खन्ना के से इतने नाराज हो गए थे कि उनके साथ कभी भी काम न करने का फैसला कर डाला था। राजेश खन्ना उस समय अपनी करियर की बुलंदियों पर थे, लेकिन उनकी छोटी सी चूक गुलजार को नाराज कर दी थी। राजेश इस चूक का फायदा उस समय जितेंद्र को मिल गया था। कैसे?…
शम्मी कपूर के बारे में बात करते हुए मुमताज ने कहा, 'हां, मैं उनसे बहुत प्यार करती थी. मैं उनसे शादी नहीं कर सकी इसका मुझे दुख था. तब मैं सिर्फ 17 साल की थी और वो मुझसे 18 साल बड़े थे. तब शादी का फैसला मेरे लिए बहुत जल्दी था. मुझे कुछ बनाना था. सच कहूं तो अगर हमारी शादी हो जाती तो मुझे एक पछतावा रहता. कपूर परिवार अपनी बहूओं के फिल्मों में काम करने के खिलाफ था'.…
Javed Akhtar And Gulzar Friendship: बहुत कम लोग ही जानते हैं कि दिग्गज गीतकार जावेद अख्तर और गुलजार की पहली मुलाकात कब और कैसे हुई. दोनों ने कौन सी फिल्म में साथ काम किया और कैसे पिछले 5 दशक से ये रिश्ता कायम है. आइये जानते हैं.
Shatrughan Sinha Reena Roy: शत्रुघ्न सिन्हा किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। फिल्म और राजनीति, दोनों ही क्षेत्रों में उन्होंने खूब नाम कमाया। शत्रुघ्न सिन्हा अपनी बेबाकी के लिए जाने जाते हैं। अकसर वह अपने ही लोगों पर सरेआम नाराजगी भी जाहिर कर चुके हैं। हालांकि एक बार उनकी को एक्ट्रेस रहीं रीना रॉय ने उन्हें ही धमकी दे डाली थी।…
Yash Chopra Movie Silsila: यश चोपड़ा ने असल जिंदगी के लवर अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) और रेखा (Rekha) को लेकर 'सिलसिला' बनाई थी. फिल्म के लिए जब उन्होंने संजीव कुमार को अप्रोच किया था तो उन्होंने इनकार कर दिया था. जानिए, फिर वे कैसे राजी हुए.
राज कपूर और साधना के बीच किसी बात को लेकर जबरदस्त बहस हो गई थी. उसी समय से साधना राज कपूर से नफरत करने लगी थीं. कहा जाता है कि, साधना अपने बालों का बहुत ध्यान रखती थीं, उन्हें संवारती रहती थीं और साधना की यही बात राज कपूर को पसंद नहीं थी. इसके लिए कई बार उन्होंने साधना को रोका भी लेकिन साधना पर इसका कोई असर नहीं हुआ. जब सुपरस्टार के कई बार मना करने पर भी एक्ट्रेस ने अपने बाल संवारने नहीं छोड़े तब गुस्से में राज कपूर ने साधना को फिल्में छोड़कर शादी करके घर बसाने की सलाह दे दी थी.…
Rekha Rajesh Khanna Dimple Kapadia Controversy: रेखा (Rekha), राजेश खन्ना (Rajesh Khanna) और डिंपल कपाड़िया (Dimple Kapadia), तीनों ही बॉलीवुड के बड़े नाम रहे हैं। अपनी अदाकारी से इन तीनों ने सालों तक लोगों का मनोरंजन किया है। राजेश खन्ना ने डिंपल से शादी रचा ली थी। हालांकि रेखा के साथ भी उनकी बहुत अच्छी दोस्ती थी।…
