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मंत्र अधिकांशतः संस्कृत में लिखे होते हैं । जिनके उच्चारण के विषय में शंका बनी रहती है । उस शंका को दूर करने के लिए गुरु कृपा से कुछ मंत्रों का उच्चारण स्पष्ट किया जा रहा है जिससे आपको सही उच्चारण करने में मदद मिलेगी
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गुरुवार के दिन साईं भक्त साईंबाबा की कृपा पाने के लिए अनेक पूजा उपाय, स्तुति का पाठ या मंत्रों का जप भी करते हैं। गुरुवार के दिन यदि साईं बाबा के इन मंत्रों का 108 बार जाप किया जाए तो जीवन में खुशियां आती हैं और हर प्रकार के कष्ट और बाधाओं से मुक्ति मिलती है। उनके मंत्र जप से ईर्ष्या, द्वेष, स्वार्थ, कलह आदि सरे बुरे भाव दूर हो जाते है। आइये सुने साई बाबा के विशेष मंत्र को।
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ॐ महालक्मी नमो नमः मंत्र के जाप करने से लक्ष्मी माता प्रसन्न होती है और भक्तो पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखती है। इस मंत्र का अनुवाद है: "ओम। हम श्री महा विष्णु की पत्नी, महान देवी श्री लक्ष्मी का ध्यान करें। वह तेजोमय महा लक्ष्मी देवी हमारे मन को समझ से प्रेरित और प्रकाशित करें।" नियमित रूप से इस मंत्र के पवित्र संस्कृत शब्दों को सुनने से भक्तो को सुख समृदि की प्राप्ति होती है। आइये सुनते है महालक्मी जी के चमत्कारिन मंत्र को।
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ॐ नमः शिवाय भगवन शिव के सबसे अधिक जाप किये जाने वाले मंत्रो में से एक है। ये मंत्र भगवन शिव को समर्पित है जिन्हे महादेव के नाम से भी जाना जाता है। ॐ को भ्रमांड की ध्वनि माना जाता है. इसका अर्थ है प्रेम और शान्ति। नमः और शिवाय का एक साथ अर्थ है पांच तत्व - पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु और आकाश। शिव मंत्र के उपचारण से इंसान नकारात्मकता को दूर कर सकता है और इंद्रियो पर नियंत्रणद करना सिखाता है।
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गणेश जी के मंत्र का जाप करने से सभी भक्त अपने दुखों से मुक्ति पा सकते है। हिन्दू धार्मिक मान्यता के अनुसार गणेश जी को एक ऐसे देवता के रूप में पूजा जाता है जो अपने भक्तों के सभी दुखों को हर लेते हैं। इसलिए गणेश जी को विघ्नहर्ता यानी की सभी विघ्नों को हरने वाला भी कहा गया है। हिन्दू धर्म को मानने वाले सभी लोग किसी भी शुभ कार्य को शुरु करने से पहले गणेश जी की पूजा और उनके मंत्र का उच्चारण ज़रूर करते हैं।
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सनातन धर्म में ॐ को बहुत ही प्रभावशाली माना गया है। ॐ का उच्चारण करते समय तीन अक्षरों की ध्वनि निकलती है। ये तीन अक्षर क्रमशः अ+उ+म् हैं। इसमें 'अ' वर्ण 'सृष्टि' का घोतक है 'उ' वर्ण 'स्थिति' दर्शाता है जबकि 'म्' 'लय' का सूचक है। इन तीनों अक्षरों में त्रिदेव यानी (ब्रह्मा,विष्णु,महेश) का साक्षात वास माना जाता है। ॐ के जाप को अनिष्टों का समूल नाश करने वाला माना गया है। एहि नहीं, ॐ के उच्चारण से शारीरिक और मानसिक रूप से शांति भी प्राप्त होती है।
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Kahaniyon Ka Mantra, humare aur aapke zindagi ke panno ke, kuch aisi kahaniyan, jo aapke dilon ko choo jaaye, aapke chehre pe muskaan laaye, jo aapko hasaaye bhi aur rulaye bhi...jo aapko aapke kal, aaj aur kal se milaye bhi. Baniye in kahaniyon ka hissa Mantra ke mantramugdh karne wali awaaz ke saath. Awaaz ka yeh jaadugar aapko lekar jaayega kahaniyon ki aisi duniya mein jahan aap kho jayenge. Toh tayyar ho jaiye kahaniyon ka hissa banne ke liye. Ek MnM Original, 'Kahaniyon Ka Mantra'. Mil ...