मां की तरह संजीव कुमार की मौत भी दिल का दौरा पड़ने से हुई. वह तीन हार्ट अटैक झेल गये मगर चौथा दिल का दौरा घातक साबित हुआ. क्या उनकी मौत इसलिए हुई कि वह शराब नहीं छोड़ सकते थे या इसलिए कि वह प्रेम में विफल रहे? शत्रुघ्न सिन्हा पुस्तक में बताते हैं, “जहां तक संजीव भाई के शराब पीने की बात है, यह मत भूलिए कि बहुत से लोग पीते हैं. मैं ऐसे लोगों को जानता हूं जो उनसे भी ज्यादा पीते थे! उनकी स्वास्थ्य की समस्या अनुवांशिक थी.” बॉलीवुड अभिनेता संजीव कुमार का जीवन लोगों से भरा हुआ था, लेकिन उनकी मौत अकेलेपन में हुई…
कहते हैं कि हर इंसान का वक्त बदलता है कभी तो 70 के दशक में हिंदी सिनेमा के जुबली कुमार राजेंद्र कुमार से राजेश खन्ना ने स्टारडम छीन लिया था. जबकि 80 के दशक में हिंदी सिनेमा के पहले सुपरस्टार राजेश खन्ना से स्टारडम का खिताब खिसक कर अमिताभ बच्चन की झोली में चला गया. आपको बता दें कि जब अमिताभ बच्चन बॉलीवुड में संघर्ष कर रहे थे तब राजेश खन्ना हिंदी सिनेमा के सुपरस्टार बन चुके थे. लेकिन इन दोनों अभिनेताओं के बीच स्टारडम के अस्तित्व की असली लड़ाई फिल्म ‘आनंद’ की शूटिंग के दौरान शुरू हुई.…
मनोज कुमार ने फिल्मों में 1957 में कदम रखे थे। उनकी पहली फिल्म 'फैशन' थी, जिसमें उन्होंने 80 साल के बुजुर्ग का किरदार निभाया था। डेब्यू फिल्म के तीन साल बाद मनोज कुमार को 'कांच की गुड़िया' में लीड रोल मिला था। इसके बाद मनोज कुमार ने कई यादगार फिल्में कीं। इनमें 'पिया मिलन की आस', 'हरियाली और रास्ता', 'शहीद', 'वो कौन थी', 'दो बदन', 'हिमालय की गोद में', 'गुमनाम' और 'सावन की घटा' के अलावा 'पूरब और पश्चिम', 'यादगार', 'मेरा नाम जोकर', 'बलिदान' और 'रोटी कपड़ा और मकान' जैसी ढेरों फिल्में शामिल हैं।…
शशि कपूर की साली फ़ेलिसिटी केंडल अपनी आत्मकथा 'वाइट कार्गो' में लिखती हैं, "शशि कपूर से ज़्यादा फ़्लर्ट करने वाला शख़्स मैंने अपनी ज़िंदगी में नहीं देखा. इस मामले में वो किसी को बख़्शते नहीं थे, लकड़ी के लट्ठे को भी नहीं. वो बहुत दुबले-पतले शख़्स थे लेकिन उनकी आँखें बहुत बड़ी-बड़ी थीं. उनके बड़े बाल सबको उनका दीवाना बना देते थे. उनके सफ़ेद दाँतो और डिंपल वाली मुस्कान का तो कहना ही क्या! उस पर सफलता की अकड़ तो उनमें थी ही."…
निर्माता-निर्देशक राजेश खन्ना के घर के बाहर लाइन लगाए खड़े रहते थे। वह मुंह मांगे दाम चुकाकर 'काका' को साइन करना चाहते थे। एक बार पाइल्स के ऑपरेशन के चलते राजेश खन्ना को अस्पताल में भर्ती होना पड़ा था। भर्ती होने के चलते वह कहीं नहीं जा सकते थे। उस समय अस्पताल में उनके इर्द-गिर्द के कमरे निर्माताओं ने बुक कर लिए थे ताकि मौका मिलते ही वह राजेश को अपनी फिल्मों की कहानी सुना सकें।…
दिलीप साहब और राजेश खन्ना कई बार तो कांग्रेस पार्टी के प्रचार के दौरान एक ही होटल में रुका करते थे, जहां इनके बीच देर रात तक फिल्मों और पॉलिटिक्स को लेकर बातचीत होती रहती थी. राजेश खन्ना से जुड़ा जो वाकया हम आपको सुनाने जा रहे हैं वो साल 2011 का है, यानी काका की मौत से ठीक एक साल पहले की बात है.
रवि साहब यानी संगीतकार रवि शंकर शर्मा को साहिर के लिखे शेर इतने पसंद आए कि उन्होंने फौरन कहा- इस पर तो गाना बनना चाहिए. फिर उन्होंने धुन बना दी. लेकिन प्रोड्यूसर डर गया. फिल्म में यह सीन राजकुमार पर फिल्माया जाना था, और उन्हें गाने के लिए कौन कहे. लेकिन गीतकार साहिर और संगीतकार रवि को गाना पसंद आ गया था, सो एक और धुन बनाई गई. फिर फिल्म के डायरेक्टर को गाना सुनाया गया. गाने के बोल इतने प्यारे थे और संगीत इतना सुरीला कि डायरेक्टर भी मुरीद हुए. मो. रफी की आवाज में रिकॉर्ड किया गया यह गीत फिल्म के डिस्ट्रीब्यूटरों को भी पसंद आया था. सबको सिर्फ एक बात खटक रही थी कि यह गाना सिर्फ दो अंतरे का ही क्यों है, अधूरा है, इसे पूरा किया जाना चाहिए. तो साहिर को ढूंढा गया, लेकिन गीतकार लापता थे. साहिर अगले कुछ दिनों तक ढूंढे नहीं मिले. हारकर अधूरा गीत ही फिल्म में रखा जा सका.…
अंजू महेंद्रू और राजेश खन्ना साल 1966 में एक दूसरे के करीब आए थे. अंजू और राजेश खन्ना की दोस्ती बाद में प्यार में बदल गई थी और गर्लफ्रेंड बनने के बाद अंजू राजेश खन्ना की कोई बात नहीं टाला करती थीं. वहीं, राजेश खन्ना भी उन्हें बेहद प्यार करते थे. ऐसे में दोनों 6 साल तक इव इन में भी रहे. साल 1971 में राजेश खन्ना ने जब उन्हें शादी के लिए प्रपोज किया तो एक्ट्रेस ने उनका प्रपोजल ठुकरा दिया था. हालांकि अंजू की मां भी राजेश खन्ना को अपने दामाद के रूप में देखना चाहती थीं…
फिल्म सुप्रसिद्ध उपन्यासकार गुलशन नंदा ने इस फिल्म को लिखा था. इसकी कहानी हॉलीवुड की फिल्म ‘आई मैरिड एक डेड मैन’ (I married a dead Man) से ली गई थी. फिल्म से जुड़ा एक दिलचस्प किस्सा है कि ‘कटी पतंग’ की कहानी एक ऐसी लड़की की है जो कई नाजुक परिस्थितियों में घिरी है. फिल्म के बनने से पहले गुलशन नंदा की लिखी ‘कटी पतंग’ उपन्यास बाजार में आ गया और यह उस समय का सबसे ज्यादा बिकने वाला उपन्यास साबित हुआ था.…
वो अस्सी का दौर था। न सितारों के नखरे कम थे और न ही उनके बीच की राइवलरी। और उसी दौरान दक्षिण भारत से आई दो बेहतरीन अभिनेत्रियों के बीच चल रहे कोल्ड- वार ने सबको हिला कर रखा था। नाम था जयाप्रदा और श्रीदेवी।
शक्ति कपूर हिंदी सिनेमा के उन कलाकारों में से एक हैं, जो अपने विलेन और कॉमेडी किरदारों से काफी मशहूर रहे हैं. उन्होंने कई फिल्मों में अपने खतरनाक विलेन रोल से जितना लोगों को डराया, उतना ही उन्होंने अपने कॉमेडी किरदारों से दर्शकों को खूब हंसाया भी है. लेकिन एक वक्त ऐसा भी आया था जब शक्ति कपूर को लगने लगा था कि उन्हें फिल्म इंडस्ट्री छोड़ देनी चाहिए. यह बात दिग्गज एक्टर ने हाल ही में द कपिल शर्मा शो में कही है.…