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धार्मिक मान्यताओं के अनुसार गायत्री मंत्र का जाप करने से व्यक्ति के अंदर सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। गायत्री मंत्र का जाप तीन बार किया जा सकता है। पहला समय है सूर्योदय से ठीक पहले, जिसे सूर्योदय के बाद तक करना चाहिए। दूसरा समय है दोपहर का और तीसरा समय है सूर्यास्त से ठीक पहले और सूर्यास्त के बाद तक करना चाहिए। कहते हैं कि गायत्री मंत्र के जाप से दुख और दरिद्रता का नाश होता है, मन शांत और एकाग्र रहता है और मुखमंडल पर चमक आता है।
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स्वागत है आपका नई धारा रेडियो की एक और पॉडकास्ट श्रृंखला में। यह श्रृंखला नई धारा के संस्थापक श्री उदय राज सिंह जी के साहित्य को समर्पित है। खड़ी बोली प्रसिद्ध गद्य लेखक राजा राधिकारमण प्रसाद सिंह के पुत्र उदय राज सिंह ने अपने पिता की साहित्यिक धरोहर को आगे बढ़ाया। उन्होंने अपने जीवनकाल में बहुत से उपन्यास, कहानियाँ, लघुकथाएँ, नाटक आदि लिखे। सन 1950 में उदय राज सिंह जी ने नई धारा पत्रिका की स्थापना की जो आज 70+ वर्षों बाद भी साहित्य की सेवा में समर्पित है। उदयराज जी के इस जन्मशती वर्ष में हम उ ...
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नमस्कार दोस्तो, आपका बहुत बहुत स्वागत है हमारे पॉडकास्ट "Baton Hi Baton Mein"| यहाँ हम बात करेंगे उन तथ्यों पे जो हमारे रोज़मर्रा के जीवन मे उपयोगी है जैसे की सामाजिकता, राजनीति, स्वास्थ्य, इतिहास और कुछ वो बातें जो हमेशा हमारे विचारों मे रहती है| ये बातें इतनी आसानी से कहेंगे जैसे किसी ने "बातों ही बातों" में आपसे कह दी हों| हमारी यहीं कोशिश रहेगी की आप अच्छे से अच्छा सुने|
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स्वागत है आपका नई धारा रेडियो की एक और पॉडकास्ट श्रृंखला में। यह श्रृंखला नई धारा के संस्थापक श्री उदय राज सिंह जी के साहित्य को समर्पित है। सन 1950 में उदय राज सिंह जी ने नई धारा पत्रिका की स्थापना की जो आज 70+ वर्षों बाद भी साहित्य की सेवा में समर्पित है। आज सुनिए उदय राज जी द्वारा लिखा लेख ‘तेतरा’ कार्तिकेय खेतरपाल की आवाज़ में। नई धारा रेडियो क…
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स्वागत है आपका नई धारा रेडियो की एक और पॉडकास्ट श्रृंखला में। यह श्रृंखला नई धारा के संस्थापक श्री उदय राज सिंह जी के साहित्य को समर्पित है। सन 1950 में उदय राज सिंह जी ने नई धारा पत्रिका की स्थापना की जो आज 70+ वर्षों बाद भी साहित्य की सेवा में समर्पित है। आज सुनिए उदय राज जी द्वारा लिखा संस्मरण ‘शिवानी नहीं रहीं’ आरती जैन की आवाज़ में। नई धारा रे…
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स्वागत है आपका नई धारा रेडियो की एक और पॉडकास्ट श्रृंखला में। यह श्रृंखला नई धारा के संस्थापक श्री उदय राज सिंह जी के साहित्य को समर्पित है। सन 1950 में उदय राज सिंह जी ने नई धारा पत्रिका की स्थापना की जो आज 70+ वर्षों बाद भी साहित्य की सेवा में समर्पित है। आज सुनिए उदय राज जी द्वारा लिखा कहानी ‘कवन होइहें गतिया’ कार्तिकेय खेतरपाल की आवाज़ में। नई …