किशोर कुमार और मधुबाला एक दिन शादी कर लेंगे, इसका भरोसा किसी को नहीं था. लेकिन जिस वक्त मधुबाला और दिलीप कुमार की राहें अलग होने लगी थीं, उसी वक्त किशोर कुमार का अपनी पहली पत्नी रोमा देवी से तलाक़ हुआ था. और दोनों एक साथ कई फ़िल्मों में काम कर रहे थे. इस वजह से दोनों के बीच एक आकर्षण हुआ हो और 1960 में किशोर कुमार और मधुबाला ने आपस में शादी कर ली. किशोर कुमार के साथ शादी के फ़ैसले ने मधुबाला को दिलीप कुमार से अलग होने के तुलना में कहीं ज़्यादा आघात पहुंचाया.…
डिंपल कपाड़िया ने फिल्म बॉबी से बॉलीवुड में धमाकेदार एंट्री ली थी। इस फिल्म से मिली शोहरत के बाद जल्दी ही अदाकारा ने सुपरस्टार राजेश खन्ना से शादी रचा ली थी। शादी के बाद अदाकारा डिंपल कपाड़िया अपनी निजी जिंदगी में बिजी हो गई और दो प्यारी बेटियों की मां बनीं।हालांकि जल्दी ही अदाकारा डिंपल कपाड़िया और राजेश खन्ना की शादीशुदा जिंदगी में तनाव घर कर गया। जिसके बाद दोनों एक दूसरे से दूर से रहने लगे। इसके बाद डिंपल कपाड़िया और सनी देओल की मुलाकात हुई थी।…
अरुण एक अमीर व्यापारी श्री चौधरी का इकलौता बेटा था। वह एक उभरते हुए गायक थे, स्थानीय रेडियो में गाते थे, ज्यादातर गाने उनके दोस्त श्रीकांत ने लिखे थे। उनके पिता चाहते हैं कि वे उनके पारिवारिक व्यवसाय की देखभाल करें और सोचते हैं कि गायन उनकी हैसियत के लोगों के लिए इस तरह का काम नहीं है। इससे पिता-पुत्र के बीच हमेशा मनमुटाव बना रहता है। दूसरी ओर, श्रीकांत अपनी विधवा माँ के साथ बहुत ही खराब जीवन शैली व्यतीत करता है। वह गीत और लेख लिखकर जीविकोपार्जन करता है। अरुण अक्सर पैसों से उनकी मदद करते हैं क्योंकि श्रीकांत लंबे समय से बीमार हैं और बाहर काम नहीं कर सकते।…
जब गुलज़ार साहब ने ‘किनारा’ में काका को लेने की ख्वाहिश के बारे में उन्हें बताया तो काका ने फ़िल्म के कहानी सुनने के लिए गुलज़ार को अपने बंगले में बुला लिया. गुलज़ार साहब ठीक 7 बजे आशीर्वाद पहुंच गए. लेकिन तब तक काका का खन्ना दरबार सज चुका था, जिसमें उनके चमचों ने जाम उठाना शुरु कर दिया था. चूंकि गुलज़ार साहब शराब नहीं पीते थे, तो उनसे बाहर ही रुकने को कहा गया.…
Rajesh Khanna Rajkumar Rift: राजकुमार और राजेश खन्ना अपने जमाने के बहुत बड़े स्टार हुआ करते थे। हालांकि राजकुमार (Raajkumar) इंडस्ट्री में राजेश खन्ना से सीनियर थे। फिर भी राजेश खन्ना को जो स्टारडम हासिल हुआ वो किसी भी दूसरे कलाकार को नहीं नसीब हुआ।
बेंगलुरू में यही वो पल था जिसमें राजेश खन्ना की अपने विराट स्टारडम से मुलाकात हुई थी. राजेश के दिलो-दिमाग में अपना रुतबा कई गुना बढ़ गया था. उन पलों में शोहरत की बुलंदी पर खुद को महसूस कर रहे थे. लोगों की दीवानगी देख इतने भावुक हो गए थे कि खुद को रोक नहीं पाएं और रो पड़े थे राजेश खन्ना. शायद यही वो पल रहा होगा जब राजेश के लिए कहा गया था ‘ऊपर आका, नीचे काका’.…
1955 में आई 'देवदास' में एक सीन था जहाँ थका हारा और शराब के नशे में धुत्त देवदास आता है और दुखी चंद्रमुखी कहती है, "और मत पियो देवदास". फ़िल्म के सेट पर वैयजंतीमाला अपने डायलॉग के साथ तैयार थीं पर दिलीप कुमार कहीं नज़र नहीं आ रहे थे. तब कैमरामैन ने बताया कि दिलीप साहब काफी देर से लगातार सेट के चक्कर लगा रहे हैं. दिलीप कुमार ने कैमरामैन को तैयार रहने के लिए कहा था ताकि जब उनकी एंट्री हो तो वो वाकई थके हुए लगें और उनके माथे पर पसीने और थकन की असल लकीरें हों…
राजेश खन्ना, जिन्हें हिंदी सिनेमा का पहला सुपरस्टार कहा जाता है, ने 1969 और 1972 के बीच लगातार 15 एकल सुपरहिट फिल्में दीं, जो भारतीय फिल्मों के इतिहास में अब तक का एक अटूट रिकॉर्ड है। अभिनेता राजेंद्र कुमार के बेटे कुमार गौरव 80 के दशक की शुरुआत में अपनी फिल्म लव स्टोरी से रातोंरात सनसनी बन गए थे।
राजेश खन्ना को 'घटिया' एक्टर कहने वाले नसीरुद्दीन को अब जावेद अख्तर ने जवाब दिया है। एक प्रोग्राम के दौरान गीतकार अख्तर ने कहा, ''यह बहुत ही सिंपल है। नसीरुद्दीन शाह को कामयाब लोग पसंद नहीं हैं। मैंने कभी नहीं सुना कि वे किसी कामयाब शख्स की तारीफ कर रहे हों। वे दिलीप कुमार-अमिताभ बच्चन तक को कोस चुके हैं।'' बता दें कि कुछ दिन पहले शाह ने बॉलीवुड के पहले सुपर स्टार राजेश खन्ना पर निशाना साधते हुए उन्हें घटिया बताया था। बॉलीवुड की कई हस्तियां नसीर के बयान पर कर चुकी हैं पलटवार।…
Rajesh Khanna Dimple Kapadia Sridevi: राजेश खन्ना बॉलीवुड के पहले सुपरस्टार थे। उन्होंने एक के बाद एक लगातार 15 हिट फिल्में देकर सिल्वर स्क्रीन पर तहलका मचा दिया था। राजेश खन्ना ने डिंपल कपाड़िया (Dimple Kapadia) से शादी रचाई थी। हालांकि शादी के करीब 10 साल बाद डिंपल बिना तलाक (Divorce) दिये राजेश खन्ना से अलग हो गई थीं। अलग होने के बाद डिंपल ने राजेश खन्ना पर बेहद तल्ख कमेंट किया था।…
दिलीप कुमार और मधुबाला को एक समय में भारतीय फिल्म इतिहास की सबसे रोमांटिक जोड़ी माना जाता था, दोनों एक दूसरे से प्यार भी करते थे. 1955 में पहली बार फ़िल्म इंसानियत के प्रीमियर के दौरान मधुबाला दिलीप कुमार के साथ सार्वजनिक तौर पर नज़र आईं थीं. ये पहला और इकलौता मौका था जब दिलीप कुमार और मधुबाला एक साथ सार्वजनिक तौर पर साथ नजर आए थे.…
मनोज कुमार (Manoj Kumar) और राजेश खन्ना (Rajesh Khanna) बहुत अच्छे दोस्त रहे हैं। राजेश खन्ना और मनोज कुमार एक फिल्म में साथ काम करने वाले थे जिसका नाम था ‘उपकार’। लेकिन फिर ऐसा कुछ हुआ कि राजेश खन्ना इस फिल्म में मनोज कुमार के साथ काम नहीं कर पाए। ये वो दौर था जब राजेश खन्ना नए नए इंडस्ट्री में आए थे। उस वक्त जब मनोज कुमार के साथ वह काम नहीं कर पाए तो वह बहुत ही अपसेट हो गए थे।…