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स्वागत है आपका नई धारा रेडियो की एक और पॉडकास्ट श्रृंखला में। यह श्रृंखला नई धारा के संस्थापक श्री उदय राज सिंह जी के साहित्य को समर्पित है। सन 1950 में उदय राज सिंह जी ने नई धारा पत्रिका की स्थापना की जो आज 70+ वर्षों बाद भी साहित्य की सेवा में समर्पित है। आज सुनिए उदय राज जी द्वारा लिखा लेख ‘पटना कलम का आख़री सितारा भी टूट गया’ मौलश्री कुलकर्णी की…
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स्वागत है आपका नई धारा रेडियो की एक और पॉडकास्ट श्रृंखला में। यह श्रृंखला नई धारा के संस्थापक श्री उदय राज सिंह जी के साहित्य को समर्पित है। सन 1950 में उदय राज सिंह जी ने नई धारा पत्रिका की स्थापना की जो आज 70+ वर्षों बाद भी साहित्य की सेवा में समर्पित है। आज सुनिए उदय राज जी द्वारा लिखा लेख ‘जुआड़ी बनने का मंत्र सिखाते टीवी चैनल ’ आरती जैन की आवाज…
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स्वागत है आपका नई धारा रेडियो की एक और पॉडकास्ट श्रृंखला में। यह श्रृंखला नई धारा के संस्थापक श्री उदय राज सिंह जी के साहित्य को समर्पित है। सन 1950 में उदय राज सिंह जी ने नई धारा पत्रिका की स्थापना की जो आज 70+ वर्षों बाद भी साहित्य की सेवा में समर्पित है। आज सुनिए उदय राज जी द्वारा लिखा संस्मरण ‘मल्लिक जी’ कार्तिकेय खेतरपाल की आवाज़ में। नई धारा …
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स्वागत है आपका नई धारा रेडियो की एक और पॉडकास्ट श्रृंखला में। यह श्रृंखला नई धारा के संस्थापक श्री उदय राज सिंह जी के साहित्य को समर्पित है। सन 1950 में उदय राज सिंह जी ने नई धारा पत्रिका की स्थापना की जो आज 70+ वर्षों बाद भी साहित्य की सेवा में समर्पित है। आज सुनिए उदय राज जी द्वारा लिखा लेख ‘होली पर परिचर्चा’ मौलश्री कुलकर्णी की आवाज़ में। नई धार…
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स्वागत है आपका नई धारा रेडियो की एक और पॉडकास्ट श्रृंखला में। यह श्रृंखला नई धारा के संस्थापक श्री उदय राज सिंह जी के साहित्य को समर्पित है। सन 1950 में उदय राज सिंह जी ने नई धारा पत्रिका की स्थापना की जो आज 70+ वर्षों बाद भी साहित्य की सेवा में समर्पित है। आज सुनिए उदय राज जी द्वारा लिखा संस्मरण ‘कुछ अपनी कुछ उनकी’ आरती जैन की आवाज़ में। नई धारा र…
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स्वागत है आपका नई धारा रेडियो की एक और पॉडकास्ट श्रृंखला में। यह श्रृंखला नई धारा के संस्थापक श्री उदय राज सिंह जी के साहित्य को समर्पित है। सन 1950 में उदय राज सिंह जी ने नई धारा पत्रिका की स्थापना की जो आज 70+ वर्षों बाद भी साहित्य की सेवा में समर्पित है। आज सुनिए उदय राज जी द्वारा लिखा संस्मरण ‘बिहार की चार विभूतियाँ’ कार्तिकेय खेतरपाल की आवाज़ …
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स्वागत है आपका नई धारा रेडियो की एक और पॉडकास्ट श्रृंखला में। यह श्रृंखला नई धारा के संस्थापक श्री उदय राज सिंह जी के साहित्य को समर्पित है। सन 1950 में उदय राज सिंह जी ने नई धारा पत्रिका की स्थापना की जो आज 70+ वर्षों बाद भी साहित्य की सेवा में समर्पित है। आज सुनिए उदय राज जी द्वारा लिखा लेख ‘यह गुजरात की सरज़मीं है’ आरती जैन की आवाज़ में। नई धारा …
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स्वागत है आपका नई धारा रेडियो की एक और पॉडकास्ट श्रृंखला में। यह श्रृंखला नई धारा के संस्थापक श्री उदय राज सिंह जी के साहित्य को समर्पित है। सन 1950 में उदय राज सिंह जी ने नई धारा पत्रिका की स्थापना की जो आज 70+ वर्षों बाद भी साहित्य की सेवा में समर्पित है। आज सुनिए उदय राज जी द्वारा लिखा लेख ‘अन्यथा हाशिये पर चला जायेगा साहित्य’ मौलश्री कुलकर्णी क…