शम्मी कपूर ने अपनी ऑटोबोयोग्राफी शम्मी कपूर द गेम चेंजर में एक पूरा चैप्टर मधुबाला को समर्पित किया है. इसका शीर्षक है- फेल मेडली इन लव विद मधुबाला. शम्मी कपूर इसमें कहते हैं- मैं ये जानता था कि मधु किसी और के प्यार में हैं, लेकिन इसके बाद भी मैं ये स्वीकार करना चाहता हूं कि मैं उनसे पागलों की तरह प्यार करने लगा था. इसके लिए किसी को दोष नहीं दिया जा सकता था, क्योंकि मैं ने उनसे ख़ूबसूरत औरत कभी नहीं देखी.…
राज कपूर को उनके पिता पृथ्वीराज कपूर ने एक बार डायरेक्टर केदार शर्मा की फिल्मों के सेट पर बतौर क्लेपर बॉय काम करने की सलाह दी थी। अभिनेता ने भी पिता की बात मानकर यह काम शुरू कर दिया। फिल्म 'विषकन्या' की शूटिंग चल रही थी और इस दौरान गलती से राज कपूर का चेहरा कैमरे के सामने आ गया। इस गलती को ठीक करने की हड़बड़ी में राज कपूर का क्लैपबोर्ड उस सीन के अभिनेता की दाढ़ी में फंस गया, जिससे किरदार की दाढ़ी ही निकल गई। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस बात पर डायरेक्टर केदार शर्मा इतने नाराज हुए कि उन्होंने राज कपूर को बुलाया और उन्हें जोरदार थप्पड़ जड़ दिया। हालांकि, बाद में उन्हें इस बात का बेहद अफसोस भी हुआ।…
राजेश खन्ना चाहते तो नहीं थे लेकिन उन्हें किशोर कुमार की बात माननी पड़ी और तब जाकर मोहम्मद रफ़ी ने वो गाना गाया। बाद में राजेश खन्ना को भी मानना पड़ा कि मोहम्मद रफ़ी ने फिल्म को हिट कराने में बड़ी भूमिका निभाई है। फ़िल्म के लेखक सलीम जावेद ने एक इंटरव्यू में कहा था कि अगर मोहम्मद रफी इस गाने को नहीं गाते तो शायद फिल्म हिट न होती। लोकप्रिय खबरें…
‘गंगा जमना’ के बनने से पहले शापूरजी ने दिलीप कुमार को दो चेक बुक दी थी और कहा कि एक चेकबुक फिल्म प्रोडक्शन से जुड़े खर्चों के लिए है और दूसरी चेक बुक आपका मेहनताना है. इन चेक पर आप चाहे जो राशि भर सकते हैं. ये सारे ब्लैंक चेक है. सन 1961 में फिल्म जब रिलीज हुई तो छप्पर फाड़ कमाई करने में सफल हुई. दिलीप कुमार ने शापूरजी को दोनों चेकबुक लौटा दिया. उन्होंने प्रोडक्शन के खर्च के लिए कुछ पहली चेकबुक से कुछ चेक इस्तेमाल किए थे लेकिन अपने मेहनताने वाले चेकबुक को हाथ भी नहीं लगाया था. ये देख शापूरजी इतने गदगद हुए कि दिलीप कुमार को गले लगा लिया था’.…
राजेश खन्ना से शादी के बाद डिंपल कपाड़िया जल्दी ही मां बन गईं और बच्चों में बिजी रहने लगी. कुछ साल बाद ही राजेश और डिंपल के रिश्तों में तल्खी आई तो उनसे अलग रहने लगी. ऐसे में एक बार फिर फिल्मी दुनिया में काम करने का मन बनाया, लेकिन इस बीच 10-11 साल गुजर चुके थे. कहते हैं कि डिंपल कपाड़िया ने जब फिल्मी पर्दे पर दोबारा कदम रखने की ख्वाहिश जताई तो कोई फिल्म एक्टर उनके साथ काम करने को तैयार नहीं हुआ. इसकी वजह थे राजेश खन्ना, ‘ऊपर आका नीचे काका’ जैसे स्लोगन फिल्म इंडस्ट्री में मशहूर थे. ऐसे में कोई नाराजगी मोल लेना नहीं चाहता था.…
दिलीप कुमार (Dilip Kumar) अक्सर सुर्खियां बटोरते थे। उन्होंने एक बार भरी भीड़ में इंदिरा गांधी (Indira Gandhi) को जबरदस्त रिप्लाई दिया था और एक गजब का किस्सा भी सुनाया था। वायरल हुए एक वीडियो क्लिप में दिलीप कुमार कहते हैं, 'एक बार मैं जवाहरलाल नेहरु के साथ नाश्ता कर रहा था, तो इंदिरा जी ने बीच में कहा कि कैसे ये पिक्चर बनाते हैं आप लोग। मैं मैंने लंदन, पेरिस में प्ले सुने हैं, फिल्में देखी हैं, कितने खूबसूरत और उम्दा हैं, ये आपकी हिंदुस्तानी फिल्मों को क्या होता है।'…
दिलीप कुमार एक ऐसे संजीदा कलाकार थे जो बिना बोले ही कई बार अपने साथी कलाकारों को बहुत कुछ सिखा जाते थे. अमिताभ बच्चन के लिए दिलीप कुमार एक आइडियल थे. एक बार अपने ब्लॉग में अपने बचपन के दिनों की बातों को साझा करते हुए लिखा था ‘जब मैं छोटा था तो एक रेस्टोरेंट के पास हमें दिलीप कुमार दिख हुए. मैंने ऑटोग्राफ मांगने का सोचा लेकिन मेरे पास ऑटोग्राफ बुक नहीं थी. मैं उत्साहित था और दौड़ कर ऑटोग्राफ बुक लेकर आया और जब पहुंचा तो दिलीप साहब को रेस्टोमेंट में ही देख राहत की सांस ली. वह बात करने में मगन थे, मैंने उनकी तरफ बुक बढ़ा दी लेकिन उन्होंने कोई रिएक्शन नहीं दिया. उन्होंने मेरी तरफ देखा भी नहीं और थोड़ी देर में वो चले गए. मैं ऑटोग्राफ बुक हाथ में लिए खड़ा रहा लेकिन ऑटोग्राफ अहम नहीं था, अहम थी उनकी मौजूदगी’.…
एक बार ‘द कपिल शर्मा शो’ पर पहुंचे धर्मेंद्र ने इस फिल्म की मेकिंग का किस्सा खुद सुनाया था. लीजेंड एक्टर ने बताया था कि उन्हें फिल्म निर्देशक ऋषिकेश मुखर्जी से इस वजह से नाराजगी थी कि उन्होंने मुझे फिल्म में न लेकर राजेश खन्ना को ले लिया था. धर्मेंद्र के मुताबिक ‘ऋषिकेश ने मुझे ‘आनंद’ की कहानी सुनाई थी, और इस फिल्म में मुझे कास्ट करने वाले थे लेकिन बाद में पता चला कि वह तो राजेश खन्ना के साथ फिल्म बना रहे हैं. जब मुझे पता चला कि लीड एक्टर राजेश खन्ना को लिया है तो मैंने एक दिन नशे में फोन लगाया और कहा ‘ऋषि दा यह फिल्म तो मुझे देने वाले थे, कहानी भी सुनाई थी फिर ये फिल्म उन्हें क्यों दी ? धर्मेंद्र की बात फोन पर सुनने के बाद ऋषि दा बोलें- धरम सो जाओ, हम सुबह बात करेंगें.…
आनंद बख्शी और राजेश खन्ना अवतार के गाने लिखने के लिए साथ बैठे थे. महफिल जमी हुई थी. आनंद बख्शी लिखे जा रहे थे और पन्ने फाड़ते जा रहे थे. कुछ क्लिक नहीं कर रहा था. तभी राजेश खन्ना ने कहा, 'या तो पीना छोड़ दो या लिखना छोड़ दो.' तभी आनंद बख्शी महफिल छोड़कर बाहर चले गए और जब लौटे तो उन्होंने तुरंत लिखा, 'चलो बुलावा आया है.' इस तरह यह गाना तैयार हुआ.…