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स्वागत है आपका नई धारा रेडियो की एक और पॉडकास्ट श्रृंखला में। यह श्रृंखला नई धारा के संस्थापक श्री उदय राज सिंह जी के साहित्य को समर्पित है। सन 1950 में उदय राज सिंह जी ने नई धारा पत्रिका की स्थापना की जो आज 70+ वर्षों बाद भी साहित्य की सेवा में समर्पित है। आज सुनिए उदय राज जी द्वारा लिखा लेख ‘राजन, अब भी तो अपनी लीला समेटिये ’ मौलश्री कुलकर्णी की …
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स्वागत है आपका नई धारा रेडियो की एक और पॉडकास्ट श्रृंखला में। यह श्रृंखला नई धारा के संस्थापक श्री उदय राज सिंह जी के साहित्य को समर्पित है। सन 1950 में उदय राज सिंह जी ने नई धारा पत्रिका की स्थापना की जो आज 70+ वर्षों बाद भी साहित्य की सेवा में समर्पित है। आज सुनिए उदय राज जी द्वारा लिखा यात्रावृत्तांत ‘रोम’ आरती जैन की आवाज़ में। नई धारा रेडियो क…
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Bachpan se hi hai Sonu ka sapna Gold medal jeetne ka, jiske liye kar raha tha Sonu bharpur koshish. Magar fir hua ek aisa hadsa ki ho gaya Sonu ka sara sapna chaknachoor. Ab kya kaise karega Sonu come-back, janne ke liye suniye, Kahaniyon ka Mantra ki ye ‘International Day of persons with disabilities’ Special episode – Gold jeetna hai…
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Udaya Raj Sinha Podcast | Ujala Unki Yaadon Ka! स्वागत है आपका नई धारा रेडियो की एक और पॉडकास्ट श्रृंखला में। यह श्रृंखला नई धारा के संस्थापक श्री उदय राज सिंह जी के साहित्य को समर्पित है। सन 1950 में उदय राज सिंह जी ने नई धारा पत्रिका की स्थापना की जो आज 70+ वर्षों बाद भी साहित्य की सेवा में समर्पित है। आज सुनिए उदय राज जी द्वारा लिखा संस्मरण ‘गों…
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Police Constable Pawar sahab apni duty ke liye hamesha taiyaar rahte the. 26 Novemeber ko bhee woh apne duty pe time se pahunch gaye. Par kya woh ghar pahunch sake us roz apni duty ke baad ya phir rah gayi bass unki yaad? Kahaniyon Ka Mantra mein suniye 26/11 ke Mumbai hamlo mein shaheed hue veeron ko shraddhanajali deti aaj ki kahani: SadRakshanay…
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स्वागत है आपका नई धारा रेडियो की एक और पॉडकास्ट श्रृंखला में। यह श्रृंखला नई धारा के संस्थापक श्री उदय राज सिंह जी के साहित्य को समर्पित है। सन 1950 में उदय राज सिंह जी ने नई धारा पत्रिका की स्थापना की जो आज 70+ वर्षों बाद भी साहित्य की सेवा में समर्पित है। आज सुनिए उदय राज जी द्वारा लिखा संस्मरण ‘माटी में मेरा हीरा हेराय गयो रे!’ मौलश्री कुलकर्णी …
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स्वागत है आपका नई धारा रेडियो की एक और पॉडकास्ट श्रृंखला में। यह श्रृंखला नई धारा के संस्थापक श्री उदय राज सिंह जी के साहित्य को समर्पित है। सन 1950 में उदय राज सिंह जी ने नई धारा पत्रिका की स्थापना की जो आज 70+ वर्षों बाद भी साहित्य की सेवा में समर्पित है। आज सुनिए उदय राज जी द्वारा लिखा संस्मरण ‘नई धारा के बयालीस वर्ष’ मौलश्री कुलकर्णी की आवाज़ म…
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स्वागत है आपका नई धारा रेडियो की एक और पॉडकास्ट श्रृंखला में। यह श्रृंखला नई धारा के संस्थापक श्री उदय राज सिंह जी के साहित्य को समर्पित है। सन 1950 में उदय राज सिंह जी ने नई धारा पत्रिका की स्थापना की जो आज 70+ वर्षों बाद भी साहित्य की सेवा में समर्पित है। आज सुनिए उदय राज जी द्वारा लिखा संस्मरण ‘पिताजी’ प्रमथ राज सिन्हा की आवाज़ में। नई धारा रेडि…
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Saharanpur ke college mein padhne wala Diljeet chahata hai jeetna college ki heartthrob Preeto ka dil…Par face pe beard ki kami se shayad usey mil nahi paayega yeh mauka. Kya Novemeber ka maheene mein hoga kuchh different aur Preeto ban paayegi Diljeet ki girlfriend? Jaan’ne ke liye suniye Kahaniyon Ka Mantra mein yeh kahaani- No Shave November…
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स्वागत है आपका नई धारा रेडियो की एक और पॉडकास्ट श्रृंखला में। यह श्रृंखला नई धारा के संस्थापक श्री उदय राज सिंह जी के साहित्य को समर्पित है। सन 1950 में उदय राज सिंह जी ने नई धारा पत्रिका की स्थापना की जो आज 70+ वर्षों बाद भी साहित्य की सेवा में समर्पित है। आज सुनिए उदय राज जी द्वारा लिखा संस्मरण ‘न्यायमूर्ति श्री तारकेश्वर नाथ’ कार्तिकेय खेतरपाल क…
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Sunflower society ke members mana rahe hain pehli bar apni society mein Dussehra, magar kaun karega Raja Ram bankar Ravaan ka dahan, iss baat par society mein hi chhid gayi hai jung. Toh kya karenge society wale, aur aakhir kaun karega Ravaan ka dahan, janne ke liye suniye, Kahaniyon ka Mantra ki ye Dussehra special story - Asli Ravaan Kaun?…
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स्वागत है आपका नई धारा रेडियो की एक और पॉडकास्ट श्रृंखला में। यह श्रृंखला नई धारा के संस्थापक श्री उदय राज सिंह जी के साहित्य को समर्पित है। सन 1950 में उदय राज सिंह जी ने नई धारा पत्रिका की स्थापना की जो आज 70+ वर्षों बाद भी साहित्य की सेवा में समर्पित है। आज सुनिए उदय राज जी द्वारा लिखा संस्मरण ‘अनवरत बहती रहे साहित्य की नई धारा’ आरती जैन की आवाज…
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Subrato Chatterjee welcomes a Canadian citizen Lara in Kolkata. They had met online and she's on her first visit to India specially for Durga Puja festivities. Through the course of these festivities Subrato is conscious of protecting her. On the last day,some hooligans try to eve-tease her but Lara being an avatar of Maa Durga teaches them a fitti…
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स्वागत है आपका नई धारा रेडियो की एक और पॉडकास्ट श्रृंखला में। यह श्रृंखला नई धारा के संस्थापक श्री उदय राज सिंह जी के साहित्य को समर्पित है। सन 1950 में उदय राज सिंह जी ने नई धारा पत्रिका की स्थापना की जो आज 70+ वर्षों बाद भी साहित्य की सेवा में समर्पित है। आज सुनिए उदय राज जी द्वारा लिखा संस्मरण ‘आखिर उनका दोष क्या है?’ कार्तिकेय खेतरपाल की आवाज़ …