राजेश खन्ना औऱ संजीव कुमार दोनों ही अपने जमाने के दिग्गज अभिनेता रह चुके हैं। लेकिन ये दोनों ही कलाकार एक दूसरे को बिलकुल भी पसंद नहीं करते थे। इसके पीछे की वजह रही इनकी आपसी ‘रंजिश’।
चलो दिलदार चलो, चांद के पार चलो...हम बात कर रहे हैं इसी गाने. ये गाना यूं तो हम सबने कई बार सुना होगा. यूट्यूब पर इसे बहुत बार देखा भी होगा. क्या आपने इस गाने में कोई खास बात नोटिस की. हमने की और वो ये थी कि इस गाने में कहीं भी एक्ट्रेस का चेहरा नजर नहीं आ रहा. मीना कुमारी और राज कुमार पर फिल्माया गया था ये एपिक सॉन्ग लेकिन स्टूडियो में शूट हुए इस गाने में एक पल के लिए भी एक्ट्रेस की झलक दिखाई नहीं देती. राज कुमार तो पूरे गाने में नजर आते हैं लेकिन मीना कुमारी का चेहरा नहीं दिखता. ऐसे में संदेह ये है कि क्या वाकई इस गाने में मीना कुमारी थीं या फिर उनकी जगह किसी और एक्ट्रेस के साथ इसे शूट किया गया था?…
असरानी ने उन्हें जया भादुड़ी से मिलाया। ऋषिकेश मुखर्जी जया से मिले और असरानी से बिना बात किए जाने लगे। असरानी ने तब गुलजार से पूछा तो उन्हें पता चला कि ऋषिकेश मुखर्जी एक फ़िल्म बना रहे हैं, ‘गुड्डी’ और उसी के लिए आए थे। गुलजार ने उन्हें बताया कि फ़िल्म में एक गांव के लड़के का छोटा रोल है जिसके बाद वो फिर ऋषिकेश मुखर्जी के पास गए और रोल मांगने लगे।…
यह बात है फिल्म 'बहारों के सपने' की शूटिंग के दौरान की. ब्रेक का वक्त था. फिल्म में आशा पारेख उनकी एक्ट्रेस थीं. ब्रेक में जब दोनों कलाकार बैठे तो अचानक कुछ लोग सामने से आते दिखे.राजेश खन्ना को लगा कि ये भीड़ उनका ऑटोग्राफ लेने के लिए आ रही है, लेकिन उन्हें झटका तब लगा, जब सामने से आते लोग उनकी तरफ नहीं बल्कि आशा पारेख की तरफ चले गए.…
बाबुल की दुआएं लेती जा, जा तुझे सुखी संसार मिले' का म्यूजिक रवि ने दिया जबकि इसके लिरिक्स साहिर लुधियानवी ने लिखे. नील कमल फिल्म को राम महेश्वरी ने डायरेक्ट किया था. फिल्म में राज कुमार, वहीदा रहमान, मनोज कुमार और बलराज साहनी लीड रोल में थे. इस गीत को बलराज साहनी और वहीदा रहमान पर फिल्माया गया था. बाप-बेटी के बॉन्ड और बेटी के विदाई के इस सीन को बलराज साहनी ने अपनी अदाकारी के जादू से जिंदा कर दिया था. वहीदा रहमान की भी कमाल की एक्टिंग थी तभी तो उन्हें उस साल के बेस्ट एक्ट्रेस के फिल्मफेयर पुरस्कार से नवाजा गया था. फिल्म ब्लॉकबस्टर साबित हुई थी और साल की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्मों की फेहरिस्त में भी शामिल हुई.…
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