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Nothing is more empowering than facing the fear that controls you.. Do the Thing you fear & keep on doing it.. that is the quickest & surest way ever yet discovered to conquer fear, stop self doubting, You got to believe yourself, that's how you will discover your inner abilities. Nothing can stop you because you have miles to go on this journey ca…
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स्वागत है आपका नई धारा रेडियो की एक और पॉडकास्ट श्रृंखला में। यह श्रृंखला नई धारा के संस्थापक श्री उदय राज सिंह जी के साहित्य को समर्पित है। सन 1950 में उदय राज सिंह जी ने नई धारा पत्रिका की स्थापना की जो आज 70+ वर्षों बाद भी साहित्य की सेवा में समर्पित है। आज सुनिए उदय राज जी द्वारा लिखा संस्मरण ‘जाहि विधि राखे राम...’ मौलश्री कुलकर्णी की आवाज़ मे…
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Vikki ne kiya apne pyaar ko propose, lekin de diya uss ladki uske gaal pe ek heavy dose. Uss ladki ko impress karne ke liye khane peene ke shaukeen Vikki ne chuna aandolan ka rasta aur kar diya elaan bhookh hadtal karne ka. Lekin kya safal hoga Vikki ka ye paitra, janne ke liye suniye, Kahaniyon Ka Manta ka ye episode – Andolan Karna Hai…
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स्वागत है आपका नई धारा रेडियो की एक और पॉडकास्ट श्रृंखला में। यह श्रृंखला नई धारा के संस्थापक श्री उदय राज सिंह जी के साहित्य को समर्पित है। सन 1950 में उदय राज सिंह जी ने नई धारा पत्रिका की स्थापना की जो आज 70+ वर्षों बाद भी साहित्य की सेवा में समर्पित है। आज सुनिए उदय राज जी द्वारा लिखा संस्मरण ‘आज का भारत’ आरती जैन की आवाज़ में। नई धारा रेडियो क…
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स्वागत है आपका नई धारा रेडियो की एक और पॉडकास्ट श्रृंखला में। यह श्रृंखला नई धारा के संस्थापक श्री उदय राज सिंह जी के साहित्य को समर्पित है। सन 1950 में उदय राज सिंह जी ने नई धारा पत्रिका की स्थापना की जो आज 70+ वर्षों बाद भी साहित्य की सेवा में समर्पित है। आज सुनिए उदय राज जी द्वारा लिखा संस्मरण ‘कवि रमण शतायु हों!’ कार्तिकेय खेतरपाल की आवाज़ में।…
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Jabhi bhi dhol tashe ki awaaz aati hai toh pure sheher ko pata chal jata hai ke koun aane wala hai. Vighnaharta jo taklifon ko durr bhagata hai, Devon ka Dev jo bhakton ko khub lubhata hai, ganpati bappa jo bhakton ke dilon pe raaj karta hai.. aaj ki kahani unhi bhakton ki hai aur unn bhakton ke bhakti ki. Aaj ki kahani hai Mumbai ke ek chote se ar…
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Zindagi ke Safar mein kabhi-kabhi aise mod aa jaate hain ki jeena chhod dena hi best option lagta hai. Par aisa hota nahi hai. Kyunki asliyat mein, zindagi ko khulkar jeena hi hota hai best option. Aur Kanpur mein rahne wale Amar Shukla aaj yahi seekhne wale hain. Kaise? Yeh jaan’ne ke liye suniye Kahaniyon Ka Mantra ki World Suicide Prevention Day…
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